मध्य प्रदेश

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अब केवल भूख से नहीं अन्याय से मुक्ति के लिये हो रोटी का कानून
Posted on 26 Jul, 2011 01:16 PM

भुखमरी आज के समाज की एक सच्चाई है परन्तु मध्यप्रदेश के सहरिया आदिवासियों के लिये यह सच्चाई एक मिथक से पैदा हुई, जिन्दगी का अंग बनी और आज भी उनके साथ-साथ चलती है भूख। आर.वी.

परमाणु कबाड़ आयात के खतरे
Posted on 26 Jul, 2011 09:25 AM

भोपाल (हेडलाईन) जापान के फुकुशिमा में आये भयंकर भूकम्प के कारण वहां स्थित परमाणु बिजली संयंत्रों से हुए आणविक रिसाब की त्रासदी से पूरी दुनिया दहल गई और परमाणु ऊर्जा और परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्रों में आपदाओं को निमंत्रण देने वाली परमाणु परियोजनाओं के बारे में पुर्नविचार की प्रक्रिया तेजी से शुरू हुई। इससे पहले भी रूस में हुए परमाणु संयंत्रों में रिसाब की घटना के बाद रूस ने परमाणु ऊर्जा के उपय

पुनर्वास के नाम पर 500 करोड़ का महाघोटाला
Posted on 25 Jul, 2011 04:18 PM

45 साल का केल्या पश्चिमी मध्यप्रदेश की नर्मदा घाटी के उन सैकड़ों आदिवासियों में शामिल है, जो विवादित सरदार सरोवर परियोजना के डूब क्षेत्र में आई जमीन के मुआवजे के लिए फर्जी रजिस्ट्री गिरोह के जाल में फंसे दिखाई देते हैं। केल्या बड़वानी जिले के घोंघसा गांव का रहने वाला है। फर्जी रजिस्ट्री गिरोह के बहकावे में आया अनपढ़ मजदूर अपनी पैतृक जमीन के मुआवजे की खातिर कथित तौर पर दलालों के तैयार दस्तावेजों

डूब क्षेत्रवासियों के साथ धोखधड़ी
न्यूक्लियर लायबिलिटी बिल
Posted on 22 Jul, 2011 01:52 PM

जुलाई में जब देश का मंत्रिपरिषद परमाणु दयित्व विधेयक के प्रावधानों पर विचार कर रहा था तो एक तयशुदा मसौदे पर लोगों की राय जानने की औपचारिकता निभाई जा रही थी, ये लेख तब लिखा गया था | अब यह विधेयक क़ानून बन चुका है और इसमें मुआवजा राशि में मामूली बढ़ोत्तरी के अलावा ज़्यादातर बातें शुरुआती मसौदे वाली ही रखी गई हैं.:

क्या शीत लहर प्राकृतिक आपदा नहीं है ?
Posted on 21 Jul, 2011 04:36 PM

पूर्व में की गई अनेक अनुशंसाओं के बावजूद शीतलहर को प्राकृतिक आपदाओं की श्रेणी में न डालना भारत

बुंदेलखंड: पलायन से उपजते प्रश्न
Posted on 21 Jul, 2011 04:00 PM

बुंदेलखंड में पलायन अब व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामुदायिक कार्य हो गया है। पूरे के पूरे गांव पलायन

वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के माध्यम से पीने के पानी की सुनिश्चितता
Posted on 20 Jul, 2011 02:25 PM मध्य प्रदेश के दतिया जिले के दतिया प्रखंड का गांव हमीरपुर, जिसकी आबादी 641 हैं, अधिकांश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग हैं। यह बुंदेलखंड क्षेत्र में पड़ता है तथा अनिश्चित बारिश स्वरूप के कारण पानी की गम्भीर कमी व नियमित रूप से सूखे की स्थिति झेलता है। कुल मिलाकर वर्षा दिवसों में कमी आई है, जो दो दशक पहले 100 दिनों (740 मिमी औसत) से घटकर आज औसतन (340 मिमी) 40 वर्षा दिवस हो गया है।
निर्मलता की दरकार है बड़े तालाब को
Posted on 18 Jul, 2011 12:31 PM भोपाल का बड़ा तालाब लंबे समय से अतिक्रमण एवं प्रदूषण का शिकार है। आसपास के इलाकों में अतिक्रमण हो जाने से तालाब सिकुड़ता जा रहा है। सबसे दुःखद बात तो यह है कि अथक प्रयासों के बावजूद कैचमेंट क्षेत्र को प्रदूषण रहित नहीं बनाया जा सका है, जिसके कारण तालाब का प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। तालाब को अतिक्रमण से बचाने के लिए कैचमेंट क्षेत्र एवं आसपास के क्षेत्र में निर्माण कार्यों पर लगाम लगाने एवं अतिक्रमण ह
देवास जल परियोजना पर सवालों की बौछार
Posted on 15 Jul, 2011 08:56 AM

मध्य प्रदेश सरकार ने यह स्वीकार किया है कि बनाओ, चलाओ और सौंपो (बीओटी) मॉडल पर बनी राज्य की पहली निजी औद्योगिक जल आपूर्ति परियोजना की हालत ठीक नहीं है। इस परियोजना को लगाने और चलाने वाली कंपनी एमएसके प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड राजधानी भोपाल से 148 किलोमीटर दूर देवास औद्योगिक क्षेत्र में जरूरी पानी की आपूर्ति करने में सक्षम नहीं है। इस परियोजना के लिए देवास से 128 किलोमीटर दूर नेमावर गा

मां रेवा थारो पानी निर्मल....
Posted on 14 Jul, 2011 03:03 PM मां रेवा, जिसे हम नर्मदा नदी के रूप में जानते हैं वह मध्य-भारत की जीवनरेखा है। नर्मदा का निर्मल पानी एवं उसके कल-कल करते बहते पानी को लेकर एक बहुत ही बेहतरीन गीत है,
नर्मदा नदी
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