प्रभावित गांवों का प्राथमिकता के आधार पर संक्षिप्त विवरण प्रदेश के कई जिलों व विकास खंडों के गाँवों में अभी तक सरकार की राहत राशि व पुनर्वास के काम शुरू नहीं हो पाए हैं। इन इलाकों की विस्तृत सूची तो व्यापक सर्वे के बाद तैयार हो पाएगी अभी तक प्राप्त सूचनाओं व आकड़ों के आधार पर निम्न गांवों में त्वरित राहत खासकर अस्थाई आवास व भोजन, गर्म कपड़ों व बिस्तर की आवश्यकता है। नैनीताल, उधमसिंह नगर, व हरिद्वार के अति आपदाग्रस्त इलाकों के भ्रमण के दौरान जो सूची हमने तैयार की उसके आधार पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट आपके अवलोकनार्थ प्रस्तुत है।
निम्नलिखित संस्थाओं द्वारा अपने स्तर पर लोक संवाद एवं आपदा प्रभावित इलाकों के सर्वेक्षण के उपरांत आंकड़ों का संकलन किया गया है। इस सम्पूर्ण प्रयास में सम्मिलित संस्थाओं के नाम निम्नवत हैं-
हिमालय नीति संवाद हरित स्वराज अभियान आपदा संवेदना मंचहैस्को सैडेड हिमालया ट्रस्ट उत्तराखंड सर्वोदय मंडल
विकासखंड- बेतालघाट
जारोसी
छोड़ीधूरा
आम बाड़ी
ऊचाकोट
ओड़ा बासकारे
दाजिमा
थुवास्लोक
सुनाकोट सेरा
बग्वान
पातली
बेचौड़ी
छानीखेत
मयू
मतेला
चापड़
कनारगांव -
उपरोक्त गांवों में 22 मकान पूर्णतः ध्वस्त हैं, 30 मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हैं। रोड से दूर बसे गांवों में कोई राहत नहीं। कोई प्रशासनिक मदद नहीं मिली है। एन. जी. ओ. द्वारा भी कोई मदद नहीं। कुछ गांवों में आपदा प्रबंधन की टीम ने सर्वे किया है। खासकर यहां के दलित परिवारों को प्राथमिक सहायता भी प्राप्त नहीं हुई। इन परिवारों के पास खेती के लायक जो जम़ीन थी वह भी बह गई है।
विकासखंड - ओखलकाण्डा
सुन्दर खाली
पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त, 28 घर रहने योग्य नहीं। 10 किलोमीटर तक सम्पर्क मार्ग ध्वस्त। उक्त गांव में त्वरित रूप से राशन, कपड़ा और अन्य जरूरी सामग्री की आवश्यकता है।
चुकम गांव
इस गांव के 52 परिवार प्रभावित हैं जो बटाईदार थे। प्रशासन सिर्फ भूमि के मालिकों को मुआवजा दे रही है। 10 परिवार पूर्ण रूप से बर्बाद हो चुके हैं। उक्त क्षेत्र में कोसी नदी के जल भराव से प्रभाव पड़ा है।
आमडंडा गांव
गांव पूर्ण रूप से जल भराव के कारण प्रभावित है। सड़क के किनारे रह रहे 25 परिवार पूर्ण प्रभावित है । भोजन व दैनिक सामग्री का इंतजाम अभी तक सरकारी तौर पर नहीं हो पाया है।
शक्तिफाॅर्म 7, 8रंजीत नगर
सुरेन्द्र नगर
मोहन नगर
जय नगर
अरविन्द नगर
टुकड़ी बिचवा
बेगुल और देवड़ा नदी
कुल प्रभावित परिवारों की संख्या 152
उधमसिंह नगर के सितारगंज व खटीमा विकास खंड बुरी तरह से प्रभावित है जहां पर बेगुल व देवड़ा नदी के साथ-साथ नानक सागर व हरीपुरा बैराज के पानी ने भारी तबाही मचाई है। कुल प्रभावितों की संख्या 6000, सुरेन्द्र नगर में 155 परिवार प्रभावित हैं। लोग प्राथमिक विद्यालयों में रह रहे है। करीब 20 गांवो का सम्पर्क टूट चुका है। नानक सागर से छोड़े गए पानी के कारण टुकड़ी और बिचवा बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। 18 मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुके है। पानी भराव से क्षेत्र में महामारी का खतरा बना हुआ है। डेंगू व चिकनगुनिया के साथ-साथ पीने के पानी का लगातार अभाव बना है।
अचगनी गांव
विचौर गांव
ऊॅची महवत
संतना
राजीव नगर
इस्लाम नगर
बाल्मिकी बस्ती
उपरोक्त गांव पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुके हैं। सभी लोग प्राथमिक स्कूलों में रह रहे हैं। (मुरवरास नाले के पानी से प्रभावित) मकान ध्वस्त हुए हैं, खेती की जमीनें नष्ट हुई हैं। भोजन सामग्री व गर्म वस्त्र नष्ट हो चुके हैं। जगह-जगह पानी भराव से मच्छरों से डेंगू व चिकनगुनिया होने की खतरा बना है।
नोट - जिला उधमसिंह नगर, जनपद के हरिपुरा जलाशय जो भाखड़ा व गौड़ नदी पर बना उसके तटबंध के भीतर चार गांवों में तबाही हुई है।
विकास खंड - खानपुर
शेरपुर बेला
दल्लेवाला
दुगड़पुरी
जोगावाला
लालपुर
मयाना
मारे वेल्ला
मोहनावाला
मथाना
रापसी
भोगपुर
विक्रमपुर
बिषनपुर कुटी
दरगा पुर
लावेल पुर
कुटिनेत वाला
उपरोक्त गांवों की वर्तमान स्थिति -
हरिद्वार जिले के दो विकासखंडों में आपदा ग्रस्त परिवार नारकीय जीवन जी रहे हैं। सरकारी व गैर सरकारी सहायता नहीं पहुंची है।
मयाना में अभी तक पानी भरा है। फसलों का नुकसान हुआ है। चारा, भोजन, ईंधन, आदि की सप्लाई नहीं हो पा रही है। मकानों में दरार आ चुकी है। डैगूं और चिकनगुनिया जैसे रोगों के फैलने की आशंका। 5 मकान ध्वस्त हो चुके हैं, प्रशासन की ओर से कोई कैम्प नहीं चल रहा है। 7 परिवार अन्य लोगों के घरां में रह रहे हैं। खेतीतबाह को चुकी है। स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। ग्रामीण छप्पर, बना कर मुश्किल से रात काटने को मजबूर हैं। आपदा राहत के नाम पर ग्रामीणों को किसी तरह की कोई भी राहत सामग्री नहीं बाटी गई है। दोनों विकास खंड के जिन गांवों में तुरंत राहत कार्यो की आवश्यक्ता है की सूचि नीचे दी गई है। इन गांवों में परिवारों की प्राथमिकता तथा आवश्यकता के आधार पर निम्न राहत सामग्री की आवश्यक्ता है।
1) अस्थाई आवास
2) गर्म कपड़े
3) भोजन तथा दवाईयां
विकास खंड - ऊखीमठ
नागजगई
26 परिवार प्रभावित हैं इनकी कुल जनसंख्या 122 है। पशु संख्या 85 है। जिनके घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हैं। 36 गौशालाएं क्षतिग्रस्त। जाख तोक में लगभग 250 नाली जमीन बह गई। कुल 22 परिवारों को 35000 रुपये प्रति परिवार के हिसाब से मुआवजा मिला है। तहसील से 3 टैंट मिले हैं।
फेगु
5 परिवार प्रभावित हुए हैं। 40-50 नाली जमीन बह गई।
खुमेरा
4 परिवार प्रभावित हुए जिनकी कुल जनसंख्या 16 है। मिलन केंद्र व इण्टर काॅलेज क्षतिग्रस्त। प्रशासन से कोई मदद नहीं। जमीन धंस रही है।
क्यूंजा
1 परिवार प्रभावित, मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त। परिवार वाले किसी दूसरे के घर में रह रहे हैं।
बोरा
1 परिवार प्रभावित जिसकी कुल जनसंख्या 3 है। तहसील रूद्रप्रयाग से मदद मिली है।
बरम्वाड़ी
2 परिवार प्रभावित जिनकी कुल जनसंख्या 13 है। 20 नाली जमीन खराब।
थतेरा
चौकी बड़सिल
बचाणसौं
विकासखंड - ताकुला
भेंटुली
1 मृत्यु, 1 घायल, 1 गाय, 1 बैल, 2 मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त, तीन मकान गंभीर तथा 2 मकान आंशिक क्षतिग्रस्त। कुल 67 लोग प्रभावित।
सुनौली
1 मकान गंभीर, 5 मकान आंशिक क्षतिग्रस्त, कुल 9 परिवार प्रभावित।
भैंसोड़ी
1 मकान पूर्ण ध्वस्त, 1 आंशिक तथा 27 परिवार प्रभावित।
बसौली
तीन परिवार प्रभावित।
भड़ौली
25 परिवार प्रभावित।
सुराड़ी
14 परिवार प्रभावित।
गंगलाकोटली
1 मकान गंभीर, कुल 39 परिवार प्रभावित।
जिजाड़
3 मकान गंभीर, 3 आंशिक क्षतिग्रस्त तथा कुल 69 परिवार प्रभावित।
मल्ला तिरड़ा
31 परिवार प्रभावित
पोखरी
1 मकान गंभीर तथा 1 आंशिक क्षतिग्रस्त। कुल 21 परिवार प्रभावित।
नोट - जनपद उत्तरकाशी के आंकड़े ग्रामवार न होकर संख्यावार प्रस्तुत किया गया है।
विकासखंड गरूड़ (बागेश्वर) में सर्वे के दौरान ग्रामवार प्रभावितों के नाम को अंकित किया गया है। इन प्रभावितों में अधिकांश लोगों के पास अब रहने लायक घर तक नहीं है। बहुत से ऐसे परिवार है जो दूसरों के घरों में अथवा किराए के घर में रह रहे हैं। नीचे अंकित सभी नामों को ग्रामवार दर्शाया गया है।
1. नन्दा बल्लभ पांडे, पुत्र श्री कृष्णानन्द पांडे।
2. भुवन चन्द्र जोशी, पुत्र श्री रामदत्त
3. हेमा जोशी, पत्नी श्री देवी दत्त,
4. रमेष चन्द्र जोशी, पुत्र श्री गंगा दत्त
5. गोविन्द बल्लभ जोशी
6. नन्द किशोर जोशी, पुत्र श्री देवकी नन्दन जोशी
7. सावित्री देवी, पत्नी श्री बसंत बल्लभ
8. गीता देवी, पत्नी श्री गिरीश चंद
9. गिरीश राम, पुत्र श्री रतन राम
10. शंकर लाल, पुत्र श्री प्रेम राम -मकान पूर्ण ध्वस्त। शीघ्र मदद कीआवश्यकता
1. देव गिरी, पुत्र श्री प्रेम गिरी
2. हेम गिरी, पुत्र श्री हीरा गिरी
3. ईश्वर गिरी, पुत्र श्री हयात गिरी
4. मोहन गिरी, पुत्र श्री अमर गिरी
5. हीरा गिरी, पुत्र श्री राम गिरी
1. प्रताप सिंह, पुत्र श्री शिव सिंह -आवासीय मकान खतरे में
2. गोपाल दत्त, पुत्र बद्री दत्त -आंशिक नुकसान
1. मदन सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
2. तारा दत्त, पुत्र श्री दीवान सिंह
3. विशन सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
4. त्रिलोक सिंह, पुत्र श्री मादो सिंह
5. प्रदीप पांडे, पुत्र श्री राम दत्त
6. हरीश सिंह, पुत्र श्री महेन्द्र सिंह -आवासीय मकान ध्वस्त होने की कगार पर
7. अमर सेन, पुत्र श्री किशन सेन -मदद की शीघ्र आवश्यकता
8. हीरा सिंह, पुत्र श्री मोहन सिंह -दो बैल, एक गाय, एवं एक बछिया मर चुकी है, आवासीय मकान ध्वस्त
1. कुंवर राम, पुत्र श्री हिम्मत राम
2. शेर राम
3. देव राम
4. गुंसाई राम
5. दिवान राम
6. मोहन राम
7. लीला राम
8. दिवान राम, पुत्र श्री चिम राम
9. शेर राम, पुत्र श्री चिम राम
10. रमेश राम, पुत्र श्री चिम राम
11. विशन राम, पुत्र श्री कुशाल राम
12. आनन्द राम, पुत्र श्री गोपाल राम
13. हीरा देवी, पत्नी श्री गोपाल राम
14. प्रेम राम, पुत्र श्री चिम राम
15. तिल राम, पुत्र श्री दौलत राम
16. पनी राम, पुत्र श्री राम लाल
17. जगदीश राम पुत्र श्री पनी राम -परिवार पाटली स्कूल में विस्थापित है
1. नैन राम, पुत्र श्री तिल राम -आंशिक नुकसान शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. नर राम, पुत्र श्री तिल राम -मकान ध्वस्त
1. भगवत सिंह, पुत्र श्री प्रेम सिंह
2. सुन्दर सिंह, पुत्र श्री उदे सिंह
3. हरूली देवी, पत्नी श्री डुंगर सिंह
4. उदे सिंह, पुत्र श्री मदन सिंह
5. उमेद सिंह, पुत्र श्री कुशाल सिंह
6. जीवन सिंह, पुत्र श्री खीम सिंह
7. जगत सिंह, पुत्र श्री राधे सिंह
8. कलावती देवी, पत्नी श्री नारायण सिंह
9. ललित सिंह, पुत्र श्री पान सिंह
10. बहादुर सिंह, पुत्र श्री कुशाल सिंह -2 बैल, 2 भैंस व पांच बकरियां मर चुकी हैं
11. हरीश राम, पुत्र श्री रतन राम -शीघ्र मदद की आवश्यकता
12. गोपाल राम, पुत्र श्री राम लाल -शीघ्र मदद की आवश्यकता
1. हरीराम, पुत्र श्री नरी राम -मकान ध्वस्त एवं जमीन खिसक गई है
2. खीम राम, पुत्र श्री नरी राम -मकान रहने लायक नहीं है
3. राधिका देवी, पत्नी श्री गोपाल राम -मकान रहने लायक नहीं है
4. खगी राम, पुत्र श्री गंगा राम -मकान रहने लायक नहीं है
5. गोवर्धन राम, पुत्र श्री गंगा राम -मकान रहने लायक नहीं है
6. नन्दन राम पुत्र श्री मनोरथ राम -मकान रहने लायक नहीं है
7. गंगा राम, पुत्र श्री धनी राम -मकान रहने लायक नहीं है
8. बिशन राम, पुत्र श्री नाथु राम -मकान रहने लायक नहीं है
9. राजन राम, पुत्र श्री लीला राम -मकान रहने लायक नहीं है
10. जगदीश राम, पुत्र श्री लीला राम -मकान रहने लायक नहीं है
11. हरी राम, पुत्र श्री लीला राम -मकान रहने लायक नहीं है
12. भरत कुमार, पुत्र श्री प्रेम राम
13. हीरा राम, पुत्र श्री शिव राम
14. तारी राम, पुत्र श्री किशन राम
15. आनन्द राम, पुत्र श्री शिव राम
16. मथुरा प्रसाद, पुत्र श्री किशन राम
17. रमेश राम पुत्र श्री अम्बीराम -मकान खतरे में है, जमीन खिसक रही है
18. नन्दन राम, पुत्र दिवानी राम
1. महेन्द्र सिंह, पुत्र श्री प्रताप सिंह
2. कान्तुली देवी, पत्नी श्री तारा राम
3. दान सिंह, पुत्र श्री वीर सिंह
4. नन्दा बल्लभ, पुत्र श्री धर्मानन्द
5. चिन्तामणि, पुत्र श्री राम पन्त
1. किशोर खोलिया, पुत्र श्री पूरन चन्द्र
2. देवी दयाल, पुत्र श्री पनी राम
3. पूरन चन्द्र, पुत्र श्री प्रेम बल्लभ
4. प्रकाश चन्द्र, पुत्र श्री जगदीश चन्द्र
5. मथुरा दत्त, पुत्र श्री बाला दत्त
6. देवकी नन्दन, पुत्र श्री केशव दत्त
1. गिरधारी लाल, पुत्र श्री नरी राम -मकान ध्वस्त, शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. लालू राम, पुत्र श्री प्रेम राम -मकान ध्वस्त
3. खीम राम, पुत्र श्री भवानी राम
4. देवेन्द्र सिंह, पुत्र श्री केदार सिंह, -कृषि भूमि का नुकसान एवं पानी का टैंक ध्वस्त
5. हीरा सिंह, पुत्र श्री केदार सिंह -खेत का नुकसान
6. हरीश सिंह, पुत्र श्री भगवत सिंह -खेत का नुकसान
7. नरेन्द्र सिंह, पुत्र श्री माल सिंह -खेत का नुकसान
8. गंगा देवी, पत्नी श्री दिनेश राम -मकान ध्वस्त की कगार पर
1. आनन्द सिंह, पुत्र श्री राम सिंह -मकान एवं आंगन, रास्ता एवं 10 खेत का नुकसान। शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. धरम सिंह -फसल वाले 12 खेतों का नुकसान
3. चन्दन सिंह -3 खेतों का नुकसान
4. नर सिंह -मकान ध्वस्त होने की कगार पर
5. गोविन्द बल्लभ पांडे -गौशाला एवं तीन खेतों का नुकसान शीघ्रमदद की आवश्यकता
6. बलवन्त सिंह -सब्जी वाले चार खेत और चाय बागान कानुकसान
1. थापली देवी, पत्नी श्री स्व. आनन्द राम -गौशाला ध्वस्त व मकान रहने लायक नहीं
2. जगमोहन सिंह, पुत्र श्री गोपाल सिंह -12 खेत नष्ट व रहने के मकान में दरार
1. नारायण सिंह भंडारी, पुत्र श्री कुशाल सिंह -मकान को खतरा आंगन ध्वस्त। शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. डुंगर सिंह, पुत्र श्री पान सिंह -शीघ्र मदद की आवश्यकता
3. मोहन सिंह, पुत्र श्री कुशाल सिंह -गौशाला नष्ट
1. बहादुर सिंह, पुत्र श्री धरम सिंह, गड़िया -गौशाला ध्वस्त
2. लाल सिंह, पुत्र श्री बहादुर सिंह, भोजगण -गौशाला ध्वस्त
3. आनन्द सिंह, पुत्र श्री चनर सिंह -खेतों को नुकसान
4. जगत राम, दिवान राम -मकान खतरे में
5. हीरा सिंह, पुत्र श्री भवान सिंह -मकान खतरे में
6. उमेद सिंह, पुत्र श्री भोपाल सिंह -मकान खतरे में
7. नारायण दत्त, पुत्र श्री मोहन चन्द्र -मकान खतरे में
8. नैन सिंह, पुत्र श्री मोहन सिंह -मकान खतरे में
1. भुवन चन्द्र तिवारी, पुत्र श्री चिन्तामणि -मकान ध्वस्त, प्रा. पा. में विस्थापित
1. हरीश सिंह रावत, पुत्र श्री स्व. प्रताप सिंह रावत -पूर्ण ध्वस्त एवं विस्थापित।शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. भूपाल सिंह रावत, पुत्र श्री स्व. प्रताप सिंह रावत -पूर्ण ध्वस्त एवं विस्थापित
3. नन्दी देवी, पत्नी स्व. शंकर सिंह रावत
4. शंकर सिंह, पुत्र श्री हयात सिंह
5. शिव सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
6. किशन सिंह, पुत्र श्री उमराव सिंह
पंचायत जाड़ापानी - कौसानी
1. बिशन राम, पुत्र श्री बची राम -मकान ध्वस्त एवं एक गाय दब गई है।
1. दमुली देवी, पत्नी स्व. श्री हरीश राम -मकान ध्वस्त
2. हरीश राम, पुत्र स्व. श्री उमेद राम -मकान ध्वस्त
3. दयाल राम, पुत्र स्व. श्री हिम्मत राम -मकान ध्वस्त
4. नंदन प्रसाद, पुत्र श्री स्व. चनी राम
5. दयाल राम, पुत्र श्री स्व. चनी राम
6. गणेश लाल, पुत्र श्री स्व. चनी राम
7. उदे राम, पुत्र श्री स्व. बल राम
8. पूरन लाल, पुत्र श्री लीला राम
9. जगदीश राम, पुत्र श्री लीला राम
10. भगवत प्रसाद, पुत्र स्व. श्री खीम राम
11. हिरूली देवी, पत्नी श्री स्व. खीम राम
12. हरीश राम पुत्र स्व. श्री देव राम
13. गीता देवी पत्नी श्री गिरीश लाल
14. अनिल कुमार पुत्र स्व. श्री हरीश राम
15. नन्दन राम पुत्र स्व. श्री जय राम
16. नरी राम पुत्र श्री अंत राम
17. नन्दन राम पुत्र श्री अमर राम
18. कैलाश राम पुत्र श्री किशन राम
19. धनी राम पुत्र श्री गंगा राम
20. मोहन राम पुत्र श्री बाला राम
21. राजेन्द्र प्रसाद पुत्र श्री भुवन राम
22. नवीन कुमार पुत्र श्री पूरन राम
23. विपिन राम पुत्र श्री पूरन राम
24. राम लाल पुत्र श्री दल राम
25. पूरन राम पुत्र श्री राधे राम
26. गोपाल राम पुत्र श्री दल राम
27. दीप चन्द्र पुत्र श्री गोपाल राम
28. ललिता प्रसाद पुत्र श्री कुश राम
29. नन्द राम पुत्र श्री कुश राम
30. ईश्वरी राम पुत्र श्री राम लाल
31. ललिता प्रसाद, पुत्र श्री मनी राम
32. प्रमोद कुमार, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
33. आनन्द प्रसाद, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
34. जगदीश राम, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
35. राजेन्द्र प्रसाद, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
36. केशव लाल, पुत्र श्री पन राम
37. राजेन्द्र प्रसाद, पुत्र श्री हरि राम
38. आनन्द प्रसाद, पुत्र श्री प्रेम राम
39. बचुली देवी, पत्नी श्री किशन राम
40. कैलाश राम, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
41. पूरन राम, पुत्र श्री बिशन राम,
42. उमेश राम, पुत्र श्री बिशन राम
43. महेश राम, पुत्र श्री प्रेम राम
44. राजेन्द्र प्रसाद, पुत्र श्री भुवन राम
45. गोप राम, पुत्र श्री विजय राम
46. जगदीश राम, पुत्र श्री तेज राम
47. जानकी देवी, पत्नी श्री दिनेश राम
48. भुवन राम, पुत्र श्री जैत राम
49. हेम चन्द्र, पुत्र श्री पूरन राम
50. दीवान राम, पुत्र श्री मदन राम
1. नित्यानन्द जोशी, पुत्र श्री गंगादत्त -आवास ध्वस्त
2. पूरन चन्द्र, पुत्र श्री मथुरा दत्त -आवास ध्वस्त
3. चन्दन पुरी -आवास ध्वस्त
4. आकाश पुरी, पुत्र श्री नारायण पुरी
5. अनन्दी देवी, पत्नी श्री तारा पुरी -आवास में दरार
6. गंगा देवी, पत्नी श्री बच पुरी
7. प्रेम बल्लभ, पुत्र श्री लीलाधर
8. गोपाल सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
9. विरेन्द्र सिंह रौतेला
10. हेमा देवी, पत्नी श्री हीरा देवी
11. जगदीश सिंह, पुत्र श्री वीर सिंह -आवास ध्वस्त
12. राधिका देवी
13. किसरी देवी
14. गोविन्दी देवी, पत्नी श्री बहादुर सिंह
15. भागीरथी देवी, पत्नी श्री नैन सिंह
16. चनुली देवी, पत्नी श्री लील राम -मकान खतरे में
17. मदन सिंह, पुत्र श्री देव सिंह -आवास ध्वस्त
18. दिनेश पांडे
19. राजेन्द्र सिंह, पुत्र श्री लछम सिंह
20. चन्द्र कान्ता, पत्नी श्री सगत सिंह
21. बलवन्त सिंह, पुत्र श्री सगत सिंह
22. मोहन राम, पुत्र श्री पनी राम
कई अवास रहने लायक नहीं, परिवार विस्थापित हैं।
1. नवीन राम, पुत्र श्री गाविन्द राम
2. खड़क राम, पुत्र श्री मानी राम
3. रमेश राम, पुत्र श्री अन राम
4. फकीर राम, पुत्र श्री अन राम
5. हरीश राम, पुत्र श्री विशन राम
6. ख्याली राम
7. मोहन राम, पुत्र श्री दिवान राम
उपरोक्त लोगों के आवास रहने लायक नहीं, परिवार विस्थापित हैं।
ग्वाल्दे
1. मदन राम
2. हेमा देवी, पत्नी दिवान राम
3. आशा देवी, पत्नी शिवराम
4. भवानी देवी, पत्नी राम सिंह
कपलढुंगा
1. बिशन नाथ पुत्र प्रेम नाथ
नौघर स्टेट
1. हेम राम पुत्र देव राम
ग्राम सभा - डोभा
1. मोहन चन्द्र पुत्र हरिदत्त
2. मथुरादत्त पुत्र हरिदत्त
3. हरीश प्रसाद
4. तारा राम
उपरोक्त ग्रामीणों को त्वरित राहत की आवश्यकता।
उत्तराखंड़ में आपदा के बाद जो आंकड़े सामने आए वह चौकाने वाले हैं। इन आकड़ों ने यह साबित कर दिया कि आज भी दलित समाज हासिए में है। सरकार की तमाम योजनाओं के बावजूद दलित समाज का उत्थान होता नज़र नहीं आ रहा है। लगभग 80 प्रतिशत दलित समुदाय ने इस आपदा में अपना घरबार ही नहीं जान भी गवाई है। रानीखेत के इन्द्रा कालोनी का उदाहरण ही ले लिया जाए तो, वहां 99 प्रतिशत दलित समुदाय के लोग रहते हैं। भूमिहिन और मजदूर वर्ग के ये लोग ख़तरों की जद में रहने को मजबूर है। इनकी सहायता न तो राज्य सरकार कर रही है और न ही केन्द्र। ऐसे में तमाम दवों के बाद भी दलित समाज हमेशा से ही हासिए में रहा है। उत्तराखंड के इस आपदा ने तो यह साफ कर दिया है कि दलितो के हितों के लिए न तो सरकार जागरूक है और न ही समाज। उनकी स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है।
सरकारी कागजों में आंकड़ों की स्थिति और आपदा राहत के मानक सन् 2007 में नृपसिंह नपच्याल के मुख्य सचिव के कार्यकाल के दौरान प्रदेश सरकार ने आपदा राहत के लिए जो मानक बनाए थे, उनके आधार पर ही 2010 के आपदा राहत के मानक तय किए गए हैं। इन्हीं मानकों के आधार पर अलग-अलग श्रेणी के लिए राहत की दरों को संशोधित किया गया है। जिसकी सूची निम्नवत है।
नोट - इन सबके अतिरिक्त इस राहत पैकेज में गौशालाओं का मुआवजा, शौचालय का मुआवजा, आंगन, घर के पीछे की दीवारों, घर तक का संपर्क मार्ग आदि का कोई विवरण नहीं दिया गया है।
1. मृत्यु 75000
2. घायल व अपंगता पर 40 से 75 हजार (अलग-अलग श्रेणी)
3. कपड़े आदि के लिए 2000 (बहने की स्थिति में)
4. बर्तन आदि 2000 (बहने की स्थिति में)
5. मकान की क्षति पूर्ण क्षति के लिए - 50000
6. भारी क्षति के लिए 30000
7. आंशिक क्षति 10000
8. खेत से मलबा हटाने हेतु राशि 10000 प्रति हैक्टेयर200 प्रति नाली
9. नदी द्वारा कटाव पर 25000/500 प्रति नाली
10. घोड़ा, गाय, भैंस के मरने पर 1500
आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु प्रस्ताव उत्तराखंड के नागर समाज, जन सरोकारों से जुडें रचनाधर्मियों एवं सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में आपदा संवेदना मंच का गठन किया गया और चर्चा एवं विचार विमर्श के उपरांत मंच के माध्यम से उत्तराखंड में आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किया गया
प्रस्ताव
1. प्रदेश में हुई प्राकृतिक आपदा एवं प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए राज्य गठन दिवस को सादगीपूर्ण आयोजित किया जाए।
2 . उत्तराखंड में आपदा प्रभावित लोगों कों तुरंत मकान के बदले मकान दिया जाए और जमीन के बदले जमीन उपलब्ध कराई जाए।
3. बेघर परिवारों के लिए तुरंत संभावित राहत देने का प्रावधान किया जाए। संकटग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुंचाने में स्थानीय स्वयंसेवकों/नागर समाज/जन संगठनों की मदद ली जाए।
4. कृषि एवं कृषि भूमि के लिए दिया जाने वाला वर्तमान मुआवजा न केवल नाकाफी है, बल्कि अपमानजनक है, इसमें आवश्यक संशोधन किए जाने की तुरंत आवश्यकता है।
5. आवास के संदर्भ में आशिंक क्षति, आशिंक तीक्ष्ण क्षति, पूर्ण क्षति के मानक को संशोधन कर मकान रहने योग्य है या अयोग्य है किया जाए।
6. राहत प्रबंधन के लिए प्रदेश से लेकर विकास खंड स्तर पर जन निगरानी जो लीज पर दी गई हैं और उसका जनहित में किसी प्रकार का उपयोग नहीं है, उसे निरस्त कर उन पर प्रभावितों का पुनर्वास किया जाए।
7. ऐसे परिवार जो वन ग्राम, टोंगिया ग्राम, गोठ व खत्ते वाली भूमि पर बसे हुए हैं, उन्हें संवदेना व मानवता के आधार पर प्राथामिकता देते हुए पुनर्वास सुविधा दी जाए।
8. तुरंत राज्य की आपदा नीति घोषित की जाए और आपदा नीति बनाने में नागर समाज का भी सहयोग लिया जाएे तथा अविलम्ब राज्य आपदा प्रबंधन कानून बनाकर लागू किया जाए।
9. आपदा से संबंधित जो भी सरकारी प्रबंधन व्यय हो वह आपदा राहत कोष से व्यय न किया जाए।
10. शीतकाल के कारण बर्फवारी या अधिक उंचाई वाले क्षेत्रों में प्रभावित परिवारों को समुचित आश्रय उपलब्ध कराए जाए।
11. मनरेगा के कार्ययोजना में आपदा से क्षतिग्रस्त कृषि भूमि व भवनों की पुननिर्माण कार्यों को भी सम्मिलित किया जाए।
12. ग्राम पंचायत, जिला व ब्लाक स्तर पर आपदा व राहत की परिस्थिति को नियमित रूप से प्रकाशित किया जाए।
13. मुआवजा राशि भौगोलिक परिस्थिति के आधार पर तय की जाए जैसे सुगम, दुर्गम, अतिदुगर्म क्षेत्र।
14. ऐसे स्कूल एवं परिवार जो आपदा से प्रभावित हुए हैं, उनकी सूची बनाकर उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पुस्तकें पुनः उपलब्ध कराई जाए।
15. आपदा प्रभावित गांवों में भवन निर्माण के लिए अतिरिक्त हक छपान, पत्थर एवं अन्य स्थानिक निर्माण सामग्री स्वीकृत की जाए।
16. ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक विद्यालय, पंचायत घर और अन्य जन सुविधाओं से समबंधित भवनों के निर्माण के लिए निःशुल्क नाप भूमि की बाध्यता समाप्त की जाए तथा चयनित भूमि की भूगर्भीय जांच के उपरांत ही स्वीकृति प्रदान की जाए।
17. पहाडी एवं तराई क्षेत्रों में आपदा से प्रभावित परिवारों के महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे - राशनकार्ड, मतदाता पहचान पत्र, शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र अविलम्ब द्वितीय प्रतिलिपि उपलब्ध कराई जाए व इसके लिए ग्राम पंचायत अधिकारी एवं पटवारी को पृथक निर्देश जारी किए जाए।
पर्यावरण के बदलते स्वरूप कहें या बिगड़ती हालत। दोनों ही मायनों में बदलाव ही सर्वोपरी है। लेकिन जो इस वर्ष दुनियां के हर हिस्से में देखने को मिला वह शायद ही पिछले 10 वर्षो में देखने को मिला होगा। औद्योगिकरण का विकास जितनी तेजी से इन 10 वर्षो में हुआ है, वह आसमान को छूने जैसा है।
अधिक जानकारी के लिए अटैचमेंट देखें
निम्नलिखित संस्थाओं द्वारा अपने स्तर पर लोक संवाद एवं आपदा प्रभावित इलाकों के सर्वेक्षण के उपरांत आंकड़ों का संकलन किया गया है। इस सम्पूर्ण प्रयास में सम्मिलित संस्थाओं के नाम निम्नवत हैं-
हिमालय नीति संवाद हरित स्वराज अभियान आपदा संवेदना मंचहैस्को सैडेड हिमालया ट्रस्ट उत्तराखंड सर्वोदय मंडल
जनपद - नैनीताल
विकासखंड- बेतालघाट
जारोसी
छोड़ीधूरा
आम बाड़ी
ऊचाकोट
ओड़ा बासकारे
दाजिमा
थुवास्लोक
विकासखंड - ताड़ीखेत
सुनाकोट सेरा
बग्वान
पातली
बेचौड़ी
छानीखेत
मयू
मतेला
चापड़
कनारगांव -
उपरोक्त गांवों में 22 मकान पूर्णतः ध्वस्त हैं, 30 मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हैं। रोड से दूर बसे गांवों में कोई राहत नहीं। कोई प्रशासनिक मदद नहीं मिली है। एन. जी. ओ. द्वारा भी कोई मदद नहीं। कुछ गांवों में आपदा प्रबंधन की टीम ने सर्वे किया है। खासकर यहां के दलित परिवारों को प्राथमिक सहायता भी प्राप्त नहीं हुई। इन परिवारों के पास खेती के लायक जो जम़ीन थी वह भी बह गई है।
जिला नैनीताल
विकासखंड - ओखलकाण्डा
सुन्दर खाली
पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त, 28 घर रहने योग्य नहीं। 10 किलोमीटर तक सम्पर्क मार्ग ध्वस्त। उक्त गांव में त्वरित रूप से राशन, कपड़ा और अन्य जरूरी सामग्री की आवश्यकता है।
चुकम गांव
इस गांव के 52 परिवार प्रभावित हैं जो बटाईदार थे। प्रशासन सिर्फ भूमि के मालिकों को मुआवजा दे रही है। 10 परिवार पूर्ण रूप से बर्बाद हो चुके हैं। उक्त क्षेत्र में कोसी नदी के जल भराव से प्रभाव पड़ा है।
विकास खंड- रामनगर
आमडंडा गांव
गांव पूर्ण रूप से जल भराव के कारण प्रभावित है। सड़क के किनारे रह रहे 25 परिवार पूर्ण प्रभावित है । भोजन व दैनिक सामग्री का इंतजाम अभी तक सरकारी तौर पर नहीं हो पाया है।
जनपद - उधम सिंह नगर
शक्तिफाॅर्म 7, 8रंजीत नगर
सुरेन्द्र नगर
मोहन नगर
जय नगर
अरविन्द नगर
टुकड़ी बिचवा
बेगुल और देवड़ा नदी
विकासखंड सितारगंज
कुल प्रभावित परिवारों की संख्या 152
उधमसिंह नगर के सितारगंज व खटीमा विकास खंड बुरी तरह से प्रभावित है जहां पर बेगुल व देवड़ा नदी के साथ-साथ नानक सागर व हरीपुरा बैराज के पानी ने भारी तबाही मचाई है। कुल प्रभावितों की संख्या 6000, सुरेन्द्र नगर में 155 परिवार प्रभावित हैं। लोग प्राथमिक विद्यालयों में रह रहे है। करीब 20 गांवो का सम्पर्क टूट चुका है। नानक सागर से छोड़े गए पानी के कारण टुकड़ी और बिचवा बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। 18 मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुके है। पानी भराव से क्षेत्र में महामारी का खतरा बना हुआ है। डेंगू व चिकनगुनिया के साथ-साथ पीने के पानी का लगातार अभाव बना है।
विकास खंड खटीमा
अचगनी गांव
विचौर गांव
ऊॅची महवत
संतना
राजीव नगर
इस्लाम नगर
बाल्मिकी बस्ती
उपरोक्त गांव पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुके हैं। सभी लोग प्राथमिक स्कूलों में रह रहे हैं। (मुरवरास नाले के पानी से प्रभावित) मकान ध्वस्त हुए हैं, खेती की जमीनें नष्ट हुई हैं। भोजन सामग्री व गर्म वस्त्र नष्ट हो चुके हैं। जगह-जगह पानी भराव से मच्छरों से डेंगू व चिकनगुनिया होने की खतरा बना है।
नोट - जिला उधमसिंह नगर, जनपद के हरिपुरा जलाशय जो भाखड़ा व गौड़ नदी पर बना उसके तटबंध के भीतर चार गांवों में तबाही हुई है।
जनपद - हरिद्वार
विकास खंड - खानपुर
शेरपुर बेला
दल्लेवाला
दुगड़पुरी
जोगावाला
लालपुर
मयाना
मारे वेल्ला
मोहनावाला
मथाना
विकास खंड - लक्सर
रापसी
भोगपुर
विक्रमपुर
बिषनपुर कुटी
दरगा पुर
लावेल पुर
कुटिनेत वाला
उपरोक्त गांवों की वर्तमान स्थिति -
हरिद्वार जिले के दो विकासखंडों में आपदा ग्रस्त परिवार नारकीय जीवन जी रहे हैं। सरकारी व गैर सरकारी सहायता नहीं पहुंची है।
मयाना में अभी तक पानी भरा है। फसलों का नुकसान हुआ है। चारा, भोजन, ईंधन, आदि की सप्लाई नहीं हो पा रही है। मकानों में दरार आ चुकी है। डैगूं और चिकनगुनिया जैसे रोगों के फैलने की आशंका। 5 मकान ध्वस्त हो चुके हैं, प्रशासन की ओर से कोई कैम्प नहीं चल रहा है। 7 परिवार अन्य लोगों के घरां में रह रहे हैं। खेतीतबाह को चुकी है। स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। ग्रामीण छप्पर, बना कर मुश्किल से रात काटने को मजबूर हैं। आपदा राहत के नाम पर ग्रामीणों को किसी तरह की कोई भी राहत सामग्री नहीं बाटी गई है। दोनों विकास खंड के जिन गांवों में तुरंत राहत कार्यो की आवश्यक्ता है की सूचि नीचे दी गई है। इन गांवों में परिवारों की प्राथमिकता तथा आवश्यकता के आधार पर निम्न राहत सामग्री की आवश्यक्ता है।
1) अस्थाई आवास
2) गर्म कपड़े
3) भोजन तथा दवाईयां
जनपद - रूद्रप्रयाग
विकास खंड - ऊखीमठ
नागजगई
26 परिवार प्रभावित हैं इनकी कुल जनसंख्या 122 है। पशु संख्या 85 है। जिनके घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हैं। 36 गौशालाएं क्षतिग्रस्त। जाख तोक में लगभग 250 नाली जमीन बह गई। कुल 22 परिवारों को 35000 रुपये प्रति परिवार के हिसाब से मुआवजा मिला है। तहसील से 3 टैंट मिले हैं।
फेगु
5 परिवार प्रभावित हुए हैं। 40-50 नाली जमीन बह गई।
खुमेरा
4 परिवार प्रभावित हुए जिनकी कुल जनसंख्या 16 है। मिलन केंद्र व इण्टर काॅलेज क्षतिग्रस्त। प्रशासन से कोई मदद नहीं। जमीन धंस रही है।
क्यूंजा
1 परिवार प्रभावित, मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त। परिवार वाले किसी दूसरे के घर में रह रहे हैं।
बोरा
1 परिवार प्रभावित जिसकी कुल जनसंख्या 3 है। तहसील रूद्रप्रयाग से मदद मिली है।
बरम्वाड़ी
2 परिवार प्रभावित जिनकी कुल जनसंख्या 13 है। 20 नाली जमीन खराब।
विकास खंड - अगस्त्यमुनी
थतेरा
चौकी बड़सिल
बचाणसौं
जनपद - अल्मोड़ा
विकासखंड - ताकुला
भेंटुली
1 मृत्यु, 1 घायल, 1 गाय, 1 बैल, 2 मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त, तीन मकान गंभीर तथा 2 मकान आंशिक क्षतिग्रस्त। कुल 67 लोग प्रभावित।
सुनौली
1 मकान गंभीर, 5 मकान आंशिक क्षतिग्रस्त, कुल 9 परिवार प्रभावित।
भैंसोड़ी
1 मकान पूर्ण ध्वस्त, 1 आंशिक तथा 27 परिवार प्रभावित।
बसौली
तीन परिवार प्रभावित।
भड़ौली
25 परिवार प्रभावित।
सुराड़ी
14 परिवार प्रभावित।
गंगलाकोटली
1 मकान गंभीर, कुल 39 परिवार प्रभावित।
जिजाड़
3 मकान गंभीर, 3 आंशिक क्षतिग्रस्त तथा कुल 69 परिवार प्रभावित।
मल्ला तिरड़ा
31 परिवार प्रभावित
पोखरी
1 मकान गंभीर तथा 1 आंशिक क्षतिग्रस्त। कुल 21 परिवार प्रभावित।
जनपद - उत्तरकाशी
नोट - जनपद उत्तरकाशी के आंकड़े ग्रामवार न होकर संख्यावार प्रस्तुत किया गया है।
1. ब्लॉक मोरी
ग्रामसभाएं | 92 |
जनसंख्या | 38331 |
पूर्ण क्षति | 152 |
आंशिक क्षति | 171 |
मृतक | 4 |
घायल | 5 |
पशु हानि | 44 |
जमीन हैक्टेयर | 44.482 |
2. ब्लॉक - भटवाड़ी
ग्रामसभाएं | 95 |
जनसंख्या | 885 |
पूर्ण क्षति | 48 |
आंशिक क्षति | 18 |
मृतक | 4 |
घायल | 9 |
पशु हानि | 6 |
जमीन | 4.026 हैक्टेयर |
3. ब्लॉक - डुण्डा
ग्रामसभाएं | 123 |
जनसंख्या | 60000 |
पूर्ण क्षति | 135 |
आंशिक क्षति | 165 |
मृतक | 1 |
घायल | - |
पशु | 8 |
हानि जमीन | 32 हैक्टेयर |
4. ब्लाॅक - चिन्यालीसौंड़
ग्रामसभाएं | 101 |
जनसंख्या | 15000 |
पूर्ण क्षति | 73 |
आंशिक क्षति | 39 |
मृतक | 2 |
घायल | 3 |
पशु हानि | 9 |
जमीन | 9.5 हैक्टेयर |
5. ब्लॉक - बड़कोट
ग्रामसभाएं | 184 |
जनसंख्या | 48000 |
पूर्ण क्षति | 91 |
आंशिक क्षति | 98 |
मृतक | 9 |
घायल | - |
पशु हानि | 6 |
जमीन | 116.117 हैक्टेयर |
6. ब्लॉक - पुरोला
ग्रामसभाएं | 81 |
जनसंख्या | 32254 |
पूर्ण क्षति | 82 |
आंशिक क्षति | 55 |
मृतक | 2 |
घायल | 5 |
पशु हानि | 32 |
जमीन | 32.491 हैक्टेयर |
विकास खंड - गरूड़
विकासखंड गरूड़ (बागेश्वर) में सर्वे के दौरान ग्रामवार प्रभावितों के नाम को अंकित किया गया है। इन प्रभावितों में अधिकांश लोगों के पास अब रहने लायक घर तक नहीं है। बहुत से ऐसे परिवार है जो दूसरों के घरों में अथवा किराए के घर में रह रहे हैं। नीचे अंकित सभी नामों को ग्रामवार दर्शाया गया है।
ग्राम पंचायत - पाटली
1. नन्दा बल्लभ पांडे, पुत्र श्री कृष्णानन्द पांडे।
2. भुवन चन्द्र जोशी, पुत्र श्री रामदत्त
3. हेमा जोशी, पत्नी श्री देवी दत्त,
4. रमेष चन्द्र जोशी, पुत्र श्री गंगा दत्त
5. गोविन्द बल्लभ जोशी
6. नन्द किशोर जोशी, पुत्र श्री देवकी नन्दन जोशी
7. सावित्री देवी, पत्नी श्री बसंत बल्लभ
8. गीता देवी, पत्नी श्री गिरीश चंद
9. गिरीश राम, पुत्र श्री रतन राम
10. शंकर लाल, पुत्र श्री प्रेम राम -मकान पूर्ण ध्वस्त। शीघ्र मदद कीआवश्यकता
ग्राम पंचायत - कपिलेश्वर
1. देव गिरी, पुत्र श्री प्रेम गिरी
2. हेम गिरी, पुत्र श्री हीरा गिरी
3. ईश्वर गिरी, पुत्र श्री हयात गिरी
4. मोहन गिरी, पुत्र श्री अमर गिरी
5. हीरा गिरी, पुत्र श्री राम गिरी
ग्राम पंचायत पुुिनिया माफी - लौबांज
1. प्रताप सिंह, पुत्र श्री शिव सिंह -आवासीय मकान खतरे में
2. गोपाल दत्त, पुत्र बद्री दत्त -आंशिक नुकसान
ग्राम पंचायत - द्योनाई
1. मदन सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
2. तारा दत्त, पुत्र श्री दीवान सिंह
3. विशन सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
4. त्रिलोक सिंह, पुत्र श्री मादो सिंह
5. प्रदीप पांडे, पुत्र श्री राम दत्त
6. हरीश सिंह, पुत्र श्री महेन्द्र सिंह -आवासीय मकान ध्वस्त होने की कगार पर
7. अमर सेन, पुत्र श्री किशन सेन -मदद की शीघ्र आवश्यकता
8. हीरा सिंह, पुत्र श्री मोहन सिंह -दो बैल, एक गाय, एवं एक बछिया मर चुकी है, आवासीय मकान ध्वस्त
ग्राम पंचायत मथुरों - चाकली धार
1. कुंवर राम, पुत्र श्री हिम्मत राम
2. शेर राम
3. देव राम
4. गुंसाई राम
5. दिवान राम
6. मोहन राम
7. लीला राम
8. दिवान राम, पुत्र श्री चिम राम
9. शेर राम, पुत्र श्री चिम राम
10. रमेश राम, पुत्र श्री चिम राम
11. विशन राम, पुत्र श्री कुशाल राम
12. आनन्द राम, पुत्र श्री गोपाल राम
13. हीरा देवी, पत्नी श्री गोपाल राम
14. प्रेम राम, पुत्र श्री चिम राम
15. तिल राम, पुत्र श्री दौलत राम
16. पनी राम, पुत्र श्री राम लाल
17. जगदीश राम पुत्र श्री पनी राम -परिवार पाटली स्कूल में विस्थापित है
ग्राम पंचायत कत्यूरी सिमार - पाटली
1. नैन राम, पुत्र श्री तिल राम -आंशिक नुकसान शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. नर राम, पुत्र श्री तिल राम -मकान ध्वस्त
ग्राम पंचायत कुनखेत - कटारमल
1. भगवत सिंह, पुत्र श्री प्रेम सिंह
2. सुन्दर सिंह, पुत्र श्री उदे सिंह
3. हरूली देवी, पत्नी श्री डुंगर सिंह
4. उदे सिंह, पुत्र श्री मदन सिंह
5. उमेद सिंह, पुत्र श्री कुशाल सिंह
6. जीवन सिंह, पुत्र श्री खीम सिंह
7. जगत सिंह, पुत्र श्री राधे सिंह
8. कलावती देवी, पत्नी श्री नारायण सिंह
9. ललित सिंह, पुत्र श्री पान सिंह
10. बहादुर सिंह, पुत्र श्री कुशाल सिंह -2 बैल, 2 भैंस व पांच बकरियां मर चुकी हैं
11. हरीश राम, पुत्र श्री रतन राम -शीघ्र मदद की आवश्यकता
12. गोपाल राम, पुत्र श्री राम लाल -शीघ्र मदद की आवश्यकता
ग्राम पंचायत - लखनी
1. हरीराम, पुत्र श्री नरी राम -मकान ध्वस्त एवं जमीन खिसक गई है
2. खीम राम, पुत्र श्री नरी राम -मकान रहने लायक नहीं है
3. राधिका देवी, पत्नी श्री गोपाल राम -मकान रहने लायक नहीं है
4. खगी राम, पुत्र श्री गंगा राम -मकान रहने लायक नहीं है
5. गोवर्धन राम, पुत्र श्री गंगा राम -मकान रहने लायक नहीं है
6. नन्दन राम पुत्र श्री मनोरथ राम -मकान रहने लायक नहीं है
7. गंगा राम, पुत्र श्री धनी राम -मकान रहने लायक नहीं है
8. बिशन राम, पुत्र श्री नाथु राम -मकान रहने लायक नहीं है
9. राजन राम, पुत्र श्री लीला राम -मकान रहने लायक नहीं है
10. जगदीश राम, पुत्र श्री लीला राम -मकान रहने लायक नहीं है
11. हरी राम, पुत्र श्री लीला राम -मकान रहने लायक नहीं है
12. भरत कुमार, पुत्र श्री प्रेम राम
13. हीरा राम, पुत्र श्री शिव राम
14. तारी राम, पुत्र श्री किशन राम
15. आनन्द राम, पुत्र श्री शिव राम
16. मथुरा प्रसाद, पुत्र श्री किशन राम
17. रमेश राम पुत्र श्री अम्बीराम -मकान खतरे में है, जमीन खिसक रही है
18. नन्दन राम, पुत्र दिवानी राम
ग्राम पंचायत - पाए
1. महेन्द्र सिंह, पुत्र श्री प्रताप सिंह
2. कान्तुली देवी, पत्नी श्री तारा राम
3. दान सिंह, पुत्र श्री वीर सिंह
4. नन्दा बल्लभ, पुत्र श्री धर्मानन्द
5. चिन्तामणि, पुत्र श्री राम पन्त
ग्राम पंचायत - सिल्ली
1. किशोर खोलिया, पुत्र श्री पूरन चन्द्र
2. देवी दयाल, पुत्र श्री पनी राम
3. पूरन चन्द्र, पुत्र श्री प्रेम बल्लभ
4. प्रकाश चन्द्र, पुत्र श्री जगदीश चन्द्र
5. मथुरा दत्त, पुत्र श्री बाला दत्त
6. देवकी नन्दन, पुत्र श्री केशव दत्त
कौसानी स्टेट
1. गिरधारी लाल, पुत्र श्री नरी राम -मकान ध्वस्त, शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. लालू राम, पुत्र श्री प्रेम राम -मकान ध्वस्त
3. खीम राम, पुत्र श्री भवानी राम
4. देवेन्द्र सिंह, पुत्र श्री केदार सिंह, -कृषि भूमि का नुकसान एवं पानी का टैंक ध्वस्त
5. हीरा सिंह, पुत्र श्री केदार सिंह -खेत का नुकसान
6. हरीश सिंह, पुत्र श्री भगवत सिंह -खेत का नुकसान
7. नरेन्द्र सिंह, पुत्र श्री माल सिंह -खेत का नुकसान
8. गंगा देवी, पत्नी श्री दिनेश राम -मकान ध्वस्त की कगार पर
ग्राम पंचायत कौसानी, तोक - गेवाड़
1. आनन्द सिंह, पुत्र श्री राम सिंह -मकान एवं आंगन, रास्ता एवं 10 खेत का नुकसान। शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. धरम सिंह -फसल वाले 12 खेतों का नुकसान
3. चन्दन सिंह -3 खेतों का नुकसान
4. नर सिंह -मकान ध्वस्त होने की कगार पर
5. गोविन्द बल्लभ पांडे -गौशाला एवं तीन खेतों का नुकसान शीघ्रमदद की आवश्यकता
6. बलवन्त सिंह -सब्जी वाले चार खेत और चाय बागान कानुकसान
ग्राम पंचायत कौसानी, तोक - खालू खेत
1. थापली देवी, पत्नी श्री स्व. आनन्द राम -गौशाला ध्वस्त व मकान रहने लायक नहीं
2. जगमोहन सिंह, पुत्र श्री गोपाल सिंह -12 खेत नष्ट व रहने के मकान में दरार
ग्राम पंचायत कौसानी, तोक - बलना
1. नारायण सिंह भंडारी, पुत्र श्री कुशाल सिंह -मकान को खतरा आंगन ध्वस्त। शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. डुंगर सिंह, पुत्र श्री पान सिंह -शीघ्र मदद की आवश्यकता
3. मोहन सिंह, पुत्र श्री कुशाल सिंह -गौशाला नष्ट
ग्राम पंचायत - लौबांज
1. बहादुर सिंह, पुत्र श्री धरम सिंह, गड़िया -गौशाला ध्वस्त
2. लाल सिंह, पुत्र श्री बहादुर सिंह, भोजगण -गौशाला ध्वस्त
3. आनन्द सिंह, पुत्र श्री चनर सिंह -खेतों को नुकसान
4. जगत राम, दिवान राम -मकान खतरे में
5. हीरा सिंह, पुत्र श्री भवान सिंह -मकान खतरे में
6. उमेद सिंह, पुत्र श्री भोपाल सिंह -मकान खतरे में
7. नारायण दत्त, पुत्र श्री मोहन चन्द्र -मकान खतरे में
8. नैन सिंह, पुत्र श्री मोहन सिंह -मकान खतरे में
ग्राम पंचायत - धैना
1. भुवन चन्द्र तिवारी, पुत्र श्री चिन्तामणि -मकान ध्वस्त, प्रा. पा. में विस्थापित
ग्राम पंचायत - अणा
1. हरीश सिंह रावत, पुत्र श्री स्व. प्रताप सिंह रावत -पूर्ण ध्वस्त एवं विस्थापित।शीघ्र मदद की आवश्यकता
2. भूपाल सिंह रावत, पुत्र श्री स्व. प्रताप सिंह रावत -पूर्ण ध्वस्त एवं विस्थापित
3. नन्दी देवी, पत्नी स्व. शंकर सिंह रावत
4. शंकर सिंह, पुत्र श्री हयात सिंह
5. शिव सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
6. किशन सिंह, पुत्र श्री उमराव सिंह
ग्राम पंचायत जाड़ापानी - कौसानी
पंचायत जाड़ापानी - कौसानी
1. बिशन राम, पुत्र श्री बची राम -मकान ध्वस्त एवं एक गाय दब गई है।
ग्राम पंचायत दुुिदिला
1. दमुली देवी, पत्नी स्व. श्री हरीश राम -मकान ध्वस्त
2. हरीश राम, पुत्र स्व. श्री उमेद राम -मकान ध्वस्त
3. दयाल राम, पुत्र स्व. श्री हिम्मत राम -मकान ध्वस्त
4. नंदन प्रसाद, पुत्र श्री स्व. चनी राम
5. दयाल राम, पुत्र श्री स्व. चनी राम
6. गणेश लाल, पुत्र श्री स्व. चनी राम
7. उदे राम, पुत्र श्री स्व. बल राम
8. पूरन लाल, पुत्र श्री लीला राम
9. जगदीश राम, पुत्र श्री लीला राम
10. भगवत प्रसाद, पुत्र स्व. श्री खीम राम
11. हिरूली देवी, पत्नी श्री स्व. खीम राम
12. हरीश राम पुत्र स्व. श्री देव राम
13. गीता देवी पत्नी श्री गिरीश लाल
14. अनिल कुमार पुत्र स्व. श्री हरीश राम
15. नन्दन राम पुत्र स्व. श्री जय राम
16. नरी राम पुत्र श्री अंत राम
17. नन्दन राम पुत्र श्री अमर राम
18. कैलाश राम पुत्र श्री किशन राम
19. धनी राम पुत्र श्री गंगा राम
20. मोहन राम पुत्र श्री बाला राम
21. राजेन्द्र प्रसाद पुत्र श्री भुवन राम
22. नवीन कुमार पुत्र श्री पूरन राम
23. विपिन राम पुत्र श्री पूरन राम
24. राम लाल पुत्र श्री दल राम
25. पूरन राम पुत्र श्री राधे राम
26. गोपाल राम पुत्र श्री दल राम
27. दीप चन्द्र पुत्र श्री गोपाल राम
28. ललिता प्रसाद पुत्र श्री कुश राम
29. नन्द राम पुत्र श्री कुश राम
30. ईश्वरी राम पुत्र श्री राम लाल
31. ललिता प्रसाद, पुत्र श्री मनी राम
32. प्रमोद कुमार, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
33. आनन्द प्रसाद, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
34. जगदीश राम, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
35. राजेन्द्र प्रसाद, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
36. केशव लाल, पुत्र श्री पन राम
37. राजेन्द्र प्रसाद, पुत्र श्री हरि राम
38. आनन्द प्रसाद, पुत्र श्री प्रेम राम
39. बचुली देवी, पत्नी श्री किशन राम
40. कैलाश राम, पुत्र श्री ललिता प्रसाद
41. पूरन राम, पुत्र श्री बिशन राम,
42. उमेश राम, पुत्र श्री बिशन राम
43. महेश राम, पुत्र श्री प्रेम राम
44. राजेन्द्र प्रसाद, पुत्र श्री भुवन राम
45. गोप राम, पुत्र श्री विजय राम
46. जगदीश राम, पुत्र श्री तेज राम
47. जानकी देवी, पत्नी श्री दिनेश राम
48. भुवन राम, पुत्र श्री जैत राम
49. हेम चन्द्र, पुत्र श्री पूरन राम
50. दीवान राम, पुत्र श्री मदन राम
ग्राम पंचायत - जिनखोला
1. नित्यानन्द जोशी, पुत्र श्री गंगादत्त -आवास ध्वस्त
2. पूरन चन्द्र, पुत्र श्री मथुरा दत्त -आवास ध्वस्त
3. चन्दन पुरी -आवास ध्वस्त
4. आकाश पुरी, पुत्र श्री नारायण पुरी
5. अनन्दी देवी, पत्नी श्री तारा पुरी -आवास में दरार
6. गंगा देवी, पत्नी श्री बच पुरी
7. प्रेम बल्लभ, पुत्र श्री लीलाधर
8. गोपाल सिंह, पुत्र श्री दीवान सिंह
9. विरेन्द्र सिंह रौतेला
10. हेमा देवी, पत्नी श्री हीरा देवी
11. जगदीश सिंह, पुत्र श्री वीर सिंह -आवास ध्वस्त
12. राधिका देवी
13. किसरी देवी
14. गोविन्दी देवी, पत्नी श्री बहादुर सिंह
15. भागीरथी देवी, पत्नी श्री नैन सिंह
16. चनुली देवी, पत्नी श्री लील राम -मकान खतरे में
17. मदन सिंह, पुत्र श्री देव सिंह -आवास ध्वस्त
18. दिनेश पांडे
19. राजेन्द्र सिंह, पुत्र श्री लछम सिंह
20. चन्द्र कान्ता, पत्नी श्री सगत सिंह
21. बलवन्त सिंह, पुत्र श्री सगत सिंह
22. मोहन राम, पुत्र श्री पनी राम
कई अवास रहने लायक नहीं, परिवार विस्थापित हैं।
ग्राम पंचायत - मेलाडुंगरी
1. नवीन राम, पुत्र श्री गाविन्द राम
2. खड़क राम, पुत्र श्री मानी राम
3. रमेश राम, पुत्र श्री अन राम
4. फकीर राम, पुत्र श्री अन राम
5. हरीश राम, पुत्र श्री विशन राम
6. ख्याली राम
7. मोहन राम, पुत्र श्री दिवान राम
उपरोक्त लोगों के आवास रहने लायक नहीं, परिवार विस्थापित हैं।
ग्वाल्दे
1. मदन राम
2. हेमा देवी, पत्नी दिवान राम
3. आशा देवी, पत्नी शिवराम
4. भवानी देवी, पत्नी राम सिंह
कपलढुंगा
1. बिशन नाथ पुत्र प्रेम नाथ
नौघर स्टेट
1. हेम राम पुत्र देव राम
ग्राम सभा - डोभा
1. मोहन चन्द्र पुत्र हरिदत्त
2. मथुरादत्त पुत्र हरिदत्त
3. हरीश प्रसाद
4. तारा राम
उपरोक्त ग्रामीणों को त्वरित राहत की आवश्यकता।
उत्तराखंड़ में आपदा के बाद जो आंकड़े सामने आए वह चौकाने वाले हैं। इन आकड़ों ने यह साबित कर दिया कि आज भी दलित समाज हासिए में है। सरकार की तमाम योजनाओं के बावजूद दलित समाज का उत्थान होता नज़र नहीं आ रहा है। लगभग 80 प्रतिशत दलित समुदाय ने इस आपदा में अपना घरबार ही नहीं जान भी गवाई है। रानीखेत के इन्द्रा कालोनी का उदाहरण ही ले लिया जाए तो, वहां 99 प्रतिशत दलित समुदाय के लोग रहते हैं। भूमिहिन और मजदूर वर्ग के ये लोग ख़तरों की जद में रहने को मजबूर है। इनकी सहायता न तो राज्य सरकार कर रही है और न ही केन्द्र। ऐसे में तमाम दवों के बाद भी दलित समाज हमेशा से ही हासिए में रहा है। उत्तराखंड के इस आपदा ने तो यह साफ कर दिया है कि दलितो के हितों के लिए न तो सरकार जागरूक है और न ही समाज। उनकी स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है।
सरकारी कागजों में आंकड़ों की स्थिति और आपदा राहत के मानक सन् 2007 में नृपसिंह नपच्याल के मुख्य सचिव के कार्यकाल के दौरान प्रदेश सरकार ने आपदा राहत के लिए जो मानक बनाए थे, उनके आधार पर ही 2010 के आपदा राहत के मानक तय किए गए हैं। इन्हीं मानकों के आधार पर अलग-अलग श्रेणी के लिए राहत की दरों को संशोधित किया गया है। जिसकी सूची निम्नवत है।
नोट - इन सबके अतिरिक्त इस राहत पैकेज में गौशालाओं का मुआवजा, शौचालय का मुआवजा, आंगन, घर के पीछे की दीवारों, घर तक का संपर्क मार्ग आदि का कोई विवरण नहीं दिया गया है।
1. मृत्यु 75000
2. घायल व अपंगता पर 40 से 75 हजार (अलग-अलग श्रेणी)
3. कपड़े आदि के लिए 2000 (बहने की स्थिति में)
4. बर्तन आदि 2000 (बहने की स्थिति में)
5. मकान की क्षति पूर्ण क्षति के लिए - 50000
6. भारी क्षति के लिए 30000
7. आंशिक क्षति 10000
8. खेत से मलबा हटाने हेतु राशि 10000 प्रति हैक्टेयर200 प्रति नाली
9. नदी द्वारा कटाव पर 25000/500 प्रति नाली
10. घोड़ा, गाय, भैंस के मरने पर 1500
आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु प्रस्ताव उत्तराखंड के नागर समाज, जन सरोकारों से जुडें रचनाधर्मियों एवं सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में आपदा संवेदना मंच का गठन किया गया और चर्चा एवं विचार विमर्श के उपरांत मंच के माध्यम से उत्तराखंड में आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किया गया
प्रस्ताव
1. प्रदेश में हुई प्राकृतिक आपदा एवं प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए राज्य गठन दिवस को सादगीपूर्ण आयोजित किया जाए।
2 . उत्तराखंड में आपदा प्रभावित लोगों कों तुरंत मकान के बदले मकान दिया जाए और जमीन के बदले जमीन उपलब्ध कराई जाए।
3. बेघर परिवारों के लिए तुरंत संभावित राहत देने का प्रावधान किया जाए। संकटग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुंचाने में स्थानीय स्वयंसेवकों/नागर समाज/जन संगठनों की मदद ली जाए।
4. कृषि एवं कृषि भूमि के लिए दिया जाने वाला वर्तमान मुआवजा न केवल नाकाफी है, बल्कि अपमानजनक है, इसमें आवश्यक संशोधन किए जाने की तुरंत आवश्यकता है।
5. आवास के संदर्भ में आशिंक क्षति, आशिंक तीक्ष्ण क्षति, पूर्ण क्षति के मानक को संशोधन कर मकान रहने योग्य है या अयोग्य है किया जाए।
6. राहत प्रबंधन के लिए प्रदेश से लेकर विकास खंड स्तर पर जन निगरानी जो लीज पर दी गई हैं और उसका जनहित में किसी प्रकार का उपयोग नहीं है, उसे निरस्त कर उन पर प्रभावितों का पुनर्वास किया जाए।
7. ऐसे परिवार जो वन ग्राम, टोंगिया ग्राम, गोठ व खत्ते वाली भूमि पर बसे हुए हैं, उन्हें संवदेना व मानवता के आधार पर प्राथामिकता देते हुए पुनर्वास सुविधा दी जाए।
8. तुरंत राज्य की आपदा नीति घोषित की जाए और आपदा नीति बनाने में नागर समाज का भी सहयोग लिया जाएे तथा अविलम्ब राज्य आपदा प्रबंधन कानून बनाकर लागू किया जाए।
9. आपदा से संबंधित जो भी सरकारी प्रबंधन व्यय हो वह आपदा राहत कोष से व्यय न किया जाए।
10. शीतकाल के कारण बर्फवारी या अधिक उंचाई वाले क्षेत्रों में प्रभावित परिवारों को समुचित आश्रय उपलब्ध कराए जाए।
11. मनरेगा के कार्ययोजना में आपदा से क्षतिग्रस्त कृषि भूमि व भवनों की पुननिर्माण कार्यों को भी सम्मिलित किया जाए।
12. ग्राम पंचायत, जिला व ब्लाक स्तर पर आपदा व राहत की परिस्थिति को नियमित रूप से प्रकाशित किया जाए।
13. मुआवजा राशि भौगोलिक परिस्थिति के आधार पर तय की जाए जैसे सुगम, दुर्गम, अतिदुगर्म क्षेत्र।
14. ऐसे स्कूल एवं परिवार जो आपदा से प्रभावित हुए हैं, उनकी सूची बनाकर उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पुस्तकें पुनः उपलब्ध कराई जाए।
15. आपदा प्रभावित गांवों में भवन निर्माण के लिए अतिरिक्त हक छपान, पत्थर एवं अन्य स्थानिक निर्माण सामग्री स्वीकृत की जाए।
16. ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक विद्यालय, पंचायत घर और अन्य जन सुविधाओं से समबंधित भवनों के निर्माण के लिए निःशुल्क नाप भूमि की बाध्यता समाप्त की जाए तथा चयनित भूमि की भूगर्भीय जांच के उपरांत ही स्वीकृति प्रदान की जाए।
17. पहाडी एवं तराई क्षेत्रों में आपदा से प्रभावित परिवारों के महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे - राशनकार्ड, मतदाता पहचान पत्र, शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र अविलम्ब द्वितीय प्रतिलिपि उपलब्ध कराई जाए व इसके लिए ग्राम पंचायत अधिकारी एवं पटवारी को पृथक निर्देश जारी किए जाए।
पर्यावरण के बदलते स्वरूप कहें या बिगड़ती हालत। दोनों ही मायनों में बदलाव ही सर्वोपरी है। लेकिन जो इस वर्ष दुनियां के हर हिस्से में देखने को मिला वह शायद ही पिछले 10 वर्षो में देखने को मिला होगा। औद्योगिकरण का विकास जितनी तेजी से इन 10 वर्षो में हुआ है, वह आसमान को छूने जैसा है।
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