राजस्थान

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जल की काया, जल की माया
Posted on 06 May, 2019 12:14 PM

पानी ही हमारा जीवन है। पंचतत्व में से एक पानी से ही जीवन की परिकलन हुई। जल प्रलय की बात हर संस्कृति के मूल में मिलती है, वहीं से सजीव के सृजन की भी बात शुरू होती है, यानी पानी ही सर्वोपरि है। तभी तो हमारे मालवा में कहावत है - ‘जल की काया, जल की माया, जल का सकल पसारा, जल से कौन है न्यारा रे।’ पृथ्वी हो या हमारा शरीर, इसमें तीन हिस्से तो जल ही है। दरअसल, पानी, सिर्फ पानी नहीं है। इसकी शुद्धता को

संसाधनों के परिप्रेक्ष्य में साहित्य का पुनरावलोकन
Posted on 01 Mar, 2019 05:42 PM

संसाधन मानव विकास का पर्याय बन चुका है। सभ्यता के विकास के साथ-साथ संसाधनों में भी विकास हुआ है। मनुष्य संसाधन जुटाने में नई तकनीकों का उपयोग करने लगे हैं। भौगोलिक स्थलाकृति एवं वातावरण, संसाधन की मात्रा एवं गुणवत्ता को नियंत्रित करती रही है। परन्तु वर्तमान परिप्रेक्ष्य में संसाधन की मात्रा एवं गुणवत्ता मानवीय उपयोग पर आधारित है। परिणामस्वरूप जहाँ एक ओर स

राजस्थान जल संचयन
प्रथम अध्याय: अलवर में जल संकट की चुनौतियों से परिचय
Posted on 27 Feb, 2019 11:53 AM
संसाधन की परिभाषा मुख्य रूप से तीन कारकों पर आधारित है- मानव, पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी तत्व एवं उनका समुचित उपयोग। भूगोल में मुख्य तौर पर शोध का विषय भौतिक एवं मानव भूगोल पर आधारित होता है। हम्बोल्ट महोदय ने जहाँ एक ओर भौतिक भूगोल पर अपना पक्ष रखा वहीं रिटर महोदय ने मानव भूगोल पर अपना शोध प्रकट किया। इन दोनों शाखाओं को जोड़ने का श्रेय पर्यावरणीय अध्ययन को
राजस्थान में जल संरक्षण
गर्मियों में पेयजल का संकट तय, योजनाओं की गति धीमी
Posted on 31 Jan, 2019 02:16 PM जयपुर: राजस्थान में पेयजल का संकट खड़ा होेने के आसार हैं इसके कारण आम जनता के साथ ही सरकार में भी चिन्ता पनप गई है। जयपुर, अजमेर, टोंक जैसे बड़े शहरों में पेयजल आपूर्ति करने वाले बीसलपुर बाँध में इस बार पानी की कम आवक ने ही आगामी गर्मियों में पानी के लिये संकट खड़ा कर दिया है। दूसरी तरफ पाँच साल में पेयजल परियोजनाओं में हुई देरी के कारण भी इस बार फिर ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी की कमी त
राजस्थान में जल संकट
फ्लोरोसिस स्थानिक राजस्थान में दुर्लभ जेनू-वेल्गम सिंड्रोम
Posted on 08 Jan, 2019 02:07 PM

राजस्थान प्रदेश का पहला जेनू- वेल्गम सिंड्रोम केस (Fluoride, Epub 013)प्रकाशित शोध आंकड़ों के अनुसार राजस्थान के सभी जिलों का भू-जल फ्लोराइड से दूषित है। ऐसे फ्लोराइडयुक्त जल का दीर्घकालीन सेवन करना सेहत के लिये बेहद खतरनाक व हानिकारक होता है। इससे जनित फ्लोरोसिस बीमारी प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बे

राजस्थान प्रदेश का पहला जेनू- वेल्गम सिंड्रोम केस (Fluoride, Epub 013)
राजस्थान में फ्लोरोसिस का कहर
Posted on 26 Dec, 2018 01:13 PM

फ्लोरोसिस से पीड़ित बछड़ा (फोटो साभार - प्रो.

फ्लोरोसिस से पीड़ित बछड़ा (फोटो साभार - प्रो. शांतिलाल चौबीसा)
जानिये आँकड़ों के विश्लेषण की बारीकियाँ
Posted on 28 Oct, 2018 04:33 PM

कार्यक्रम- जलवायु परिवर्तन और विकासात्मक संचार के लिये आँकड़ों का प्रभावी विश्लेषण
संस्थान- अनिल अग्रवाल एन्वायरनमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, निमली, अलवर, राजस्थान
प्रशिक्षण कार्यशाला की अवधि- 14 से 17 नवम्बर, 2018
आवेदन की अन्तिम तिथि: 2 नवम्बर 2018

जलवायु परिवर्तन और विकासात्मक संचार के लिये आँकड़ों का प्रभावी विश्लेषण
अपना बलिदान देकर वृक्षों को बचाने वाले बिश्नोई
Posted on 16 Oct, 2018 05:39 PM

कश्मीर में जैसे नुन्द ऋषि वैसे राजस्थान के रेतीले क्षेत्र में 500 वर्ष पूर्व बिश्नोई सन्त झम्बोजी हो गए। राजस्थान की शुष्क धरती में खेजड़ी वृक्षों को जीवन दान देने का अभूतपूर्व कार्य उनकी सिखावन के कारण हुआ था। आजकल के वर्षों में ही उनकी कथा सर्वत्र हो गई है। विश्व मंच पर भी पर्यावरण-सेवकों को उनके शिष्यगणों के अद्भुत बलिदान की कहानी प्रेरणादायी लगी है।
खेजड़ी
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