उत्तराखंड

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बारिश से नहीं बुझ रही धरती की प्यास
Posted on 12 Jun, 2018 02:11 PM

हमारा दून किस भविष्य की तरफ बढ़ रहा है। एक ओर पानी के लिये भूजल पर हमारी निर्भरता 90 फीसद तक बढ़ गई है और दूसरी तरफ हम भूगर्भ के भण्डार के पुनर्भरण की तरफ भी ध्यान नहीं दे रहे। भवनों में वर्षा जल संग्रहण के लिये छत पर टैंक निर्माण की बात तो दूर सिस्टम की अनदेखी ने प्राकृतिक रूप से वर्षा जल रिचार्ज की राह भी बाधित कर दी है। एमडीडीए के ट्रांसपोर्ट प्लानर जगमोहन सिंह के ताजा शोध पर गौर करें तो
स्रोतों का 2.2 करोड़ लीटर पानी घटा
Posted on 10 Jun, 2018 02:36 PM

कोई भी सम्पदा कितनी ही अधिक क्यों न हो, यदि उसका संरक्षण न किया जाये तो एक दिन उसे समाप्त होने से कोई नहींं रोक सकता। जल भी ऐसी ही एक सम्पदा है, जिसे संरक्षण के बिना महफूज रख पाना सम्भव नहीं। राज्य गठन से अब तक के 18 साल के अन्तराल की बात करें तो पानी को हमने सिर्फ दोहन का जरिया समझा है। सतह के स्रोत (नदी,झरने) सूखने लगे तो एक पल गँवाए बिना धरती का सीना चीरकर भूजल गटकने लगे। पानी की सिर्फ भोगने

पॉलिथीन होटलों और वेडिंग प्वाइंट पर कसेगा शिकंजा
Posted on 09 Jun, 2018 06:37 PM


शहर के होटल, वेडिंग प्वाइट को अपने यहाँ बोर्ड पर ‘पॉलिथीन प्रतिबन्धित’ होने की बात लिखना अनिवार्य कर दिया गया है। सभी को बोर्ड में लिखना होगा कि पॉलिथीन प्रतिबन्धित है और इसका इस्तेमाल यहाँ न करें। ऐसा न करने पर सम्बन्धित होटल व वेडिंग प्वाइंट के खिलाफ पाँच हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

plastic waste
रिस्पना और बिंदाल के जलग्रहण क्षेत्र पर अवैध कब्जा
Posted on 09 Jun, 2018 06:30 PM

देहरादून। राजधानी की प्रमुख नदियों पर अफसरों की अनदेखी और अतिक्रमणकारियों की मनमानी से आबादी बस गई है। स्थिति यह है कि नदियों पर बहुमंजिला इमारतें और आवासीय प्रोजेक्ट तक खड़े कर दिये। अधिकारियों में दृढ़ इच्छाशक्ति के अभाव के कारण हालात और खराब होते जा रहे हैं। स्थिति यह है कि शहर की नालियों को भी अतिक्रमणकारियों ने नहीं छोड़ा उन पर भी दुकानें बना ली है।
आबादी तक पहुँची वनाग्नि की लपटें
Posted on 09 Jun, 2018 06:27 PM


पौड़ी शहर के चारों तरफ के जंगल वनाग्नि की भेंट चढ़ चुके हैं, अब जंगलों से होकर आग बस्ती की ओर रुख कर गई है। मंगलवार को पौड़ी के कण्डोलिया क्षेत्र में आग डीएफओ कार्यालय के निकट स्थित घरों तक जा पहुँची। एहतियात के तौर पर केन्द्रीय विद्यालय के बच्चों की छुट्टी कर दी गई। वन विभाग व फायर सर्विस के घंटों प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

जंगलों की उपेक्षा के कारण लगती आग
क्यों धधक रहे हैं जंगल
Posted on 09 Jun, 2018 05:34 PM

उत्तराखण्ड के पहाड़ों में आग लगने की घटनाएँ हर साल सुर्खियाँ बटोरती हैं। इससे जहाँ बड़ी संख्या में पेड़ों, जीव जन्तुओं और पर्यावरण को नुकसान पहुँचता है, वहीं वायु प्रदूषण की समस्या और तपिश क्षेत्र को अपनी जद में ले लेती है। हाल के वर्षों में जंगल में आग लगने की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। इन घटनाओं की वजह और समाधान जानने के लिये भागीरथ और वर्षा सिंह ने स्थानीय जनप्रतिनि
जंगल की आग
प्रयास से आस
Posted on 09 Jun, 2018 03:24 PM

टिहरी के पतवारी गाँव में 11 मार्च को कंगना, आलिया और श्रद्धा का स्वयंवर आयोजित हुआ। पिछले वर्ष इसी जगह दीपिका, कटरीना और प्रियंका का स्वयंवर हुआ था। चौंकिए मत, ये नाम फिल्म अभिनेत्रियों के नहीं बल्कि बकरियों के हैं। पशुपालन को बढ़ावा देने के लिये यह अनूठी पहल की गई है। बकरियों के स्वयंवर को सफल बनाने के लिये बाकायदा निमंत्रण पत्र भी छपवाए गये हैं जिन पर छपा है- दिलवाले बकरियाँ ले जाएँगे। स्व
बकरियों का स्वयंवर
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