Posted on 24 Jul, 2011 01:42 AMमिश्रित ज्वालामुखी, एक लंबा, शंक्वाकार ज्वालामुखी होता है, जिसका निर्माण जम कर ठोस हुए लावा, टेफ्रा, कुस्रन और ज्वालामुखीय राख की कई परतों (स्तर) द्वारा होता है। मिश्रित ज्वालामुखी को ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि, इनकी रचना ज्वालामुखीय उद्गार के समय निकले मिश्रित पदार्थों के विभिन्न स्तरों पर घनीभूत होने के फलस्वरूप होती है।
Posted on 23 Jul, 2011 04:28 PMइंसान ने प्रकृति पर विजय पाने के सारे हथियार आजमा लिए हैं। मगर आज भी वह इसमें पूरी तरह से असफल रहा है। प्रकृति आज भी किसी न किसी रूप में इस सृष्टि में अपनी प्रचण्ड ताकत का अहसास कराती रहती है। चाहे वह किसी भयंकर तूफान के रूप में हो या भूकंप या फिर ज्वालामुखी के रूप में। इतिहास गवाह है कि इस पृथ्वी पर ज्वालामुखी पर्वतों ने कई सभ्यताओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।
Posted on 23 Jul, 2011 09:13 AMबड़ी झील! तुम्हारी ऊपरी नीली जल सतह और उसके ऊपर नीला आसमान दोनों के बीच उड़ते परिन्दों से ख्यात चित्रकार जगदीश स्वामीनाथन के कैनवास की उड़ती चिड़िया नीले रंग पर बातचीत में मगन है इसी नीलांश में सालिम अली के पंक्षी-प्रेम पर अपनी बोली-बानी में परिन्दे कर रहे हैं विचार-विमर्श
Posted on 23 Jul, 2011 09:00 AMसुरक्षित पेयजल तक पहुंच का संकेत उचित स्वच्छता स्रोतों का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या से मिलता है. इन संशोधित जल स्रोतों में घरेलू कनेक्शन, सार्वजनिक स्टैंडपाइप, बोरहोल की स्थिति, संरक्षित कुएं, सरंक्षित झरने और वर्षा जल संग्रह शामिल हैं.
Posted on 22 Jul, 2011 04:45 PMभूकंपमापी (Seismometer) भूगति के एक घटक को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विधि से अधिक यथार्थतापूर्वक अभिलिखित करने वाला उपकरण है। सुपरिचित प्राकृतिक भूकंपों, भूमिगत परमाणु परीक्षण एवं पेट्रोलियम अन्वेषण आदि में मनुष्यकृत विस्फोटों तथा तेज हवा, समुद्री तरंग, तेज मानसून एवं समुद्री क्षेत्र में तूफान या अवनमन आदि से उत्पन्न सूक्ष्मकंपों (microseism)श् के कारण भूगति उत्पन्न हो सकती है। उचित रीति से अनुस्थाप