Posted on 23 Mar, 2014 10:59 AM भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां हर साल भारी तादाद में फसलें बोई और काटी जाती हैं। जिस तरह से कुछ फसलें केवल गर्मी में व कुछ सर्दी में बोई ज
Posted on 22 Mar, 2014 11:35 AMजलवायु परिवर्तन का कहर पृथ्वी के प्रत्येक क्षेत्र में वर्षा होने वाली है। इस प्रकरण का निराशाजनक पहलू यह है कि मनुष्य ने खुद के निर्मित इस संकट से निपटने का न तो कोई इंतजाम किया है और न ही आगे करने के प्रति उत्सुक है। उल्टे इसके जो थोड़े बहुत प्रयास किए भी गए तो कुछ उपभोक्तावादी देश अपने निजी हित में इन प्रयासों को नष्ट करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। 1992 में रियो डी जनेरियो से शुरू पृथ्वी
Posted on 19 Mar, 2014 12:35 PMगोमती हूं, तीर्थ नैमिष धाम की पहचान हूं। देव-ऋिषियों का सदा से कर रही गुणगान हूं। ज्ञान-गौरव-भक्ति भावों से भरे मेरे किनारे। तीर्थ-मठ-मंदिर-महाऋिषि धाम, गुरूद्वारा हमारे। वृक्ष-वन पावन तपोमय भूमियां सम्पत्ति मेरी। है सभी कुछ किंतु अब तो है अथाह विपत्ति मेरी। एक मां के रूप में, मैंने सदा सबको दुलारा। दी, सदा इस भूमि को शीतल सुधा सी नीरधारा।
Posted on 16 Mar, 2014 10:18 PM प्रख्यात विज्ञान शोध पत्रिका ‘नेचर जिओसाइंस’ में जब 28 सितम्बर 2015 को 'Spectral evidence for hydrated salts in recurring slope lineae on Mars' शीर्षक शोध पत्र प्रकाशित हुआ तो विज्ञान जगत के साथ-साथ मीडिया जगत में भी हलचल मच गई। तरह-तरह के अनुमान लगाए जाने लगे- ‘अब मंगल पर बसेंगी मानव बस्तियाँ’, ‘पानी है तो मंगल पर जीवन भी अवश्य होगा-बस खोजना भर ब