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जल प्रबंधन पर भागीदारी दृष्टिकोण
Posted on 03 Feb, 2009 10:14 AM पेपर के लिए आवाह्न-

जल संसाधनों के प्रबंधन पर भागीदारी दृष्टिकोण पर परिसंवाद (Seminar-‘Participatory Approach in water resource management’)
मार्च-19-20, 2009, नई दिल्ली, काउंसिल फॉर सोशल डेवलपमेंट(फिरदौस फातिमा रिज़वी, काउंसिल फॉर सोशल डेवलपमेंट, नई दिल्ली की ओर से)
नदी के अस्तित्व की चिंता जरूरी
Posted on 28 Jan, 2009 06:50 PM

सुनीता नारायण


नई दिल्ली जनवरी 28, 2009 : भागीरथी बचाओ संकल्प के तत्वावधान में आज यहाँ गाँधी दर्शन के प्रांगण में एक आम सभा का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित देश के तत्कालीन रजवाडों के वंशजों ने यह प्रण किया कि वे एकजुट होकर सरकार को बाध्य करेंगे कि गंगा की अस्मिता और उसके राष्ट्रीय नदी के स्वरूप को बनाकर रखेगें।

आमंत्रण
Posted on 28 Jan, 2009 09:49 AM गंगा सम्मेलन (प्रात: 10 बजे, 28-30 जनवरी 2009) गांधी दर्शन सभागार नई दिल्ली

राष्ट्रीय नदी घोषित होने के बाद गंगा के प्रति सम्मान व अनुशासन सुनिश्चित करने को लेकर समाज और सरकार की जिम्मेदारी बढ़ गई है। अब जरूरी हो गया है कि सब बैठकर तय करें कि गंगा को उसका नैसर्गिक स्वरूप कैसे वापस लौटाया जा सकता है। इसी के मददेनजर तरुण भारत संघ...
गंगा सामान्य नहीं-होगा सर्वनाश
Posted on 27 Jan, 2009 09:45 AM

डा. जी डी अग्रवाल के आमरण अनशन का 12 वां दिन
डॉ अग्रवाल और गोपाल मणि जीउच्चस्तरीय समिति के एक और सदस्य ने दिया इस्तिफा

भूरी धुंध : जिम्मेदार कौन
Posted on 25 Jan, 2009 08:38 AM जगदीप सक्सेना
कोसी तटबंध के लिए
Posted on 24 Jan, 2009 06:34 AM

केंद्र ने तिजोरी खोली

ब्यूरो/ नई दिल्ली/

कोसी क्षेत्र में फिर से प्रलयंकारी बाढ़ नहीं आए इसके लिए केन्द्र सरकार ने तिजोरी खोल दी है। इसके लिए 482.81 करोड़ की दो परियोजनाओं को जल संसाधन मंत्रालय ने स्वीकृति प्रदान की है। इस परियोजना में कुसहा के टूटे तटबंध की मरम्मत तो शामिल ही है, कोसी तटबंध और सपंर्क सड़कों की मरम्मत भी की जाएगी।
मारने नहीं, मरने पर उतारू.
Posted on 22 Jan, 2009 06:29 PM


संजय तिवारी
दिल्ली के पंचकुईयां रोड पर हिन्दू महासभा का भवन कोई ७५ साल पुराना है. लगभग इतने ही साल का एक आदमी आजकल यहां आकर रूका हुआ है. वह हिन्दुओं की पवित्र नदी गंगा को मरते हुए नहीं देख सकता इसलिए फैसला करके दिल्ली आया है कि उसका पार्थिव शरीर ही अब इस भवन से बाहर जाएगा.

यमुना से खिलवाड़
Posted on 17 Jan, 2009 01:11 PM आख़िर अदालत ने यमुना किनारे राष्ट्रमंडल खेलों के लिए विभिन्न तरह के निर्माणों की इजाज़त दे ही दी। लेकिन, सवाल तो फिर भी है कि राष्ट्रमंडल खेल या एक नदी की ज़िन्दगी से खिलवाड़!
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