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अब स्टेशनों को देना होगा एक-एक बूँद का हिसाब
Posted on 03 Jan, 2016 02:25 PM
पानी के दुरुपयोग पर चलेगा आॅडिट का डंडा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश व राजस्थान के 18 स्टेशन शामिल
स्वच्छता के मुद्दे पर फतेहपुर में राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
Posted on 31 Dec, 2015 11:54 AM तिथि : 4-5 जनवरी 2016
दिन : सोमवार-मंगलवार
स्थान : गवर्नमेंट गर्ल्स पी.जी. कॉलेज बिंदकी, फतेहपुर


भारत सरकार द्वारा शुरू किये गए स्वच्छ भारत अभियान में 4041 शहर सम्मिलित हैं। इन शहरों की गलियों, सड़कों को साफ करना शामिल है। इस अभियान की औपचारिक शुरुआत प्रधानमंत्री जी ने स्वयं झाड़ू लगाकर की थी। स्वच्छ भारत अभियान, भारत की सबसे बड़ी स्वच्छता मुहिम है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए 4-5 जनवरी 2016 को कार्यक्रम का आयोजन बिंदकी में किया जा रहा है। आगामी वर्ष जनवरी 2016 में उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में स्वच्छता पर कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। 4-5 जनवरी 2016 को होने वाले इस कार्यक्रम का मुद्दा है, स्वच्छ भारत अभियान 2014 : प्रशासनिक परिप्रेक्ष्य, मुद्दे और चुनौतियाँ। इस कार्यक्रम का आयोजन फतेहपुर के गवर्नमेंट गर्ल्स पी.जी. कॉलेज बिंदकी, फतेहपुर में होगा।

फतेहपुर के बिंदकी का भी एक लम्बा इतिहास रहा है। राष्ट्रकवि सोहन लाल द्विवेदी की यह जन्मस्थली रही है। बिंदकी के गवर्नमेंट गर्ल्स पी.जी. कॉलेज की स्थापना 1996 में एक उच्च कला महाविद्यालय के रूप में हुई थी, लेकिन आज यह कला के तीन विषयों में उच्चतर शिक्षा प्रदान करने वाला महाविद्यालय बन गया है।

अपनी स्थापना के बाद से ही यह बिंदकी और आस-पास के क्षेत्र की लड़कियों की उच्च शिक्षा के प्रचार-प्रसार में योगदान दे रहा है। अगले वर्ष से यहाँ वाणिज्य की पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी।
जल समाचार
Posted on 22 Dec, 2015 03:45 PM

झीलों के प्रदूषण से निपटने में कारगर है एयरेशन व बायोमैन्युपुलेशन तकनीक


दैनिक जागरण, (देहरादून 4 मार्च, 2011)
भारत की जल प्रबन्धन आवश्यकताओं से निपटने के लिये भारत यूरोपीय जल मंच
Posted on 21 Dec, 2015 03:51 PM

भारत में विभिन्न क्षेत्रों की बढ़ती हुई और प्रतिस्पर्धात्मक माँग के कारण दिन-प्रतिदिन जल प्रबन्धन कठिन होता जा रहा है। हालांकि आज़ादी के बाद से ही भारत ने जल संसाधनों के विकास की दिशा में महत्त्वपूर्ण प्रयास किये हैं, लेकिन- ‘हमारा प्रयास ज्यादातर परियोजनाओं पर केन्द्रित रहा है जिससे पारिस्थितिकीय और प्रदूषण सम्बन्धी पहलुओं पर ध्यान नहीं दिया जा सका।

इसके फलस्वरूप जल का अत्यधिक प्रयोग हुआ, जल प्रदूषण फैला और विभिन्न क्षेत्रों के बीच अमर्यादित प्रतिस्पर्धा बढ़ी। इसलिये जल के समुचित आवंटन, माँग के प्रबन्धन और उसके उपयोग के लिये प्रभावकारी उपाय किया जाना बहुत जरूरी है।’

केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री प्रोफेसर सांवर लाल जाट ने नई दिल्ली में भारतीय यूरोपीय जल मंच की पहली बैठक का उद्घाटन करते हुए इसे स्वीकार किया।

जल-भूजल : अनोखे गुण एवं भविष्य की चुनौतियाँ
Posted on 21 Dec, 2015 02:00 PM भूजल का संरक्षण न करने अथवा उसके स्रोतों से अज्ञानतापूर्वक छेड़-छाड
रमन त्यागी को चुना गया वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो का वॉलंटियर
Posted on 15 Dec, 2015 10:18 AM भारत सरकार के वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो द्वारा रमन त्यागी को स्वयं सेवक नियुक्त किया गया है। इसके लिये वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो द्वारा पत्र व आईडी कार्ड जारी किया गया है।
थम नहीं रहा है पानी का कारोबार
Posted on 14 Dec, 2015 04:02 PM एक तरफ तो जल के अधिकार की बात होती हैं, वहीं दूसरी पानी के बाजार के
नदी संसद से सीखें पंचायती राज
Posted on 05 Dec, 2015 01:18 PM

जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव कह रहे हैं कि काम पानी का हो, खेती या ग्राम स्वावलम्बन का; साझे की माँग जल्द ही आवश्यक हो जाने वाली है। सहकारी खेती, सहकारी उद्यम, सहकारी ग्रामोद्योग, सहकारी जलोपयोग प्रणाली के बगैर, गाँवों का अस्तित्व व विकास, एक अत्यन्त कठिन चढ़ाई होगी।

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