सचिन शर्मा
खतरनाक होगा ‘ग्लोबल वार्मिंग’ का असर
Posted on 19 Dec, 2014 04:28 PM‘ग्लोबल वार्मिंग’ दुनिया के लिए कितनी बड़ी समस्या है, यह बात एक आम आदमी समझ नहीं पाता है। उसे यह शब्द थोड़ा टेक्निकल लगता है इसलिए वह इसकी तह तक नहीं जाता। लिहाजा एक वैज्ञानिक परिभाषा मानकर छोड़ दिया जाता है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि यह एक दूर की कौड़ी है और फिलहाल संसार को इससे कोई खतरा नहीं है। कई लोग इस शब्द को पिछले दशक से ज्यादा सुन रहे हैं इसलिए उन्हें ये बासी लगने लगा है।चंबल घड़ियाल अभ्यारण्य का दावा खटाई में
Posted on 28 Jul, 2011 11:45 AMतीन प्रदेशों में फैले 'राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभ्यारण्य' का यूनेस्को की प्राकृतिक विश्व धरोहर में शामिल होने का दावा खटाई में पड़ गया है। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा तैयार किए प्रस्ताव को केन्द्र ने साढ़े तीन साल बाद भी कोई जवाब नहीं दिया। अपने आप में अनोखा ये जल अभ्यारण्य अब बिना अंतर्राष्ट्रीय पहचान के यूँ ही रह जाएगा। देश का एकमात्र नदी अभ्यारण्य 'चंबल घड़ियाल' अपनी जैव वि
परमाणु ऊर्जा से पीछा छुड़ा रहा है अमेरिका
Posted on 04 Nov, 2010 09:41 AMभारत को देने पर तुला 40 परमाणु संयंत्र
हमारी मर्जी से नहीं बरसेगा पानी
Posted on 02 Nov, 2010 09:23 AMबुरे वक्त के लिए सहेजकर रखना सीखना होगा
21वीं सदी की सबसे बड़ी समस्या पानी है। यह बात इस वर्ष हमें अधिक अच्छे से इसलिए समझ आ रही है क्योंकि अभी तक देश भर में 65 फीसदी बारिश कम हुई है। सिर्फ इस वजह से ही पहले से सिर चढ़ी हुई मंदी अधिक गहरा गई है। उस पर से तुर्रा यह कि मंदी के साथ-साथ महँगाई भी बढ़ रही है और आम आदमी की कमर तोड़े दे रही है। मंदी, महँगाई और बारिश के बीच संबंध को समझने के लिए हमें उसी गणित को समझना होगा जो बाघ और बैंगन के बीच संबंध को समझाता है।