रवींद्र स्वप्निल प्रजापति
रवींद्र स्वप्निल प्रजापति
मुझे कैसे पता चला कि सूखा है
Posted on 06 Mar, 2014 03:56 PMसूखा है... सूखा है यह मुझे कैसे पता चलामैने पेपर में पढ़ा कि केंद्र कोई आर्थिक सहायता नहीं दे रहा है
क्या अब पीने के लिए पानी नहीं मिलेगा
पानी के उपयोग का प्रतिबंध होगा और हम पूल में मस्ती नहीं कर सकेंगे
पर मैं चाय के लिए छोटी-सी होटल में बैठा तो टेबल पर पानी पहले था
शाम को तिराहों पर सभी शॉवर चल रहे थे