Posted on 27 Apr, 2012 11:15 AMहरियाणा में 330 गांव को निर्मल गांव घोषित किया गया हैं। सबसे ज्यादा संख्या यमुनानगर के 69 गांव की हैं। कुरुक्षेत्र के 50, अम्बाला के 49 और पानीपत के भी 30 गांव निर्मल की श्रेणी में हैं। नारनौल, गुड़गांव, फतेहाबाद, सिरसा व बहादुरगढ़ का एक भी गांव इस सूची से बाहर है। रेवाड़ी में महज एक और सीएम के गृह जिले रोहतक के सात ही गांव निर्मल में चुने गए हैं। दिल्ली के विज्ञान भवन में कार्यक्रम के दौरान गांवो
Posted on 27 Apr, 2012 11:25 AMइटानगर में ‘मुलई’ नाम से मसहूर जादव पायेंग (50) ने 30 सालों तक 550 हेक्टेयर इलाके में जंगल उगाने का काम किया है। इन्होंने 1980 में जंगल लगाने का काम शुरू किया था। जब गोलाघाट जिले के सामाजिक वानिकी प्रभाग के अरूण चपोरी ने इलाके में 200 हेक्टेयर की भूमि पर वृक्षारोपण की एक योजना शुरू की थी। यहां अर्जुन, वालकोल, इजर, गुलमोहर, कोरोई, मोज और हिमोलु के पेड़ लगाए जाते हैं। 300 हेक्टेयर भूमि में बांस के पेड़ है। प्रकृति के प्रेमी मुलई अपने छोटे से परिवार के साथ इसी जंगल के पास रहते हैं। गाय और भैस को पालकर इन्हीं से अपनी अजीविका भी चलाते हैं।