संगीता शाही
संगीता शाही
जीवन यात्राः एक नदी की
Posted on 21 Dec, 2010 10:41 AMमैं गोदावरी हूं!
हां, मैं ही गोदावरी हूं!
दक्षिण की गंगा!
डेढ़ हजार किलोमीटर तक की मेरी जीवन यात्रा। काफी लंबी यात्रा है। अपनी यात्रा का आकलन करते यह सोचना भी कितना विस्मयकारी लगता है कि ब्रह्मगिरी का यह गोमुख मात्र एक किलोमीटर लंबा और इससे भी कम चौड़ा जलकुण्ड और यहीं से मेरे जैसी विशाल नदी का उद्गम। मनुष्य के लिए इस पर विश्वास कर पाना भी मुश्किल है। मुझे भी कहां विश्वास था, मुझे सदियों पहले कहां पता था कि कहां-कहां से गुजरना होगा। पृथ्वी पर आ गई लेकिन मंजिल का पता तो उन राहों पर चलकर ही लगा।