डॉ. ओ.पी. जोशी
कम हो सकता है आपके घरों का तापमान
Posted on 05 May, 2018 03:29 PMशहर में कंक्रीट की छतें आग उगल रही हैं। कंक्रीट के ये निर्मा
शहरों में फैलता लैंडफिल गैसों का खतरा (landfill waste in india)
Posted on 01 Oct, 2017 09:49 AMहाल ही में दिल्ली के गाजीपुर कचरा भराव क्षेत्र (लैंडफिल साइटों) में हुई दुर्घटना से जानमाल की हानि हुई। यह दुर्घटना दर्शाती है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत हम कचरा एकत्र करने एवं उस भराव क्षेत्र लैंडफिल या पाटन क्षेत्र (डम्पिंग) तक पहुँचाने में ही सफल रहे, उचित निष्पादन या निपटान में नहीं। देश के ज्यादातर शहरों में एकत्र कचरे का उचित निपटान आधुनिक एवं वैज्ञानिक विधियों से नहीं हो रहा है। कूड
प्रकृति : असहिष्णुता का फैलता दायरा
Posted on 22 Jan, 2016 10:01 AMजल को जीवन का आधार मानने वाले जल के प्रति ही हम इतने असहिष्णु हो गए कि देश की 150 से ज्या
अनमोल पेड़ों का मोल
Posted on 24 Jul, 2015 12:36 PMबायोवेद शोध संस्थान इलाहाबाद के एक अध्ययन के अनुसार एक मनुष्य को वर्ष भर में लगभग 55000 लीटर प्
अच्छे दिनों के इंतजार में पर्यावरण
Posted on 26 Jul, 2014 10:37 AMपर्यावरण के अच्छे दिन लाने हेतु वायु, जल एवं भूमि में फैले प्रदूषणप्रकृति की जीवंतता और संवैधानिक अधिकार
Posted on 22 Feb, 2014 01:07 PMहमारी सभ्यता एवं संस्कृति में तो पेड़ पौधों एवं जानवरों का काफी महत्व दर्शाया गया है। कई अवसरों पर पेड़ पौधों की पूजा की जाती है तगंभीर पर्यावरणीय खतरे की ओर अग्रसर भारत
Posted on 09 Jun, 2012 11:10 AMदेश में बढ़ते प्रदूषण के चलते गंभीर स्थिति हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 90 देशों के एक हजार शहरों में अध्ययन कर बताया है कि वायु प्रदूषण के कारण भारत तथा चीन के शहरों में फेफड़ों के कैंसर रोग बढ़े हैं। गैसीय एवं कणीय पदार्थों के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है। आधुनिक विकास की अंधी दौड़ में देश की 150 नदियां नाले में तब्दील हो चुकी हैं। भारत पर्यावरण के आपातकाल की ओर बढ़ता जा रहाघटती भूमि: बढ़ती चिंता
Posted on 04 Apr, 2012 12:32 PMआर्थिक विकास एवं सकल घरेलु उत्पादन (जीडीपी) में वृद्धि प्राकृतिक संसाधनों पर भी आधारित है। आर्थिक मंदी से निजात
वायनाड त्रासदी : लालच के परिणाम
Posted on 03 Sep, 2024 09:16 AMकेरल के वायनाड में 30 जुलाई की रात्रि भूस्खलन से हुई त्रासदी के बाद राज्य सरकार ने 01 अगस्त को जारी एक आदेश तुरंत वापस ले लिया। आदेश में कहा गया था कि वैज्ञानिक इस त्रासदी के संदर्भ में अपनी राय सार्वजनिक नहीं करें एवं अपने तक ही सीमित रखें। साथ ही वैज्ञानिक इस बाबद् कोई अध्ययन करना चाहें तो वे पहले सरकार से अनुमति लें। इस आदेश के पीछे राज्य सरकार का भय प्रतीत होता है। शायद पहले किसी वैज्ञानिक
पितरों की याद में पेड़
Posted on 09 Oct, 2018 05:17 PMसनातन धर्म की परम्परा के मुताबिक साल में एक बार पितृपक्ष आता है। मान्यता है कि पूर्वज भौतिक तौर पर हमारे बी