दिल्ली

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आड़े नहीं आएगी सिंचाई की समस्या
Posted on 13 Sep, 2014 12:16 PM कृषि अनुसंधान केंद्र, दुर्गापुरा के वैज्ञानिकों ने किसानों को नायाब
गंगा को प्रतीक नहीं, परिणाम का इंतजार
Posted on 13 Sep, 2014 10:28 AM

मैं आया नहीं हूं; मुझे गंगा मां ने बुलाया है, नमामि गंगे व नीली क्रांति जैसे शब्द तथा स्व. श्री दीनदयाल उपाध्याय की जन्म तिथि पर जल संरक्षण की नई योजना का शुभारंभ की घोषणा से लेकर पूर्व में गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने तक; निःसंदेह प्रतीक महत्वपूर्ण हैं। किंतु जो प्रतीक स्वयं को ही प्रेरित न कर सकें, उनका क्या महत्व? झाड़ू उठाकर सफाई करते हुए किसी एक दिन फोटो खिंचवाने वाले स्वयंसेवी साथियों, जिलाधीशों व नेताओं से मैं कई बार यह कहने को मजबूर हुआ हूं। मजबूर मैं आज फिर हूं।

मुझे याद है कि जगद्गुरू शंकराचार्य श्री स्वरूपानंद सरस्वती की अगुवाई में गए दल के कहने पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह ने गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित किया था। हालांकि, तत्कालीन पर्यावरण मंत्री श्री जयराम रमेश की पहल पर उन्होंने गंगोत्री से उत्तरकाशी जिले के 135 किलोमीटर लंबे भगीरथी क्षेत्र को संवेदनशील घोषित किया;

<i>गंगा</i>
बहस: घरों में यदि हो शौचालय तो क्या रुकेगी महिला हिंसा?
Posted on 12 Sep, 2014 11:31 AM घरों में शौचालय न होने की वजह से महिलाओं और बच्चों को कई तरह की समस्याएं उठानी पड़ती है। इसका सबसे बड़ा असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। पढ़िए मासिक पत्रिका राजस्थान डायरी की रिपोर्ट।
Mobile Toilet
क्या संकेत दे रहा हिमालय
Posted on 10 Sep, 2014 05:34 PM हिमालय में ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से वैज्ञानिक लंबे समय से आगाह करते रहे हैं। पिछले वर्ष से इस क्षेत्र में हो रही घटनाएं क्या उन संकेतों की पुष्टि कर रही हैं?
गंगा : आस्था और तिजारत के बीच
Posted on 09 Sep, 2014 04:35 PM हवा, पानी, रोशनी, वर्षा इनका कोई जाति धर्म नहीं होता। कुदरत की ये नियामतें संपूर्ण जीव-जगत का आदार हैं, पर इस सियासत और तिजारत की भाषा का क्या करें जो अपने राजनीतिक मुनाफे के लिए भेद करने में किसी तरह का संकोच नहीं करती। कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने मोदी सरकार के गंगा शुद्धिकरण से जुड़े प्रयासों पर संप्रदाय विशेष अभियान बनाए जाने की कोशिश पर सवाल खड़ा किया है वहीं ‘नमामि
ऐतिहासिक धरोहरों में जल संचयन का इंतजाम
Posted on 09 Sep, 2014 10:55 AM ऐतिहासिक इमारतों में जल संरक्षणदिल्ली के भूजल में आ रही गिरावट सभी के लिए चिंता का विषय है। इस चिंता से पार पाने की लड़ाई में अब ऐतिहासिक धरोहरों को भी लगाय
लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2013-14
Posted on 09 Sep, 2014 09:30 AM भारत सरकार कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग

.भारत सरकार ने लोक सेवकों द्वारा किए गए असाधारण और नवप्रवर्तनकारी कार्य-निष्पादन को अभिस्वीकृति एवं मान्यता देने के लिए लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार शुरू किया है। केंद्र एवं राज्य सरकारों के सभी अधिकारी व्यक्तिगत या समूह अथवा संगठन के तौर पर इस पुरस्कार के विचारार्थ योग्य है।

वर्ष 2013-14 के लिए केंद्रीय सरकारी मंत्रालयों/विभागों/राज्य सरकारों/गैर-सरकारी संगठनों एवं अन्य भागीदरों से नामांकन आमंत्रित किए जाते हैं। नामांकन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर, 2014 है।

अपनी मुक्ति की राह देखती गंगा
Posted on 08 Sep, 2014 03:17 PM

नव उदार आर्थिक नीतियों और तंत्र के सहारे गंगा की सफाई की चाहे जितनी भी योजनाएं चलाई जाएंगी, उसक

ये विकास या विनाश
Posted on 08 Sep, 2014 01:07 PM

ये विकास है या विनाश है,
सोच रही इक नारी।
संगमरमरी फर्श की खातिर,
खुद गई खानें भारी।
उजड़ गई हरियाली सारी,
पड़ गई चूनड़ काली।
खुशहाली पे भारी पड़ गई
होती धरती खाली।
ये विकास है या....

विस्फोटों से घायल जीवन,
ठूंठ हो गये कितने तन-मन।
तिल-तिल मरते देखा बचपन,
हुए अपाहिज इनके सपने।
मालिक से मजदूर बन गये,

river mining
समय बेढंगा, अब तो चेतो
Posted on 08 Sep, 2014 01:01 PM

हाय! समय ये कैसा आया,
मोल बिका कुदरत का पानी।
विज्ञान चन्द्रमा पर जा पहुंचा,
धरा पे प्यासे पशु-नर-नारी।
समय बेढंगा, अब तो चेतो,
मार रहा क्यों पैर कुल्हाड़ी?

गर रुक न सकी, बारिश की बूंदें,
रुक जाएगी जीवन नाड़ी।
रीत गए जो कुंए-पोखर,
सिकुड़ गईं गर नदियां सारी।
नहीं गर्भिणी होगी धरती,
बांझ मरेगी महल-अटारी।

dry well
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