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समाचार और आलेख
धीरे-धीरे निर्मल होगी धारा
Posted on 06 Jun, 2023 12:48 PMपिछले अंक में हमने नदियों की निर्मलता पर बात की और यह समझने की कोशिश की कि नदियों की निर्मलता क्यों जरूरी है? साथ ही हमनें औद्योगिक प्रदूषण, बढ़ते शहरीकरण और शहरी अपशिष्ट निदान के नदी पर दुष्प्रभाव और कृषि में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के नदी पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बात की। आइए इस अंक में यह समझने की कोशिश करते हैं कि नदियों की निर्मल धारा कैसी होती है?
![धीरे-धीरे निर्मल होगी धारा,PC-Sivana East](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/GANAG%20RIVER.jpg?itok=evt_Ls5U)
क्यों रुक गई बहती धारा
Posted on 06 Jun, 2023 11:57 AMप्रज्ञाम्बु के पांचवें अंक में हम बात करेंगे नदियों की अविरलता के बारे में नदी का जिक्र आते ही हमारे जहन में बहते हुए पानी की तस्वीर उभरती है। बहती हुई नदियां अब हमारे इतिहास का हिस्सा बनने लगी हैं, बर्तमान में हमारे देश की कई विशाल नदियां झीलों की एक श्रृंखला में परिवर्तित हो रही है। नदी का ठहर जाना, नदी की मूलप्रवृत्ति के विपरित है। इसी क्रम में अविरलता और ठहराव को समझने के लिए प्रज्ञाम्बु का
![क्यों रुक गई बहती धारा,PC-MYD](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/Rudraprayag%20-RIVER.jpg?itok=414dN8IX)
नदी संरक्षण एवं विकास सीमाओं का महत्व
Posted on 05 Jun, 2023 04:59 PMप्रज्ञाम्बु के प्रथम संस्करण में हमने नदी घाटी प्रबंधन, नदी पुनरुद्धार एवं संरक्षण, प्राथमिकता एवं हितधारकों की भूमिका के बारे में समझने ज्ञान के आधार पर ही सक्षम स्तर पर वार्ता एवं समझौते वाले निर्णयों का एक प्रयास किया। इस क्रम मे हमने यह जाना कि नदी घाटी का निर्धारण किया जा सकता है। प्रथम संस्करण में चर्चा किये गए प्रबंधन एवं नदी संरक्षण के कार्यों में घाटी क्षेत्र की सम्पूर्ण जानकारी जो कि
![नदी संरक्षण एवं विकास सीमाओं का महत्व,Pc-conservationgateway](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/River%20conservation.jpg?itok=h06Qr8Vd)
परंपरा, विज्ञान, तर्क और हमारी नदियाँ
Posted on 05 Jun, 2023 04:01 PMभारतीय संस्कृति में नदियाँ जीवन के हर रंग और रस में मनुष्य का साथ निभाती हैं। माहौल उत्सव का हो या शोक का दोनों ही स्थितियों में मनुष्य नदी के सान्निध्य में पहुंच जाता है। नदियों से हम बहुत कुछ लेते हैंऔर बदले में ऐसी कई चीजें नदी को अर्पित कर देते हैं, जो कभी ईश्वर के प्रति प्रेम को व्यक्त करने का माध्यम बनी थी - जैसे फूल । त्योहारों के समय नदियों के समीप होने वाले यह क्रियाकलाप सामूहिक रूप से
![परंपरा, विज्ञान, तर्क और हमारी नदियाँ, Pc-DH](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/Ganga%20river%20.jpg?itok=aLxNXvDV)
कद्दू की उन्नत खेती
Posted on 05 Jun, 2023 11:33 AMभारत में कद्दू या काशीफल की खेती पुरातन काल से होती आ रही है। कददूवर्गीय सब्जियों में कद्दू एवं कुम्हड़ा का विशेष स्थान है। इसके कच्चे व पके हुए फलों से कई प्रकार की सब्जियां बनाई जाती है। उत्तर भारत में तो विवाह व त्यौहार आदि अवसरों पर इसकी सब्जी बनाने की प्रथा है। कद्दू कच्चा और पका फल सब्जी के लिए तथा पके फलों का मिठाई (पेठा) बनाने में प्रयोग होता है। कुम्हड़ा या कददू की एक किस्म मिष्ठान पेठ
![कद्दू की उन्नत खेती,Pc-अपनी खेती](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/%E0%A4%95%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%82%20.jpg?itok=i1X2DNzw)
छोटानागपुर पठारी क्षेत्र में आधुनिक कृषि उपकरणों को अपनाने में अड़चन
Posted on 05 Jun, 2023 11:25 AMझारखंड की आदिवासी आबादी अपनी आजीविका के लिए मुख्य रूप से कृषि और मजदूरी पर निर्भर है। रामगढ़ जिले की आदिवासी आबादी लगभग 21 प्रतिशत है। छोटानागपुर पठारी क्षेत्र के अधिकांश आदिवासी किसानों के पास छोटी जोत की भूमि है। परंपरागत रूप से भूमि पर आदिवासियों का कब्जा था लेकिन धीरे- धीरे इसे सरकारों द्वारा कोयला खनन और खनिज अन्वेषण कंपनियों को हस्तारित कर दिया गया। आदिवासी कृषि प्रणाली में यांत्रिक शक्ति
![छोटानागपुर पठारी क्षेत्र में आधुनिक कृषि उपकरणों को अपनाने में अड़चन,PC-उन्नत कृषि](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/%E0%A4%86%E0%A4%A7%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95%20%E0%A4%95%E0%A5%83%E0%A4%B7%E0%A4%BF%20%E0%A4%89%E0%A4%AA%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%A3%E0%A5%8B%E0%A4%82%20%E0%A4%95%E0%A5%8B%20%E0%A4%85%E0%A4%AA%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87%20%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82%20%E0%A4%85%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%9A%E0%A4%A8.png?itok=9LBCPy5k)
क्यों चाहिए निर्मल धारा
Posted on 03 Jun, 2023 03:34 PMनदियाँ मनुष्य को सदैव आकर्षित करती हैं। कभी हम उन्हें देवी समझकर पूजने जाते हैं तो कभी सखी समझकर अटखेलियां करने कुछ समय नदी किनारे व्यतीत करने के बाद हम लौट आते हैं अपनी जिंदगी में फिर किसी दिन समाचार में नदी और उसे साफ करने की कोशिशें एवं उसकी स्वछता के लिए चलाये जाने वाले अभियान देखने को मिलते हैं। एक बार फिर हम नदी को खबर में ही छोड़ देते हैं क्योंकि नदी की धारा निर्मल हो या ना हो इससे हमें
![क्यों चाहिए निर्मल धारा,Pc-Sadhguru](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/GangaRiver.png?itok=d6CPYz4R)
विजय जड़धारी को मिला 'हिमालय प्रहरी सम्मान'
Posted on 03 Jun, 2023 03:18 PMटिहरी जनपद की रमणीय हरी-भरी रौतियाली हेंवलघाटी को एक बार फिर से 21 मई 2023 की तपती दोपहरी को अपने पर इतराने इठलाने का मौका मिला, जब हेवलघाटी के चिपको आंदोलन के पुरोधा जमनालाल बजाज पुरूस्कार विजेता सर्वोदयी धूम सिंह नेगी जी के बाद उनके ही कर्मठ शिष्य चिपको कार्यकर्त्ता और विश्व विख्यात बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता सर्वोदयी विजय जड़धारी को 'हिमालय प्रहरी सम्मान 2023' से नवाजा गया। सर्वोदयी पद्मविभू
![विजय जड़धारी को मिला 'हिमालय प्रहरी सम्मान', Pc-Jagran](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/Vijay%20jaddhari.jpg?itok=KNaWEg0b)
विश्व साइकिल दिवस (वर्ल्ड बाइसिकल डे)
Posted on 03 Jun, 2023 02:34 PMमहत्व
विश्व साइकिल दिवस एक विशेष दिन है जो लोगों के लिए आनंद लेने के लिए घोषित किया गया है ताकि लोग इसकी महत्वता को समझे और अपने जीवन में लागु करे जो की पर्यावरण के हित में भी है और इससे नेचुरल रिसोर्सेज को भी बचाया जा सकता है। साइकिल एक "टिकाऊ परिवहन का प्रतीक है और टिकाऊ खपत और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक संदेश देती है, और जलवायु पर सकारात्मक प
![विश्व साइकिल दिवस,Pc-Eduwar](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/World-Bicycle-Day.jpg?itok=KhPfnv9l)
एक विशाल नदी के बनने में कई हजार छोटी नदियों का होता है योगदान
Posted on 03 Jun, 2023 12:19 PMविगत कुछ वर्षों को छोड़कर नदी संरक्षण पर देश विदेश में किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा से ज्ञात होता है कि यह प्रयास मुख्यतः बड़ी नदियों पर समग्र रूप से केंद्रित रहे है जो कि अनेक विविध कारणों से संभवतः बहुत अधिक प्रभावी एवं सफल नहीं हो पाए।गंगा नदी के उदाहरण से ही समझा जा सकता है कि जो प्रयास मुख्य धारा (गंगा) को संरक्षित करने के लिए आवश्यक है उनको फलीभूत करने के लिए केंद्र सरकार से धन एवं ससाध
![एक विशाल नदी के बनने में कई हजार छोटी नदियां का होता है योगदान, Pc-vivacepanorama](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/river.jpg?itok=UX5iGw7y)