मध्य प्रदेश

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बाल स्वच्छता के लिए करनी होगी सामूहिक पहल
Posted on 07 Sep, 2012 10:11 AM प्रदेश में 50 फीसदी से ज्यादा परिवारों को 40 लीटर पानी प्रतिदिन प्रति व्यक्ति नहीं मिलता एवं प्रदेश की कुल 69.99 फीसदी आबादी खुले में शौच करती है। कई क्षेत्रों के भूजल में फ्लोराइड, नाइट्रेट, आयरन आदि की मात्रा ज्यादा है। इन कारणों से जलजनित कई बीमारियों की चपेट में बच्चे जल्दी आ जाते हैं। शुद्ध पेयजल एवं बेहतर साफ-सफाई बच्चों का अधिकार है। इसके लिए मूल रूप से तीन संस्थाओं अभिभावक, विद्यालय एवं पंचायतों को अपनी जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन करना होगा। भोपाल। देश में बच्चों के अधिकारों से जुड़े कार्य अभी तक नहीं हुए हैं, जबकि बच्चे भविष्य के नागरिक होंगे। बच्चों के विचार एवं अनुभवों को सुनने के लिए उचित मंच होना चाहिए एवं उन पर सम्मान के साथ विचार करना होगा। बच्चों की स्वच्छता, सफाई एवं पानी के अधिकार को लेकर किये जा रहे प्रयासों में किसी भी तरह की कोताही नहीं की जानी चाहिए, अन्यथा इसके परिणाम में कुपोषण, बीमारी एवं बाल मृत्यु दर जैसी समस्याओं में बढ़ोतरी होगी।
बाजू भी बहुत हैं सिर भी बहुत
Posted on 01 Sep, 2012 12:29 PM मेरी हड्डियां
मेरी देह में छिपी बिजलियां हैं,
मेरी देह
मेरे रक्त में खिला हुआ कमल।

- केदारनाथ सिंह

नर्मदा घाटी के निवासियों के धैर्य की दाद देना पड़ेगी। इतने अत्याचार व बेइंसाफी सहने के बावजूद वे आज भी अहिंसात्मक संघर्ष के अपने वादे पर कायम हैं। सरकार और कंपनियों को इस मुगालते में भी नहीं रहना चाहिए कि अमानवीय व्यवहार से आंदोलनकारियों का मनोबल टूटेगा। वास्तविकता तो यह है कि इस जल सत्याग्रह या जल समाधि की गूंज पूरे विश्व में सुनाई देने लगी है और यह देश व प्रदेश की सरकारों को आज नहीं तो कल कटघरे में अवश्य ही खड़ी करेंगी।

नर्मदा घाटी में स्थित ओंकारेश्वर बांध में पानी के स्तर को अवैध रूप से 189 मीटर से 193 मीटर बढ़ाए जाने के विरोध में पिछले करीब एक हफ्ते से 34 बांध प्रभावित घोघलगांव में जल सत्याग्रह कर रहे हैं। उनकी कमर से ऊपर तक पानी चढ़ चुका है और लगातार पानी में डूबे रहने से शरीर गलना प्रारंभ हो गया हैं। फिर भी वे कमल की मानिंद पानी की सतह पर टिके हुए हैं। लेकिन सरकार व एनएचडीसी जो कि बिजली उत्पादन करने वाली सरकारी कंपनी है और पुनर्वास उसकी ही मूलभूत जिम्मेदारी है, टस से मस नहीं हो रहे हैं। गौरतलब है सर्वोच्च न्यायालय ने मई 2011 में दिए अपने निर्णय में स्पष्ट रूप से कहा था कि जमीन के बदले जमीन ही दी जानी चाहिए और इसके पीछे न्यायालय की सोच भी स्पष्ट है कि पुनर्वास, पुनर्वास नीति के अनुरूप ही हो।
जल सत्याग्रह: नर्मदा घाटी के निवासियों की अपील
Posted on 01 Sep, 2012 10:55 AM

हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक अंतरिम निर्णय में इंदिरा सागर बांध से बेदखल होने वालों के लिए भी जमीन के बदले जमीन के सिद्धांत को स्वीकार कर इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन को निर्देश भी दिए हैं। लेकिन शासन, प्रशासन एवं कंपनी की हठधर्मिता के चलते इस आदेश का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है।

इंदौर। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर एवं इंदिरा सागर बांध में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले एवं पुनर्वास नीति की अवहेलना करते हुए जलस्तर बढ़ाए जाने के बाद ओंकारेश्वर बांध क्षेत्र स्थित घोघलगांव में नर्मदा बचाओ आंदोलन की वरिष्ठ कार्यकर्ता चित्तरूपा पालित के नेतृत्व में 34 बांध प्रभावित जलसत्याग्रह हेतु विगत 25 अगस्त से पानी में प्रवेश कर गए हैं।
रोजगार गारंटी और मजदूर गायब!
Posted on 31 Aug, 2012 12:01 PM

जब पलायन करके जाने वाले मजदूरी की संख्या में भी गिरावट आई है और रोजगार गारंटी योजना में काम मांगने वाले मजदूरों

रोजगार गारंटी में सामाजिक अंकेक्षणों की निगरानी
Posted on 31 Aug, 2012 11:48 AM

रोजगार गारंटी योजना के क्रियान्वयन में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर राज्यों की खिंचाई भी हो रही है। मध्यप्रदेश में

रोजगार गारंटी में सोशल ऑडिट सहजकर्ता की भूमिका
Posted on 31 Aug, 2012 11:33 AM

सामाजिक अंकेक्षण का सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद कुछ युवाओं ने संमर्थन के सहयोग से मध्यप्रदेश में ग्रामीण विकास

रोजगार गारंटी पर अलग से ग्रामसभा की जरूरत: योगेश कुमार
Posted on 31 Aug, 2012 11:07 AM

सीहोर के ही जहांगीरपुरा ग्राम पंचायत में जब सोशल ऑडिट पर चर्चा हुई, तो सरपंच एवं सचिव उस पर चर्चा करने के बजाय ग

बहिष्कार से विस्थापन तक का सफर
Posted on 25 Aug, 2012 12:16 PM

बरगी बांध से विस्थापित हुए लोगों को अपना जीविकोपार्जन करना बहुत कठिन हो गया है। वहीं मजदूरी नहीं मिलने से एक-एक

हल-बैल की खेती याद कर रहे हैं मुसीबत में फंसे किसान
Posted on 17 Aug, 2012 04:09 PM

परंपरागत खेती में बैलों से जुताई, मोट और रहट से सिंचाई और बैलगाड़ी के जरिये फसलों व अनाज की ढुलाई की जाती थी। खे

Ox drawn cultivator
जैविक खेती से धान की पैदावार बढ़ाने की मेडागास्कर पद्धति
Posted on 17 Aug, 2012 03:09 PM

जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरता उत्तरोतर बढ़ती जाती है। मिट्टी में पानी का भराव नहीं होने पर वायु संचरण से गोबर

organic paddy crop
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