विमलेश चंद्र

विमलेश चंद्र
जल का महत्व
Posted on 11 Mar, 2016 01:25 PM

जीवन का अनमोल सौगात है जल,
सुखमय जीवन का नवप्रभात है जल,
लोक कल्याण का जीवन संगीत है जल,
ऊर्जा स्रोत का सतरंगी उद्गम का मीत है जल।

सभ्य संस्कृति का सम्मान है जल,
जीवन का सच्ची पहचान है जल,
प्यासे लोगों का अमृत रूपी जान है जल,
प्रकृति का अनूठा वरदान है जल।

सृष्टि का परिधान है जल,
जीव-जन्तुओं का जान है जल,
क्या यह उचित है
Posted on 11 Mar, 2016 01:11 PM

1. हम लोग अपना हाथ-मुँह धोते समय अनावश्यक पानी नल से गिरते रहने देते हैं।
2. कपड़े धोने या बर्तन धोने के बाद बचे इस पानी को हम अपने शौचालय की सफाई हेतु प्रयोग कर सकते हैं फिर भी हम साफ और ताजा पानी शौचालय सफाई हेतु उपयोग करते हैं।
3. नहाने में हम कई बाल्टी पानी खर्च कर देते हैं जबकी एक-दो बाल्टी पानी से हम अच्छी तरह स्नान कर सकते हैं।
जल की रोचक दुनिया
Posted on 25 Feb, 2014 03:13 PM

1. वयस्क व्यक्ति के शरीर में 70% पानी होता है।
2. जन्म के समय बच्चे के पूरे वजन का 80% भाग पानी होता है।
3. एक वयस्क व्यक्ति प्रतिदिन औसतन 100 गैलन पानी उपयोग में लाता है।
4. शुद्ध जल का पी.एच. मान 7 होता है जो न तो एसिड है और न ही क्षार।
5. पृथ्वी पर 75% भाग पानी है
6. भू-सतह की अपेक्षा भूमिगत जल काफी साफ होता है।
7. पानी में ज्यादातर पदार्थ घुल जाते हैं।
जल ही जीवन है
Posted on 25 Feb, 2014 03:11 PM

जल ही जीवन है।
जल ही सावन है।
जल ही पावन है।
जल ही उपवन है।

जल के बिना जीवन असंभव है।
जल के बिना विकास असंभव है।
जल के बिना विकास प्रकृति अधूरी है।
जल के बिना दुनिया दुखियारी है।

जल है तो हम सब हैं
जल है तो जीव-जंतु हैं।
जल है तो सृष्टि है।
जल है तो जीवन है।

जल की बचत करें।
जल का सदुपयोग करें।
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