Explore various groundwater recharge methods to sustainably replenish groundwater levels. Learn about innovative techniques and best practices for groundwater conservation.
The budget allocation for the Department of Drinking Water and Sanitation reflects a steady upward trajectory, underscoring the importance of scaling financial commitments to meet the growing demands of the WASH sector.
Kritsnam where engineering meets hydrology, founded by K. Sri Harsha focuses on developing accurate, easy to install, tamper-proof, and weather-proof smart water metering solutions to deal with the growing water crisis in India.
The rising trend of abandoning open wells for borewells in Chikkaballapur and Annamayya districts, and the potential negative consequences of this shift.
बेहिसाब भूजल दोहन भूकंप के खतरे को विनाशकारी बना देगा। हाल फिलहाल के दो अध्ययन हमारे लिए खतरे का संकेत दे रहे हैं। एक अध्ययन पूर्वी हिमालयी क्षेत्र में भूकंप के आवृत्ति और तीब्रता बढ़ने की बात कर रहा है। तो दूसरा भूजल का अत्यधिक दोहन से दिल्ली-NCR क्षेत्र के कुछ भाग भविष्य में धंसने की संभावना की बात कर रहा है। दोनों अध्ययनों को जोड़ कर अगर पढ़ा जाए तस्वीर का एक नया पहलू सामने आता है।
Posted on 24 Apr, 2016 09:13 AM Central Ground Water Board, NER, Guwahati.
INTRODUCTION
Located on the middle of the mighty Brahmaputra River, Majuli Island is regarded as thelargest fresh water river island in the world. The island is formed with the confluence ofBrahmaputra and Lohit rivers. The island also termed as the cultural capital of Assam.
Posted on 29 Mar, 2016 11:22 AM इस बार होली से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में जल संकट को देखते हुये कहा था कि ‘हम सूखी होली खेल सकते हैं। होली खेलें पर कम पानी इस्तेमाल करें।’ यह सुखद ही रहा कि लोगों ने उनके सूखी होली खेलने और पानी बचाने के अनुरोध का सम्मान करते हुये संवेदनशीलता का परिचय दिया। राज्य के जलाशयों के घटते जल स्तर और जल संकट की बढ़ती समस्या को लेकर लोगों ने कोई कुतर्क ना करत
Posted on 12 Mar, 2016 01:15 PM भूगर्भ में जल उत्पन्न तो होता नहीं, वहाँ पाया जाने वाला सम्पूर्ण जल ऊपरी धरातल से समाया हुआ जल होता है, जो वर्षा काल में बरसा हुआ जल रिस-रिस कर अन्दर पहुँचता है। जब से वर्षा का क्रम बदला है तब से ऊपरी जल का पृथ्वी में समाना भी कम हो गया है।