बृजेश विजयवर्गीय
बृजेश विजयवर्गीय
कुंड, बावड़ी, टांके, कुएँ और कुइयाँ
Posted on 05 Feb, 2017 01:39 PMबावड़ियों की तरह कुंड भी बूंदी में बहुत हैं। प्रसिद्ध कुंडों
सामाजिक व्यवस्था के साथ ही जलाशयों का भी बिखराव
Posted on 05 Feb, 2017 01:26 PMजलाशयों का रख-रखाव मरम्मत, साफ-सफाई के कार्य गाँव के लोग मिलकर करते थे परन्तु अब उपेक्षित
ऐतिहासिक परम्परा निर्माण की
Posted on 05 Feb, 2017 01:06 PMभारतीय राष्ट्रीय कला एवं संस्कृति निधि के ठाकुर रणवीर सिंह ने