Posted on 04 Oct, 2010 08:24 AMइधर प्राकृतिक आपदाओं की संख्या और तीव्रता में बढ़ोतरी हुई है। मौसमी परिवर्तन का एक और बड़ा संकेतक, जिस पर हम पर्याप्त ध्यान नहीं दे रहे हैं, बहुत तेजी से उभार पर है। वह है रेगिस्तानी इलाकों का विस्तार। दुनिया के लगभग सारे रेगिस्तानी क्षेत्र में विस्तार हो रहा है, लेकिन थार रेगिस्तान का विस्तार कुछ अधिक तेज गति से हो रहा है। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो की हालिया रिसर्च बताती है कि था
Posted on 01 Oct, 2010 10:04 AMजलवायु परिवर्तन के कारण सन् 2100 तक वर्षा वन तथा उसमें रहने वाले जानवरों का 80 फीसदी हिस्सा नष्ट हो जाएगा। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है। वर्तमान में पृथ्वी पर मौजूद वृक्षों और जानवरों का आधा से भी अधिक हिस्सा वर्षा वन में रहता है। अध्ययन में बताया गया कि अकेले अमेजन बेसिन की जैव विविधता में बदलाव को देखा जा सकता है।
Posted on 01 Oct, 2010 09:58 AM[img_assist|nid=24813|title=|desc=|link=none|align=left|width=280|height=250]इलिनोइस विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिकों ने पिछले 10 सालों के उपग्रह डाटा प्रदूषण का अध्ययन किया और उनके सामने कुछ चौकाने वाले तथ्य आए जिसमें देखा गया कि भारतीय उपमहाद्वीप के मौसम पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। एयरोसोल प्रदूषण वातावरण में छोट-छोटे कणों को फैला रहा है, जिससे मानव स्वास्थ्य को हानि पहुंच सकती है। व्यक्ति को
Posted on 01 Oct, 2010 09:32 AMदुनिया में तेजी से बढ़ रहे कंक्रीट के जंगलों यानी भवन व इमारतों के निर्माण से प्रकृति को खतरा जाना पहचाना है। ये सीमेंट से बने जंगल धीरे धीरे हरियाली को खाते जा रहे हैं। लेकिन अब हरियाली के प्रति समर्पित वैज्ञानिकों ने हरी कंक्रीट ईजाद करने की ठान ली है। जिससे प्रकृति का दोहन भी रुकेगा और मानव की जरूरत भी पूरी होती रहेंगी।
Posted on 28 Sep, 2010 11:27 AM पर्यावरण में प्रदूषण का कहर केवल हवा और धरती पर ही नहीं बल्कि पानी पर भी पड़ रहा है। प्रदूषण के चलते अब स्वच्छ जल की स्त्रोत नदियां भी गंदी और मैली होती जा रही है जिससे स्वच्छ जल में रहने वाले कछुओं की प्रजाति पर खतरा पैदा हो गया है। स्वच्छ जल में रहने वाले कछुओं के लिए आए दिन नई-नई समस्याएं आ रही हैं, जिसमें उन्हें अपने अस्तित्व की रक्षा कर पाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। य
Posted on 28 Sep, 2010 09:26 AMराजनयिकों के बयानों में दूरगामी महत्व की कोई चीज खोजना अक्सर मृग मरीचिका साबित होता है, लेकिन अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी संयोगवश इस बार कुछ ऐसा कह गए हैं, जिसे कूटनीतिक मंचों पर कहने से लोग-बाग कतराते रहे हैं। हक्कानी ने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए कहा है कि सियाचिन में सैनिकों की मौजूदगी उनके देश में आई विनाशकारी बाढ़ की सबसे बड़ी वजह है। वे वहां बाढ़ राहत राशि बढ़
Posted on 23 Sep, 2010 11:50 AM देश के बहुरंगी सांस्कृतिक परिवेश को एकता का सूत्र जल ही प्रदान करता है। जल की इस शक्ति का अनुभव लोक ने कर लिया था, इसलिए उसका प्रत्येक धार्मिक अनुष्ठान जल के पूजन से प्रारंभ होता है।
Posted on 22 Sep, 2010 09:14 AMलगभग 70 करोड़ साल पहले ओर्कयन युग में विश्व के सबसे पुराने अरावली पर्वत का निर्माण हुआ था। अब इस विशाल पर्वत का सिर्फ कठोर पांतरित भाग ही अवशेष के प में बचा हुआ है। डेकन पठार के विस्तार के प में यह दिल्ली तक फैला है और उत्तर भारत के मैदान में जल विभाजक के प.
Posted on 22 Sep, 2010 08:55 AMजनजातियां हमेशा से जंगलों में रहती हैं। वे लोग जंगलों की पूजा भी करते हैं। यह सच्चाई है कि वे जलावन के लिए कुछ लकड़ियां, कुछ इमारती लकड़ियां और अपने जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था इन जंगलों से करते हैं, लेकिन वे जंगलों को कभी बरबाद नहीं करते। यह तो कुछ लकड़ी व्यापारियों की देन है कि वे अपनी जेब भरने के लिए वन विभाग के अधिकारियों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष मिलीभगत से इन्हें माध्यम बना कर लकड़ियां