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कोलकाता जिला
ईस्ट कोलकाता वैटलैंड्स पर रियल एस्टेट और कूड़े का हुआ कब्जा
Posted on 26 Aug, 2020 11:41 AMकोलकाता शहर से निकलने वाले हजारों लीटर गंदे पानी को प्राकृतिक तरीकों से परिशोधित करने वाले ईस्ट कोलकाता वेटलैंड्स के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। ये वेटलैंड्स पहले से ही अतिक्रमण की मार झेल रहे थे और अब इसमें कूड़ा भी डाला जाने लगा है, जिससे इसकी जैवविविधता नष्ट हो रही है।
अब आवश्यक हो गया है पर्यावरण संरक्षण के लिए परिवारों में वाहनों का नियोजन
Posted on 05 Nov, 2019 01:40 PMजलवायु परिवर्तन का शिकार बनता कोलकाता
Posted on 05 Aug, 2018 05:21 PMकोलकाता अब पहले से ज्यादा भीषण तूफानों और बाढ़ का सामना कर रहा है। 20वीं सदी के प्रथमार्ध की तुलना में वर्षा यहाँ ज्यादा होने लगी है। एक अध्ययन बताता है कि ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन अगर इसी तरह जारी रहा, तो 2070 तक समुद्रतटीय बाढ़ से मरने वाले दुनिया क
बंगाल की नदियों का अस्तित्व खतरे में
Posted on 24 Apr, 2018 06:41 PMमानव सभ्यता के विकास में नदियों का बड़ा योगदान है। कमोबेश सभी सभ्यताएँ नदियों के किनारे ही विकसित हुईं हैं। वजह है जीवन के लिये जल सबसे जरूरी तत्व है और नदियों को जल के अकूत स्रोत के रूप में देखा गया।
भारत में शायद ही कोई राज्य है, जिससे होकर नदियाँ न गुजरती हों। बंगाल की खाड़ी से सटे पश्चिम बंगाल को तो ‘नदीमातृक’ नाम से नवाजा गया है।
पर्यावरण प्रेम में टैक्सी को बना दिया बगीचा
Posted on 13 Apr, 2018 12:31 PMघास लगाने से एक और फायदा हुआ। मेरी कार के अन्दर का तापमान किसी भी नॉन एसी कार के मुकाबले बहुत कम रहने लगा।
गाद से बना एक द्वीप, जहाँ आज एक दुनिया आबाद है
Posted on 25 Mar, 2018 01:52 PM
पश्चिम बंगाल में हल्दी और हुगली नदी के मुहाने पर एक बेहद छोटा-सा द्वीप है। यह द्वीप चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है।
दोनों नदियों द्वारा भारी मात्रा में गाद लाकर यहाँ जमा कर देने से यह द्वीप अस्तित्व में आया है।
द्वीप लम्बे समय तक बंजर और वीरान था। वहाँ न कोई पौधा था और न कोई पशु-पक्षी। लोग भी उसकी तरफ नहीं देखते थे।