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रूँध बाँध के फाग दिखाये
Posted on 22 Mar, 2010 12:21 PM
रूँध बाँध के फाग दिखाये।
सो किसान मोरे मन भाये।।


भावार्थ- ईख कहती है कि किसान होली तक मुझे अच्छी तरह रूँध देता है वह मुझे बहुत पसंद है।

रड़है गेहूँ कुसहै धान
Posted on 22 Mar, 2010 12:19 PM
रड़है गेहूँ कुसहै धान। गड़रा की जड़ जड़हन जान।।
फुली घास रो देयँ किसान। वहिमें होय आन का तान।।


शब्दार्थ- रड़हैं- राँढ़ी नामक घास।
यकसर खेती यकसर मार
Posted on 22 Mar, 2010 11:50 AM
यकसर खेती यकसर मार।
घाघ कहैं ये सदहूँ हार।।


भावार्थ- जो किसान अकेले खेती करता है और अकेले ही मारपीट करता है, घाघ कहते हैं वह सदैव हारता है।

बेस्या बिटिया नील है
Posted on 22 Mar, 2010 11:48 AM
बेस्या बिटिया नील है, बन साँवा पुत जान।
वो आई सब घर भरै, दरब लुटावन आन।।


शब्दार्थ- दरब-द्रव्य, धन।
बहुत करे सो और को
Posted on 22 Mar, 2010 11:45 AM
बहुत करे सो और को ।
थोड़ी करे सो आप को ।।


भावार्थ- खेती ज्यादा करने से दूसरों को लाभ पहुँचता है और थोड़ी करने से अपना काम चलता है।

पाही जोतै तब घर जाय
Posted on 22 Mar, 2010 11:43 AM
पाही जोतै तब घर जाय।
तेहि गिरहस्त भवानी खायँ।।


शब्दार्थ- पाही-किसान का वह खेत जो निवास स्थान से कुछ अधिक दूर हो।

भावार्थ- जो किसान दूसरे गाँव में खेती करता है और उसे जोत-बोकर घर चला जाता है, उसे भवानी खा जाये तो अच्छा है अर्थात् पाही काश्तकार को पाही पर रहना आवश्यक होता है।

धान गिरै सुभागे का
Posted on 22 Mar, 2010 11:39 AM
धान गिरै सुभागे का ।
गेहूँ गिरै अभागे का।।


भावार्थ- जिस किसान का धान गिरता है वह भाग्यशाली होता है लेकिन यदि गेहूँ गिरता है तो वह अभागा होता है।

दुइ हर खेती यक हर बारी
Posted on 22 Mar, 2010 09:52 AM
दुइ हर खेती यक हर बारी।
एक बैल से भली कुदारी।।


शब्दार्थ- हर-हल।

भावार्थ- यदि किसान के पास दो हल हैं तो खेती और एक हल है तो साग तरकारी की बाड़ी अच्छी होती है और जिस किसान के पास एक ही बैल हो तो उससे अच्छा है वह कुदाल ही रखे।

तिल कोरें। उर्द बिलोरें
Posted on 22 Mar, 2010 09:47 AM
तिल कोरें। उर्द बिलोरें।।

भावार्थ- तिल कोरने (गोड़ने से और उर्द बिलोरने (इधर उधर करने) से पैदावार अच्छी होती है।

जौ तेरे कुनबा घना
Posted on 22 Mar, 2010 09:45 AM
जौ तेरे कुनबा घना।
तो क्यों न बोये चना।।


शब्दार्थ- कुनबा- संयुक्त परिवार।

भावार्थ- हे किसान! यदि तेरे परिवार में अधिक प्राणी हैं तो तुमने चना क्यों नहीं बोया?

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