यमुनानगर निर्मल गांव में अव्वल

हरियाणा में 330 गांव को निर्मल गांव घोषित किया गया हैं। सबसे ज्यादा संख्या यमुनानगर के 69 गांव की हैं। कुरुक्षेत्र के 50, अम्बाला के 49 और पानीपत के भी 30 गांव निर्मल की श्रेणी में हैं। नारनौल, गुड़गांव, फतेहाबाद, सिरसा व बहादुरगढ़ का एक भी गांव इस सूची से बाहर है। रेवाड़ी में महज एक और सीएम के गृह जिले रोहतक के सात ही गांव निर्मल में चुने गए हैं। दिल्ली के विज्ञान भवन में कार्यक्रम के दौरान गांवों के सरपंचों को निर्मल गांव पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। 2006 से 2011 तक प्रदेश में 1578 गांव निर्मल हो चुके हैं।

गत वर्ष प्रदेश के 259 गांव निर्मल बने थे, वहीं इस साल बढ़कर इनकी संख्या 330 हो गई है। गांवों को भविष्य में भी निर्मल बनाए रखने के लिए सरपंचों को प्रोत्साहित किया। निर्मल गांव का पुरस्कार लेने के लिए प्रदेश के 80 सरपंच दिल्ली आए। प्रदेश सरकार ने नियम के अनुसार कुल निर्मल गांवों के एक तिहाई सरपंचों को पुरस्कार के लिए भेजा। पुरस्कार राशि गांव की आबादी के हिसाब से 50 हजार से लेकर 4 लाख रुपए तक है। जिला अनुसार निर्मल गांव अंबाला 49 भिवानी 16 फरीदाबाद 03 हिसार 11 झज्जर 23 जींद 08 कैथल 09 करनाल 26 है।

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