अगर आप छत्तीसगढ़ में नया मकान बनाना चाहते हैं, तो उसमें वर्षा जल संचयन प्रणाली भी लगवाएं क्योंकि हो सकता है कि इसके बिना आपको बिजली कनेक्शन न मिले। राज्य सरकार इससे संबंधित एक प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है। यह प्रस्ताव केवल नए बनने वाले मकानों के लिए होगा। वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य राज्य में तेजी से गिरते भूजल स्तर को रोकना है। बिजली कनेक्शन के लिए इस तरह की शर्त रखना वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहन देने की दिशा में बड़ा कदम है।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस मुद्दे पर अधिकारियों से चर्चा करके सख्त कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। राज्य सरकार इस संबंध में जल्द ही आदेश जारी कर सकती है। आवास और पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव एन बैजेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार की इस प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है कि नए मकानों में बिजली कनेक्शन वर्षा जल संचयन के आधार पर ही दिया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि यह नियम पूरे राज्य के शहरी इलाकों में लागू होगा। नए भवनों के प्रारूप को अनुमति देते समय स्थानीय नगर अधिकारी इस बात का ध्यान रखेंगे कि वर्षा जल संचयन की व्यवस्था है या नहीं। बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसका मालिक अनापत्ति प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन कर सकता है। अनापत्ति प्रमाण पत्र संलग्न करने पर बिजली बोर्ड नया बिजली कनेक्शन देगा। सूत्रों ने बताया कि नया कनेक्शन लेने के लिए इस नियम का पालन सख्ती से किया जाएगा। बिना वर्षा जल संचयन प्रणाली के नया कनेक्शन नहीं दिया जाएगा।
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