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नदियां
नाला नहीं, अब सदानीरा बनेगी कुकरैल नदी
Posted on 15 Jul, 2024 11:41 AMदरअसल योगी आदित्यनाथ ने ठान लिया है कि दशकों से नाला बनने को अभिशप्त रही गोमती की सहायक नदी कुकरैल को वह सदानीरा बनाएंगे। कुकरैल की भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिये योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़नी पड़ी, लेकिन अटल इच्छाशक्ति के धनी योगी आदित्यनाथ ने सुनिश्चित किया कि कुकरैल को नाला से नदी बनाने की राह में आ रही हर अड़चन दूर की जाएगी। लखनऊ के अकबरनगर में चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान अ
पहाड़ों पर बीस साल से घटती आ रही बर्फबारी और सिमटती नदियां
Posted on 28 Jun, 2024 03:16 PMइंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट के नए शोध के अनुसार, हिंदू कुश हिमालय (एचकेएच) में इस साल असामान्य रूप से कम बर्फबारी से भारत में गंगा नदी बेसिन में रहने वाले 60 करोड़ से अधिक लोगों सहित अन्य समुदायों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। एचकेएच स्नो अपडेट-2024 के मुख्य लेखक शेर मुहम्मद ने कहा है कि गंगा नदी बेसिन में बर्फ पिघलने का योगदान 10.3 प्रतिशत है, जबकि ग्लेशियर पिघलने का योगदा
वाराणसी गंगा में शैवाल खतरनाक बदलावों के दे रहे संकेत
Posted on 28 Jun, 2024 09:05 AMहिन्दुस्तान, वाराणसी। गंगा जल में मानसून से पहले शैवालों का आना गंगा की पारिस्थितिकी में खतरनाक बदलाव का संकेत दे रहे हैं। बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरनमेंट ऐंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट (आईईएसडी) के वैज्ञानिकों के शोध में कई तथ्य उजागर हुए हैं। ऐसे जल में स्नान से न सिर्फ कई रोग होते हैं बल्कि दुर्लभ परिस्थितियों में मौत भी हो सकती है।
तीन जलनायक : शिक्षक एमसी कांडपाल, जगत सिंह जंगली और बृजमोहन शर्मा
Posted on 23 May, 2024 07:53 AM20 मई 2024, देहरादून। पानी को लेकर लगातार संकट गहराता जा रहा है। गर्मियों में उत्तराखंड की राजधानी दून से लेकर राज्य के तमाम शहरों में पीने के पानी के लिए लोगों को जूझना पड़ रहा है। लेकिन कई ऐसे लोग भी हैं, जिनकी पानी को लेकर मानो नींद ही गायब हो गई है, ये लोग पानी के संरक्षण को लेकर कोई एक नहीं, तीन-तीन दशकों से जुटे हुए हैं। ऐसे लोगों में ही एक है शिक्षक मोहन चंद्र कांडपाल। कानपुर बचपन बीता,
गोमती नदी के संरक्षण के लिए विशेष प्रयास
Posted on 13 May, 2024 08:38 AMगोमती का परिचय
आदि गंगा गोमती, माँ गंगा से प्राचीन नहीं हैं। माँ गंगा को भगीरथ द्वारा पृथ्वी पर लाया गया था, जबकि भूगर्भ जल से पृथ्वी के उद्भव मालखण्ड से सतत सदानीरा पौराणिक नदी गोमती है। गोमती को आदि गंगा कहा गया है। गोमती के जल में तप की प्रकृति है। इसके तट पर आदिपुरुष मनु-सतरूपा ने तपस्या कर पुत्र रूप में भगवान श्रीराम का वरदान पाया और गोमती जल में स्नान करके भरत व भगवान राम द्वार
चिंताः बिहार में सूख गईं 40 से अधिक नदियां
Posted on 08 Apr, 2024 10:37 AMसूबे में गर्मी का चढ़ना शुरू ही हुआ है और नदियों के सूखने का सिलसिला जारी हो गया। इस समय 40 से अधिक नदियों सूख चुकी हैं। इन नदियों के बड़े हिस्से से पानी गायब है। कई नदियों में जो कुछ पानी है तो उनका बहाव पूरी तरह खत्म है। वहीं बड़ी संख्या में ऐसी नदियां भी हैं, जिनका पानी तेजी से खत्म हो रहा है। कई नदियों के कुछ हिस्से में पानी है, पर इसके बड़े हिस्से में धूल उड़ रही है।
टिहरी बांध के चलते गंगा नदी का जीवन समाप्त होने की कगार पर
Posted on 04 Apr, 2024 11:47 AMपरमपूज्य शंकराचार्य जी, स्वामी जयेन्द्र सरस्वती जी व हरिद्वार सम्मेलन में उपस्थित सन्त-महात्माओं एवं प्रतिनिधियों के चरणों में !
हिमालय : भारतीय उप महाद्वीप के जल चक्र का नियामक
Posted on 28 Mar, 2024 10:16 AMहिमालय का संबंध केवल भारत से ही नहीं है। इससे निकलने और बहने वाली नदियां केवल भारतीय भूभाग में ही नहीं बहतीं बल्कि एशिया महाद्वीप के कई देशों में बहती हैं।भारतीय उपमहाद्वीप की अति विशिष्ट पारिस्थितिकी की कुंजी हिमालय का भूगोल है लेकिन पिछले दो सौ बरसों में हिमालय के बारे में हमारे अज्ञान का निरंतर विस्तार हुआ है। हिमालय जितना पराया फिरंगियों के लिए था, आज हमारे लिए उससे भी अधिक पराया हो गया है।
गंगा की तर्ज पर देश की छह विशाल नदियों का होगा कायाकल्प
Posted on 26 Mar, 2024 12:39 PMगंगा की तर्ज पर देश की छह विशाल नदियों का कायाकल्प होगा। छह नदियों के बेसिन प्रबंधन की जिम्मेदारी 12 तकनीकी शिक्षण संस्थाओं को सौपी गई है। इस संबंध में आज एक समारोह में अनुबंध पत्र हस्तांतरित किए गए।
प्राकृतिक प्रवाह की पुनर्रचना गंगा पर अंतर्मंत्रालयी समूह की अनुशंसाओं की एक समीक्षा
Posted on 01 Mar, 2024 01:43 PMअप्रैल 2013 में, योजना आयोग के सदस्य भी के चतुर्वेदी की अध्यक्षता में अंतर्मंत्रालयी समूह (आईएमजी) ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट में, आठ महीनों तक 25 प्रतिशत तथा चार महीनों के दौरान 30 प्रतिशत प्राकृतिक प्रवाष्ठ की संस्तुति की गई। यह प्रस्ताव वर्तमान परिस्थितियों से एक सुनिश्चित प्रगति है, जहां जल-ऊर्जा प्रॉजेक्टों के डिजाइन में प्राकृतिक प्रवाह के रूप में, 10 प्रति