1. शहर में जगह-जगह गंदगी देखकर जताई हैरानी
2. कहा भारत में सभी सरकारों को स्वच्छता व शुद्ध पेयजल को बनाना चाहिए चुनावी मुद्दा
पिछले वर्ष निर्मल भारत यात्रा के दौरान ट्रेवर ने भारत के चार राज्यों में सेनिटेशन के मुद्दे पर उल्लेखनीय काम किया था। निर्मल भारत यात्रा से प्रभावित होकर ट्रेवर ने स्वच्छता के मुद्दे पर एक कॉमिक बुक प्रस्तुत की है, जिसका मुख्य विषय है -‘ट्रबुल वाटर’ यानि प्रदूषित पानी की भयावहता। मॉरवी शीर्षक से रची गई यह कॉमिक बुक एक ऐसी कहानी से शुरू होती है, जो प्रदूषित पानी के कारण मौत की दांस्ता बताती है। इलाहाबाद। एप मीडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और ब्रिटिस काउंसिल के अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक प्रतिनिधि ट्रेवर ब्लैकमैन ने कहा कि भारत में स्वच्छता प्रबंधन का मामला दुनिया के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है। जहां आज इस देश में 80 फीसदी लोगों के पास मोबाइल फोन होना बड़ी बात है, वहीं करीब 70 फीसदी लोगों के पास स्वच्छ पेयजल एवं टॉयलेट न होना एक बड़ी समस्या भी है, लेकिन क्या कारण है कि भारत में सरकारों का ध्यान आज भी इस समस्या की ओर नहीं जा रहा है? और इस वजह से प्रतिदिन हजारों लोगों की मौत हो रही है।
बुधवार को इग्लैंड से इलाहाबाद पहुंचे ट्रेवर ब्लैकमैन ने कैनविज टाइम्स संवाददाता के साथ बातचीत के दौरान कहा कि यह शहर बहुत प्यारा है, लेकिन यहां जगह-जगह फैली गंदगी देखकर वह काफी हैरान हैं। यहां पर स्वच्छता एंव शुद्ध पानी का अभाव है। मुख्य शहर के चारों तरफ स्लम बस्तियों में तो न टॉयलेट है और न ही पीने का साफ पानी। इस वजह से यहां पर कभी भी लोग गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
पिछले वर्ष निर्मल भारत यात्रा के दौरान ट्रेवर ने भारत के चार राज्यों में सेनिटेशन के मुद्दे पर उल्लेखनीय काम किया था। निर्मल भारत यात्रा से प्रभावित होकर ट्रेवर ने स्वच्छता के मुद्दे पर एक कॉमिक बुक प्रस्तुत की है, जिसका मुख्य विषय है -‘ट्रबुल वाटर’ यानि प्रदूषित पानी की भयावहता। मॉरवी शीर्षक से रची गई यह कॉमिक बुक एक ऐसी कहानी से शुरू होती है, जो प्रदूषित पानी के कारण मौत की दांस्ता बताती है। ट्रवर ने बताया कि कॉमिक बुक मॉरवी कुल आठ भागों में रची जा रही है। पहले भाग में मारवी नामक एक लड़की का करेक्टर है। मारवी एक ऐसे मुहल्ले में रहती है, जहां पर न तो पीने के लिए साफ पानी उपलब्ध है और न ही उसके मुहल्ले में टॉयलेट की व्यवस्था है। परिणाम स्वरूप मारवी के मुहल्ले के लोग व बच्चे कुएँ का पानी पीते हैं, जो प्रदूषित होता है। इस पानी के पीने से वहां लोग बीमार होकर मरने लगते हैं, लेकिन वे समझते हैं कि बीमारी की वजह कोई जादू-टोना या भूत-प्रेत है। जबकि वास्तविकता यह है कि आस-पास की गंदगी व प्रदूषित पानी की वजह से बीमारी फैलती है और मौत का सिलसिला शुरू हो जाता है।
ट्रेवर का मानना है कि भारत के अधिकांश शहरों में गंदगी और प्रदूषित पेयजल से लोग परेशान हैं। लोगों में प्रदूषण जनित रोग मौत का कारण बन रहा है। कॉमिक बुक मॉरवी के आठों पार्ट को भारत में लांच करने की ट्रेवर की योजना है, जिसे वह जनवरी 2014 में प्रस्तुत करेंगे। मॉरवी के विषय में मीडिया यदि रिस्पांस देगी तो वह छपे हुए पेपर की कटिंग को करीब पचास हजार बच्चों के बीच बांटेंगे, जिससे बच्चे यह जान सकें कि प्रदूषित पानी कितना खतरनाक हो सकता है। इसी तरह से खुले में शौच को बंद करना, हाथ धोने की परंपरा डालना व माहवारी स्वच्छता प्रबंधन जैसे ज्वलंत मुद्दों को वह भारत में राजनैतिक मुद्दे के रूप में देखते हैं। ट्रेवर मानते हैं कि जब तक सेनिटेशन एक राजनैतिक मुद्दा नहीं बनेगा तब तक भारतीय समाज में खुले में शौच प्रथा में बदलाव लाना आसान नहीं होगा।
ट्रेवर इसी आशा से भारत का भ्रमण कर रहे हैं कि सेनिटेशन पर उनके कार्य को लोग आने वाले समय में एक ऐसे मैसेज के रूप में ग्रहण करें, जो नेटवर्क के रूप में विकसित हो और एक से दूसरे फिर तीसरे व धीरे-धीरे हजारों लोगों के बीच पहुंचे। स्वच्छता का यह मैसेज जब लाखों लोगों तक पहुँचेगा तो यह भारत में एक आन्दोलन का रूप ले लेगा। फिर यह आन्दोलन समाज में बदलाव लाने में सक्षम होगा ऐसा सपना है ट्रेवर ब्लैकमैन का।
ट्रवर ब्लैकमैन मूलतः करेबियन कन्ट्री के निवासी हैं। इनके पिता वहां की सरकार में मंत्री थे। ट्रेवर इंग्लैंड में पले-बढ़े और यहीं पर शिक्षा ग्रहण किया। वर्तमान में वे एप मीडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर व ब्रिटिस काउंसिल के सांस्कृतिक प्रतिनिधि हैं। इसके साथ ट्रेवर कोरियोग्राफर, रेडियो जॉकी, अभिनेता व फिल्म मेकर भी हैं। पिछले वर्ष केंद्रीय ग्रामीण व पेयजल स्वच्छता मंत्री जयराम रमेश व जर्मनबेस एनजीओ वॉश युनाइटेड के बुलावे पर ट्रेवर भारत आए थे। निर्मल भारत यात्रा सेनिटेशन, हैंडवांशिग व माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के मुद्दे पर निकाली गई थी और महाराष्ट्र के वर्धा से होकर इंदौर मध्य प्रदेश, कोटा राजस्थान, ग्वालियर मध्य प्रदेश, गोरखपुर उत्तर प्रदेश व बेतिया बिहार में सम्पन्न हुई थी। इस दौरान ट्रेवर ब्लैकमैन ने करीब 50 सरकारी स्कूलों में जाकर 10 हजार बच्चों के बीच डांस के माध्यम से सेनिटेशन का मैसेज दिया था। इन्हीं बच्चों से प्रभावित होकर ट्रेवर ने अब सेनिटेशन के मुद्दे पर एक कॉमिक बुक लांच की है। ट्रेवर का मानना है कि कॉमिक बुक के माध्यम से बच्चों में सेनिटेशन का मैसेज देना बेहद आसान है, इसलिए यह कॉमिक बुक सोसल चेंज का माध्यम बनेगी।
2. कहा भारत में सभी सरकारों को स्वच्छता व शुद्ध पेयजल को बनाना चाहिए चुनावी मुद्दा
पिछले वर्ष निर्मल भारत यात्रा के दौरान ट्रेवर ने भारत के चार राज्यों में सेनिटेशन के मुद्दे पर उल्लेखनीय काम किया था। निर्मल भारत यात्रा से प्रभावित होकर ट्रेवर ने स्वच्छता के मुद्दे पर एक कॉमिक बुक प्रस्तुत की है, जिसका मुख्य विषय है -‘ट्रबुल वाटर’ यानि प्रदूषित पानी की भयावहता। मॉरवी शीर्षक से रची गई यह कॉमिक बुक एक ऐसी कहानी से शुरू होती है, जो प्रदूषित पानी के कारण मौत की दांस्ता बताती है। इलाहाबाद। एप मीडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और ब्रिटिस काउंसिल के अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक प्रतिनिधि ट्रेवर ब्लैकमैन ने कहा कि भारत में स्वच्छता प्रबंधन का मामला दुनिया के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है। जहां आज इस देश में 80 फीसदी लोगों के पास मोबाइल फोन होना बड़ी बात है, वहीं करीब 70 फीसदी लोगों के पास स्वच्छ पेयजल एवं टॉयलेट न होना एक बड़ी समस्या भी है, लेकिन क्या कारण है कि भारत में सरकारों का ध्यान आज भी इस समस्या की ओर नहीं जा रहा है? और इस वजह से प्रतिदिन हजारों लोगों की मौत हो रही है।
बुधवार को इग्लैंड से इलाहाबाद पहुंचे ट्रेवर ब्लैकमैन ने कैनविज टाइम्स संवाददाता के साथ बातचीत के दौरान कहा कि यह शहर बहुत प्यारा है, लेकिन यहां जगह-जगह फैली गंदगी देखकर वह काफी हैरान हैं। यहां पर स्वच्छता एंव शुद्ध पानी का अभाव है। मुख्य शहर के चारों तरफ स्लम बस्तियों में तो न टॉयलेट है और न ही पीने का साफ पानी। इस वजह से यहां पर कभी भी लोग गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
पिछले वर्ष निर्मल भारत यात्रा के दौरान ट्रेवर ने भारत के चार राज्यों में सेनिटेशन के मुद्दे पर उल्लेखनीय काम किया था। निर्मल भारत यात्रा से प्रभावित होकर ट्रेवर ने स्वच्छता के मुद्दे पर एक कॉमिक बुक प्रस्तुत की है, जिसका मुख्य विषय है -‘ट्रबुल वाटर’ यानि प्रदूषित पानी की भयावहता। मॉरवी शीर्षक से रची गई यह कॉमिक बुक एक ऐसी कहानी से शुरू होती है, जो प्रदूषित पानी के कारण मौत की दांस्ता बताती है। ट्रवर ने बताया कि कॉमिक बुक मॉरवी कुल आठ भागों में रची जा रही है। पहले भाग में मारवी नामक एक लड़की का करेक्टर है। मारवी एक ऐसे मुहल्ले में रहती है, जहां पर न तो पीने के लिए साफ पानी उपलब्ध है और न ही उसके मुहल्ले में टॉयलेट की व्यवस्था है। परिणाम स्वरूप मारवी के मुहल्ले के लोग व बच्चे कुएँ का पानी पीते हैं, जो प्रदूषित होता है। इस पानी के पीने से वहां लोग बीमार होकर मरने लगते हैं, लेकिन वे समझते हैं कि बीमारी की वजह कोई जादू-टोना या भूत-प्रेत है। जबकि वास्तविकता यह है कि आस-पास की गंदगी व प्रदूषित पानी की वजह से बीमारी फैलती है और मौत का सिलसिला शुरू हो जाता है।
ट्रेवर का मानना है कि भारत के अधिकांश शहरों में गंदगी और प्रदूषित पेयजल से लोग परेशान हैं। लोगों में प्रदूषण जनित रोग मौत का कारण बन रहा है। कॉमिक बुक मॉरवी के आठों पार्ट को भारत में लांच करने की ट्रेवर की योजना है, जिसे वह जनवरी 2014 में प्रस्तुत करेंगे। मॉरवी के विषय में मीडिया यदि रिस्पांस देगी तो वह छपे हुए पेपर की कटिंग को करीब पचास हजार बच्चों के बीच बांटेंगे, जिससे बच्चे यह जान सकें कि प्रदूषित पानी कितना खतरनाक हो सकता है। इसी तरह से खुले में शौच को बंद करना, हाथ धोने की परंपरा डालना व माहवारी स्वच्छता प्रबंधन जैसे ज्वलंत मुद्दों को वह भारत में राजनैतिक मुद्दे के रूप में देखते हैं। ट्रेवर मानते हैं कि जब तक सेनिटेशन एक राजनैतिक मुद्दा नहीं बनेगा तब तक भारतीय समाज में खुले में शौच प्रथा में बदलाव लाना आसान नहीं होगा।
ट्रेवर इसी आशा से भारत का भ्रमण कर रहे हैं कि सेनिटेशन पर उनके कार्य को लोग आने वाले समय में एक ऐसे मैसेज के रूप में ग्रहण करें, जो नेटवर्क के रूप में विकसित हो और एक से दूसरे फिर तीसरे व धीरे-धीरे हजारों लोगों के बीच पहुंचे। स्वच्छता का यह मैसेज जब लाखों लोगों तक पहुँचेगा तो यह भारत में एक आन्दोलन का रूप ले लेगा। फिर यह आन्दोलन समाज में बदलाव लाने में सक्षम होगा ऐसा सपना है ट्रेवर ब्लैकमैन का।
कौन है ट्रेवर ब्लैकमैन?
ट्रवर ब्लैकमैन मूलतः करेबियन कन्ट्री के निवासी हैं। इनके पिता वहां की सरकार में मंत्री थे। ट्रेवर इंग्लैंड में पले-बढ़े और यहीं पर शिक्षा ग्रहण किया। वर्तमान में वे एप मीडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर व ब्रिटिस काउंसिल के सांस्कृतिक प्रतिनिधि हैं। इसके साथ ट्रेवर कोरियोग्राफर, रेडियो जॉकी, अभिनेता व फिल्म मेकर भी हैं। पिछले वर्ष केंद्रीय ग्रामीण व पेयजल स्वच्छता मंत्री जयराम रमेश व जर्मनबेस एनजीओ वॉश युनाइटेड के बुलावे पर ट्रेवर भारत आए थे। निर्मल भारत यात्रा सेनिटेशन, हैंडवांशिग व माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के मुद्दे पर निकाली गई थी और महाराष्ट्र के वर्धा से होकर इंदौर मध्य प्रदेश, कोटा राजस्थान, ग्वालियर मध्य प्रदेश, गोरखपुर उत्तर प्रदेश व बेतिया बिहार में सम्पन्न हुई थी। इस दौरान ट्रेवर ब्लैकमैन ने करीब 50 सरकारी स्कूलों में जाकर 10 हजार बच्चों के बीच डांस के माध्यम से सेनिटेशन का मैसेज दिया था। इन्हीं बच्चों से प्रभावित होकर ट्रेवर ने अब सेनिटेशन के मुद्दे पर एक कॉमिक बुक लांच की है। ट्रेवर का मानना है कि कॉमिक बुक के माध्यम से बच्चों में सेनिटेशन का मैसेज देना बेहद आसान है, इसलिए यह कॉमिक बुक सोसल चेंज का माध्यम बनेगी।
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