रजनीश
रजनीश
साइटोनेमीन : बहुउद्देश्यीय वाह्यकोशिकीय रंगद्रव्य
Posted on 05 Dec, 2016 12:22 PMपृथ्वी की उत्पत्ति 3.5 खराब वर्ष पूर्व हुई थी। शुरुआती वातावरण आॅक्सीजनरहित था एवं वायुमंडल भी मौजूद नहीं था। अत: धरा लगातार पराबैंगनी विकिरण के संपर्क में थी। 2.2 खरब वर्ष पूर्व नील-हरित शैवालों का पदार्पण हुआ और उन्हीं के द्वारा सर्वप्रथम प्रकाशसंश्लेशण की शुरुआत हुई। पराबैंगनी विकिरण से बचाव हेतु एवं अपने उत्तरजीविता के लिये नील-हरित शैवालों ने अनेक प्रकार के बचाव पद्धतियों को विकसित किया
उत्तराखंड में आपदा एवं राहत
Posted on 12 Jun, 2014 11:35 AMप्रभावित गांवों का प्राथमिकता के आधार पर संक्षिप्त विवरण प्रदेश के कई जिलों व विकास खंडों के गाँवों में अभी तक सरकार की राहत राशि व पुनर्वास के काम शुरू नहीं हो पाए हैं। इन इलाकों की विस्तृत सूची तो व्यापक सर्वे के बाद तैयार हो पाएगी अभी तक प्राप्त सूचनाओं व आकड़ों के आधार पर निम्न गांवों में त्वरित राहत खासकर अस्थाई आवास व भोजन, गर्म कपड़ों व बिस्तर की आवश्कोस्का की राह पर
Posted on 09 Jun, 2011 11:39 AMकोस्का के लोगों ने सरकारी तरीके से कानून लागू करने की प्रक्रिया को ठेंगा दिखा दिया। इस पर स्थानीय वन विभाग और प्रशासन इन्हें 75 वर्षों के निवास प्रमाण की अनिवार्यता के मकड़जाल में फंसाकर इनके अधिकारों की राह में रोड़े अटकाने लगा। कोस्का में वनाधिकार कानून लागू करने के लिए सरकार को ही यहां के ग्रामीणों से प्रशिक्षण लेना चाहिए।
देश भर के वन क्षेत्रों में स्वशासन और वर्चस्व के सवाल पर वनवासियों और वन विभाग के बीच छिड़ी जंग के बीच उड़ीसा के जंगल में एक ऐसा गांव भी है, जिसने अपने हजारों हेक्टेयर जंगल को आबाद कर न सिर्फ पर्यावरण और आजीविका को नई जिंदगी दी है बल्कि वन विभाग और तकनीकी वन वैज्ञानिकों को चुनौती देकर एक नजीर भी पेश की है।