अनिल अश्विनी शर्मा

अनिल अश्विनी शर्मा
पानी से परवरिश
Posted on 17 Sep, 2018 02:41 PM

उत्तर बिहार में पानी अथवा दलदली क्षेत्र लोगों को आर्थिक सम्बल और आजीविका उपलब्ध कराने में बड़ी भूमिका निभाता

मछलीपालन
तराजू में एक तरफ नमक तो दूसरी तरफ मेवा
Posted on 17 Aug, 2018 06:39 PM

प्रवीर कृष्ण (फोटो साभार - डाउन टू अर्थ)लघु वनोपज (minor forest produce - MFP) पर आदिवासियों का एकाधिकार होने के बावजूद वे उसके उचित दामों से वंचित हैं। बस्तर क्षेत्र में आदिवासी चिरौंजी जैसे महंगे मेवे को नमक के भाव बेचते हैं। तराजू में एक तरफ नमक होता है तो दूसरी और मेवा (ड्राइफूड) लघु वनोपज

प्रवीर कृष्ण
बाघ बनाम इंसान का कवि
Posted on 28 Apr, 2018 06:48 PM


गाँव, नदी, जंगल, पहाड़ से लेकर भाषा तक में जो बाजार आ चुका था, केदारनाथ सिंह अपनी कविताओं में बहुत अच्छी तरह से उसकी पहचान कर रहे थे

केदारनाथ सिंह
पर्यावरण, स्त्री और साहित्य
Posted on 15 Mar, 2018 05:16 PM

इको फेमिनिज्म मानता है कि कभी-कभी धार्मिक और वैज्ञानिक विश्वदृष्टियों के बीच के विरोध उनके विकास के लिये ह

ecofaminism
तो भारत में क्रिकेट हो जायेगा बन्द
Posted on 15 Mar, 2018 02:15 PM

क्रिकेट के लिये वायु प्रदूषण के मानक बने तो भारतीय शहरों में शायद ही कोई मैच हो पाये। भारतीय क्रिकेट कंट्र

cricket stadium
वजूद पर सवाल
Posted on 19 Feb, 2018 06:43 PM

क्या वन विकास निगम वर्तमान में गौण हो गए हैं? क्या उनकी उपयोगिता कम हो रही है? ये ऐसे यक्ष सवाल हैं जिसमें निगम अपने गठन के बाद से ही जूझ रहा है। निगम की कार्यप्रणाली ने जंगल और वनवासियों के बीच दीवार खड़ी कर दी है। इससे दोनों के बीच लगातार संघर्ष तेज होते जा रहे हैं। वनवासी हाशिए पर चले गए हैं। उनकी आर-पार की लड़ाई को देखने और समझने की कोशिश की अनिल अश्विनी शर्मा ने
आकाशीय आपदा का जमीनी सच
Posted on 12 Jan, 2018 02:16 PM
अमेरिका में बिजली गिरने से मरने वालों की संख्या से तुलना करे
यूरिया जीवन से जहर तक का सफर
Posted on 12 Jan, 2018 01:44 PM क्या यूरिया के दिन लद गए हैं?
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