उपचार और शुद्धिकरण

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December 2, 2019 Water stewardship is an approach predicated on the concept that water is a shared resource and so water risks are also shared risks that everyone in a catchment will face
Picture credit: Romit Sen
November 21, 2019 A report by NIUA brings to light the chinks in Jaipur's sewage system and suggests some solutions.
Routine check done by the sewage treatment plant staff in Delawas, Jaipur. The plant is part of the ADB best practices projects list. (Image: Asian Development Bank, Flickr Commons)
November 18, 2019 Bangalore's water utility is understaffed, under financed and unable to service the city's water needs.
Image credit: Citizen Matters
November 13, 2019 Policy matters this week
A domestic RO water purifier
कैसे साफ हो गंगा ? गंगा थक चुकी मैला ढोते ढोते
नमामि गंगे के तहत बड़े बजट की घोषणा दरअसल गंगा एक्शन प्लान की विफलता के बाद लाया गया था, जिससे जनता में गंगा की सफाई की उम्मीद जगाई गई थी। विफल रहे गंगा एक्शन प्लान को 14 जनवरी, 1986 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने शुरू किया था इसके दो चरण कई वर्षों तक चले और नतीजा कुछ नहीं निकला। इसके बाद 2009 में राष्ट्रीय गंगा बेसिन प्राधिकरण बनाया गया। गंगा एक्शन प्लान से लेकर 2017 तक इन तीनों कदमों के तहत 6788.78 करोड़ रुपए सरकार की ओर से जारी किए गए। Posted on 25 Nov, 2023 03:04 PM

गंगा में 60 फीसदी सीवेज की निकासी जारी है, वह भी तब जब राष्ट्रीय नदी के बिगड़े रंग-रूप को बदलने के लिए 30 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का बजट बनाया गया था। स्थिति यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय गंगा परिषद के गठन को करीब छह वर्ष बीतने वाले हैं और अभी तक सिर्फ एक बार ही बैठक की जा सकी है।

पावन गंगा मानवीय गतिविधियों से प्रदूषित
गंगा की पवित्रता एवं रोग निवारण क्षमता का वैज्ञानिक रहस्य(Scientific secret of Ganga's purity and disease-preventing ability)
आज भी लोग पवित्र गंगाजल के साथ देश विदेश का भ्रमण करते हैं क्योंकि यह पावन गंगाजल रोग निवारक विशेषता से परिपूर्ण है। गंगाजल में ऑक्सीजन सदैव उच्च मात्रा में घुला रहता है जिसकी वजह से गंगाजल दीर्घ समय तक रखने पर भी सड़ता नहीं है। इसके अतिरिक्त, गंगा प्रवाह के समय हिमालय पर्वत से अद्भुत खनिज लवण एवं अत्यंत लाभकारी औषधीय पौधों और जड़ी बूटियों की कुछ मात्रा गंगाजल में घुल जाती है। Posted on 04 Sep, 2023 01:14 PM

"नमामि गंगे तव पादपंकजं सुरासुरैर्वन्दितदिव्यरूपम। भुक्तिं च मुक्तिं च ददासि नित्यं भावानुसारेण सदा नराणाम " "हे गंगा माँ ! देवताओं और राक्षसों द्वारा वंदित आपके दिव्य चरण-कमलों को मैं नमन करता हूँ, जो मनुष्य को नित्य ही उसके भावानुसार भक्ति और मुक्ति प्रदान करते हैं।"

गंगा की रोग निवारण क्षमता का वैज्ञानिक रहस्य
सिल्पालीन अस्तरीकृत जलकुंड - कोंकण के कृषकों के लिए वरदान
महाराष्ट्र राज्य के कोंकण विभाग की भू-भौतिक अवस्था राज्य तथा देश के अन्य भागों से अलग है। यहाँ जून से अक्तूबर तक औसतन 3000 से 3500 से मिली मीटर वर्षा होती है, किन्तु फिर भी गर्मियों में पीने के पानी की समस्या बनी रहती है Posted on 22 Aug, 2023 03:13 PM

सारांश

महाराष्ट्र राज्य के पश्चिम किनारे को कोंकण तट के नाम से जाना जाता है। कोंकण तट की उत्तर-दक्षिण लम्बाई लगभग 750 किमी.

सिल्पालीन अस्तरीकृत जलकुंड - कोंकण के कृषकों के लिए वरदान,PC-Wikipedia
जलीय खरपतवार : समस्याएं एवं नियंत्रण (Essay on Aquatic Weeds: Problems and Solutions)
आज स्वच्छ पेयजल की समस्या एक जटिल वैश्विक चुनौती के रूप में हमारे समक्ष उपस्थित हैं और आगे आने वाले कुछ वर्षों में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण करेगी, जिससे विश्व के सभी देश स्वच्छ जल को पाने के लिए युद्ध करेंगे। आज शहरों के अधिकांश नाले जिनमें मल, मूत्र, घरेलू कूड़ा कचरा एवं अन्य अपशिष्ट एवं रासायनिक पदार्थ मौजूद होते हैं वे हमारी नदियों में जाकर गिरते हैं, वहीं शहरों में स्थापित औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले रासायनिक पदार्थ, प्लास्टिक एवं अन्य अशुद्धियाँ भी हमारी नदियों को प्रदूषित करती हैं। हमारे जलस्रोतों को प्रदूषित करने में खरपतवार भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
Posted on 19 Aug, 2023 01:32 PM

सारांश

जल प्रकृति द्वारा दिया गया एक अनमोल उपहार है जिसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। बढ़ती हुई जनसंख्या, शहरीकरण, औद्योगीकरण एवं पर्यावरण प्रदूषण के कारण जल की खपत निरंतर बढ़ती जा रही है, जिसके कारण पृथ्वी पर जलचक्र का संतुलन बिगड़ता जा रहा है। आज स्वच्छ पेयजल की समस्या एक जटिल वैश्विक चुनौती के रूप में हमारे समक्ष उपस्थित हैं और आगे आने वाले कुछ व

जलकुम्भी खरपतवार,PC-Wikipedia
आर. ओ. प्लांट पेयजल की शुद्धता का एक अति आवश्यक संयंत्र
आर ओ प्लांट का सबसे अहम हिस्सा है मेम्ब्रेन। यह मेम्ब्रेन 4 इंच के गोलाकार प्लास्टिक पाइप के अंदर लगी होती है। यह मेम्ब्रेन असल में पोलिएस्टर के धागों से बना एक रोल होता है और इन धागों के मध्य में बहुत ही महीन कपड़ा लगा होता है, जो एक प्रकार से छन्नी के तौर पर काम करता है। यह मेम्ब्रेन चार भागों में बटी होती है। मेम्ब्रेन का प्रमुख कार्य एच. पी. पंप से प्राप्त खारे पानी में मौजूद अशुद्धियों को दूर करना है एवं पीने योग्य शुद्ध जल का उत्पादन करना है। Posted on 18 Aug, 2023 05:24 PM

आर. ओ. प्लांट का शाब्दिक अर्थ है "रिवर्स ऑस्मोसिस" यह एक ऐसी आधुनिक मशीन है, जो खारे पानी में मौजूद विभिन्न प्रकार के लवण (नमक) और अन्य हानिकारक जीवाणुओं को अलग करके स्वच्छ व शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाती है। 

आर.ओ. प्लांट के भाग

आर.ओ. प्लांट विभिन्न प्रकार के छोटे-बड़े उपकरणों को जोड़कर तैयार की गई मशीन है।

आर. ओ. प्लांट  पेयजल की शुद्धता का एक अति आवश्यक संयंत्र,Pc-जल चेतना
बोतल बंद पानी और आर.ओ. छोड़िए, प्राकृतिक उपचार से भी पानी होता है शुद्ध
पातालकोट गहरी खाई में बसा 2500 वनवासियों का प्राकृतिक आवास है जो करीब 16 गांवों में फैला हुआ है। चारों ओर विशालकाय पहाड़ों और चट्टानों से घिरी इस घाटी की बनावट ऐसी है कि बारिश खूब होती है लेकिन ज्यादातर पानी बह जाता है। गर्मियों के आगमन के साथ पीने योग्य पानी की समस्या आम हो जाती है। पातालकोट के वनवासियों को कृषि से लेकर पेयजल तक के लिए वर्षा पर पूर्णतः निर्भर रहना पड़ता है। तेज चलने वाली हवाओं के साथ मिट्टी और धूल के कण, पेड़ की शाखाएं आदि इस पानी में गिरकर इसे मटमैला और दूषित कर देती हैं, इनमें मौजूद सूक्ष्मजीव जैसे बैक्टिरिया, वायरस, प्रोटोजोआ आदि इस पानी को संक्रमित बनाते हैं। पातालकोट वनवासी पीढ़ी-दर-पीढ़ी अपने पारंपरिक तरीकों से अशुद्ध पानी को पीने लायक बनाते हैं। निर्गुडी, निर्मली, सहजन, कमल, खसखस, इलायची जैसी वनस्पतियों का इस्तेमाल कर आज भी जल का शुद्धीकरण करते हैं, इन देशी तकनीकों को आम शहरी लोग भी घरेलू स्तर पर अपना सकते हैं।

Posted on 04 Aug, 2023 02:18 PM

बोतलबंद पानी को लेकर चौंकाने वाली खबर आई है। अमेरिका में हुई रिसर्च में पता चलता है कि विभिन्न कंपनियों के पानी में प्लास्टिक के खतरनाक कण मिले हैं। आर.ओ.

पातालकोट घाटी,PC-Wikipedia
गंगा दशहरा पर गोमती संरक्षण का संकल्प
गोमती केवल एक नदी नही हमारी संस्कृति की संवाहिका है।  माँ गोमती हमें परमेश्वर से वरदान के रूप में मिली है।
Posted on 11 Jul, 2023 04:47 PM

गोमती केवल एक नदी नही हमारी संस्कृति की संवाहिका है।  माँ गोमती हमें परमेश्वर से वरदान के रूप में मिली है, माँ गोमती प्रतिकूल परिस्थितियों में भी, माता की भूमिका निभा रही हैं, परन्तु हम सब अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभा पा रहे हैं, आज यह नदी मरणासन्न अवस्था में पहुंच रही है, हम नालों का पानी, घरों का कचरा, मल मूत्र, पूजा से बची सामग्री, मूर्ति तस्वीरों, शादी-बरातों के कार्ड, अघुलनशील विषाक्त त

गोमती संरक्षण अभियान,Pc-लोक सम्मान 
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