गंगा दशहरा पर गोमती संरक्षण का संकल्प

गोमती संरक्षण अभियान,Pc-लोक सम्मान 
गोमती संरक्षण अभियान,Pc-लोक सम्मान 

गोमती केवल एक नदी नही हमारी संस्कृति की संवाहिका है।  माँ गोमती हमें परमेश्वर से वरदान के रूप में मिली है, माँ गोमती प्रतिकूल परिस्थितियों में भी, माता की भूमिका निभा रही हैं, परन्तु हम सब अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभा पा रहे हैं, आज यह नदी मरणासन्न अवस्था में पहुंच रही है, हम नालों का पानी, घरों का कचरा, मल मूत्र, पूजा से बची सामग्री, मूर्ति तस्वीरों, शादी-बरातों के कार्ड, अघुलनशील विषाक्त तत्व, सब गोमती में डाल रहे हैं, गोमती की 26  सहायक नदियों में से 22 सहायक नदियाँ सूख चुकी हैं, जलीय जीव जंतु लुप्तप्राय हो रहे हैं, स्थिति बहुत चिंताजनक है। नदी हमारी उपेक्षा और आस्था दोनों के भार से पीड़ित है। लोक भारती द्वारा पिछले अनेक वर्षों से गोमती नदी की दशा सुधारने के लिये धरातल पर अभियान चलाने के साथ-साथ जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है । हालांकि गोमती संरक्षण की जिम्मेदारी समाज से जुड़े हर व्यक्ति व संगठन की है।

गोमती संरक्षण अभियान के क्रम में गंगा दशहरा पर्व पर 30 मई को लोक भारती के लखीमपुर खीरी जिला संयोजक श्री अतुल कुमार रस्तोगी के नेतृत्व में मोहम्मदी नगर के समीप से गुजर रही गोमती नदी के मुख्य घाटों पर लोक भारती की तरफ से कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर इमलिया घाट, सिरसा घाट, उच्चा घाट, बाबा जंगली नाथ, टेंढे नाथ, ममरी घाट सहित 8 घाटों पर कार्यकर्ताओं की पूरी टोली बनाकर प्रातः काल 06 बजे से 08  बजे तक पूजा अर्चना आरती हुई। इसमें व्यापक सामाजिक उपस्थिति के साथ-साथ प्रमुख जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को भी सम्मिलित किया गया। सभी ने बढ़-चढ़कर मां गोमती के संरक्षण व संवर्धन के लिए हिस्सा लिया। सर्वप्रथम बड़ी संख्या में गोमती के किनारे लोक भारती का बैनर थामकर सभी ने एक मानव श्रृंखला बनाकर गोमती की साफ-सफाई का संकल्प लिया।

उपस्थित लोगों को यह संकल्प दिलाया गया कि नदी और जल स्रोत की स्वच्छता, पवित्रता और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए निरंतर कार्य किया जायेगा । व्यक्ति चाहे किसी भी जाति और पंथ का हो, कोई ऐसा कार्य नहीं करेगा जिस कारण नदी और जल स्रोत बंद हों और जल जीवन प्रदूषित हो।


 उसके बाद एक देवस्थान पर बैठकर सभी वक्ताओं ने गोमती माता के संरक्षण व संवर्धन हेतु अपने अपने विचार रखे। सभी उपस्थित लोगों को यह संकल्प दिलाया गया कि नदी और जल स्रोत की स्वच्छता, पवित्रता और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए निरंतर कार्य किया जायेगा। व्यक्ति चाहे किसी भी जाति और पंथ का हो, कोई ऐसा कार्य नहीं करेगा जिस कारण नदी और जल स्रोत बंद हों और जल जीवन प्रदूषित हो । किसी भी प्रकार की प्लास्टिक, सिंथेटिक सामान अथवा पूजन के बाद की अवशेष पूजन सामग्री नदी और जल स्रोत में प्रवाहित नहीं करेंगे। तदोपरांत गोमती माता, गंगा माता की सामूहिक आरती के साथ कार्यक्रम संपन्न हुए।

गोमती नदी के 8  घाटों पर संपन्न कार्यक्रमों में मुख्य रूप से प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष व क्षेत्र के विधायक श्री लोकेंद्र प्रताप सिंह, गोला गोकरण नाथ के विधायक अमन गिरी, ब्लहक प्रमुख महेंद्र बाजपेई, नगर पालिका के चेयरमैन संदीप मेहरोत्रा, संघ के जिला संघचालक अमित भसीन, नगर संघचालक अरुण कुमार शुक्ला, संघ के नगर कार्यवाह रणधीर श्रीवास्तव सहित सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पुनीत कार्य में अपना-अपना योगदान दिया। सभी आठ स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों के समापन पर लोक भारती के जिला संयोजक अतुल रस्तोगी ने प्रकृति, पर्यावरण संरक्षण एवं भावी पीढ़ियों के सुरक्षित जीवन के लिए भविष्यमें भी ऐसे आयोजनों की श्रृंखला जारी रखने के संकल्प के साथ सभी कार्यकर्ताओं व क्षेत्र के नागरिकों का आभार व्यक्त किया।

उपस्थित लोगों को यह संकल्प दिलाया गया कि नदी और जल स्रोत की स्वच्छता, पवित्रता और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए निरंतर कार्य किया जायेगा । व्यक्ति चाहे किसी भी जाति और पंथ का हो, कोई ऐसा कार्य नहीं करेगा जिस कारण नदी और जल स्रोत बंद हों और जल जीवन प्रदूषित हो।

सोर्स-लोक सम्मान 

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