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जलवायु परिवर्तन का खाद्यान्न सुरक्षा पर प्रभाव
Posted on 16 Mar, 2017 04:37 PM
भारत को खाद्यान्न सुरक्षा एवं आर्थिक विकास के पथ पर बढ़ते हुए जलवायु परिवर्तन पर सचेत रहने की आवश्यकता है। हमें कृषि, वानिकी व उद्यानिकी के क्षेत्रों में व्यापक सुधार के साथ-साथ जीवन के हर स्तर पर न्यूनतम आवश्यक ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना होगा। आर्थिक विकास की रणनीति इस प्रकार बने कि भारत विकास के मार्ग पर आगे भी बढ़ता जाये और कार्बन उत्सर्जन भी काबू में रहे। प्राकृतिक संसाधनों की क
Wheat
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा का क्रियान्वयन: उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ
Posted on 16 Mar, 2017 01:21 PM
पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिये 100 प्रतिशत राशनकार्डों का डिजीटलीकरण कर दिया गया है तथा 71.13 प्रतिशत राशनकार्डों को आधार कार्ड से जोड़ा जा चुका है। 29 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में खाद्यान्नों का ऑनलाइन आवंटन आरम्भ हो चुका है। 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कम्पयूटरीकृत आपूर्ति शृंखला शुरू की जा चुकी है। सतत प्रयासों के द्वारा लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली में उल
फूड लेबलिंग के नियम-कायदे
Posted on 16 Mar, 2017 12:35 PM

भारत में खाने-पीने की चीजों के विज्ञापन और लेबलिंग से जुड़े नियम-कायदों में कई खामियाँ है

पचास हजार से अधिक क्षेत्रों का पानी पीने योग्य नहीं
Posted on 16 Mar, 2017 12:19 PM
योजना बनाते हुए कभी समाज से नहीं पूछा जाता कि उन्हें क्या चाह
Polluted water
खाद्य सुरक्षा पर प्रधानमंत्री के उद्गार
Posted on 16 Mar, 2017 12:15 PM

विश्व इस समय जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक आपदाओं के बारे में चिंतित है।

स्वच्छ स्वस्थ सर्वत्र अभियान की शुरुआत
Posted on 16 Mar, 2017 11:57 AM

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव श्री सी.के.

स्वच्छ भारत अभियान
समुद्री हाइड्रोकार्बन, बैक्टीरिया और गैस हाइड्रेट्स विश्व ऊर्जा के भावी संकटमोचक
Posted on 16 Mar, 2017 10:57 AM

हाइड्रोकार्बन स्थल के साथ-साथ समुद्र में बहुतायत में पाये जाते हैं। समुद्र में उपस्थित हा

सतत कृषि से होगी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित
Posted on 15 Mar, 2017 04:43 PM
भारत सरकार का पूरा जोर टिकाऊ खेती को प्रोत्साहित करने पर है। परम्परागत खेती के उपायों के साथ अपनी पुरानी प्रजातियों वाली फसलें, परम्परागत नस्ल वाली गायें व अन्य पशुधन को बढ़ावा दिया जा रहा है। सतत खेती के उद्देश्य से उसे जोखिम से बचाने के हर सम्भव उपाय किये जा रहे हैं। खेती की मूलभूत कठिनाइयों को दूर करने के लिये समग्र नीतियाँ बनाई गई हैं, जिसके नतीजे आने में समय थोड़ा जरूर लगेगा, लेकि
कैसे बढ़ेगा खाद्यान्न उत्पादन : कुछ सुझाव
Posted on 15 Mar, 2017 01:45 PM
कृषि को विकसित करने के लिये नवीनतम तकनीकों का प्रयोग करने की सख्त जरूरत है। दलहन व तिलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिये नए किसानों और क्षेत्रों की पहचान करनी होगी। कृषि शोध पर जोर देने की बात भी होनी चाहिए जिससे भारत में उच्च कोटि का कृषि अनुसंधान, कृषि प्रसार व कृषि शिक्षा का ढाँचा स्थापित किया जा सके। बिना किसी देरी के कृषि क्षेत्र के चहुँमुखी विकास के लिये योजनाएँ बनाई जानी चाहिए। कृषि उ
कृषि व्यापार नीति में बदलाव से ही खाद्य सुरक्षा को मिलेगी मजबूती
Posted on 15 Mar, 2017 01:10 PM
बेहतर होगा कि हम कृषि नीति और कृषि व्यापार नीति पर तेजी से काम करें जो घरेलू बाजार और इंटरनेशनल ट्रेड दोनों से जुड़े मुद्दों को हल करने के साथ ही देश में खाद्य उत्पादन को प्रोत्साहित करने वाली हो और किसानों की आय बढ़ाना इसका मूल मकसद होना चाहिए। बेहतर होगा कि हम अपनी व्यापार नीति को खाद्य सुरक्षा और घरेलू किसानों की आमदनी से जोड़कर तय करें।
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