Posted on 17 Jun, 2011 09:09 AMपृथ्वी के तीन हिस्से से अधिक में पानी की बसाहट (है) कितने-कितने तो ढंग की- कितने-कितने तो रंग की
पृथ्वी के भीतर-बाहर पानी की कितनी चहल-पहल जिसमें हलचल नहीं वह पानी कहाँ हुआ पानी की पद्धति से ही हल हो रहा जीवन का गणित प्यार की कितनी भाषाएँ हैं पानी के पास बारिश एक भाषा ही तो है कई तरह के एहसास की