कुमारी अर्चना और अतुल कुमार सिंह

कुमारी अर्चना और अतुल कुमार सिंह
जलवायु का कहर मड़ूवा-कोदो पर
Posted on 22 Mar, 2014 01:03 PM
जलवायु में आ रहे परिवर्तन से मानसून का समय आगे खिसका और रोहिणी नक्षत्र में पानी के दर्शन भी नहीं हो रह
मौसम की मार के बीच पिसती कृषि
Posted on 22 Mar, 2014 12:15 PM

देखने में आया है कि अनियमित वर्षा की वजह से धान की खेती कई इलाकों में बंद हो गई है। गेहूं की फस

Monsoon
जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने को बदलनी होगी जीवन पद्धति
Posted on 22 Mar, 2014 11:35 AM
जलवायु परिवर्तन का कहर पृथ्वी के प्रत्येक क्षेत्र में वर्षा होने वाली है। इस प्रकरण का निराशाजनक पहलू यह है कि मनुष्य ने खुद के निर्मित इस संकट से निपटने का न तो कोई इंतजाम किया है और न ही आगे करने के प्रति उत्सुक है। उल्टे इसके जो थोड़े बहुत प्रयास किए भी गए तो कुछ उपभोक्तावादी देश अपने निजी हित में इन प्रयासों को नष्ट करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। 1992 में रियो डी जनेरियो से शुरू पृथ्वी
यादों-स्वादों में ही रह गया देसरिया धान और उसका चिउरा
Posted on 22 Mar, 2014 11:00 AM
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर शहर से करीब 8 किलोमीटर पूरब की ओर पूसा रोड पर जाएं तो मुशहरी ब्लॉक से आगे एक झील दिखाई देगी। मुशहरी से शुरू होकर यह झील अर्ध चंद्राकार होते हुए बूढ़ी गंडक के बगल में रजवाड़ा पंचायत तक करीब पांच किलोमीटर लंबाई में फैली है। इसी तरह इसकी चौड़ाई मणिका से मुशहरी पंचायत के बीच करीब आधा किलोमीटर है, जो गर्मी में सिकुड़ जाती है। इसे स्थानीय बोल
कैप्शन मुशहरी प्रखंड के नजदीक पानी की कमी से मणिका मन का सूखा हिस्सा
बारिश में अंतर से धान में चावल के बदले खखरा
Posted on 22 Mar, 2014 10:34 AM
चित्र में जो धान का खेत दिख रहा है, इसकी फोटो पिछले साल ली गई है। इसमें धान की फसल बहुत ही कमजोर है। इतना कमजोर की उसमें धान लगने पर ही संदेह है। लगा भी तो बहुत कम उपज होनेवाली है।
दलहन का तो मौसम और तकनीक ने मिलकर किया नुकसान
Posted on 21 Mar, 2014 12:31 PM
मौसम में परिवर्तन और बरसात के समय में फेरबदल का असर न केवल खरीफ और रबी फसलों पर पड़ रहा है बल्कि इसका असर दलहन जैसी फसलों पर भी देखने को मिल रहा है।
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