राजस्थान सरकार
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पंचायत समिति पिण्डवाड़ा की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:40 PMपंचायत समिति, पिण्डवाड़ा (जिला सिरोही) संवेदनशील श्रेणी में वर्गीकृत
सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति आबू रोड की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:37 PMपंचायत समिति, आबू रोड (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति सांकड़ा की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:49 AMपंचायत समिति, सांकड़ा (जिला जैसलमेर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जैसलमेर जिले में 18855 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 14559 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
पंचायत समिति जैसलमेर की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:46 AMपंचायत समिति, जैसलमेर (जिला जैसलमेर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जैसलमेर जिले में 18855 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 14559 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
पंचायत समिति सम की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:42 AMपंचायत समिति, सम (जिला जैसलमेर) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जैसलमेर जिले में 18855 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 14559 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
पंचायत समिति शाहपुरा (जिला जयपुर) की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:36 AMपंचायत समिति, शाहपुरा (जिला जयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2004 में भूजल की मात्रा जयपुर जिले में 8890 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 5586 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति सांगानेर की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:29 AMपंचायत समिति, सांगानेर (जिला जयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2004 में भूजल की मात्रा जयपुर जिले में 8890 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 5582 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति सांभर की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 10:02 AMपंचायत समिति, सांभर (जिला जयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
सांभर पंचायत समिति में वर्ष 1984 में भूमि में उपलब्ध पानी का प्रतिवर्ष 52 प्रतिशत ही उपयोग करते थे लेकिन अब 303 प्रतिशत दोहन कर रहे हैं अर्थात कुल वार्षिक पुनर्भरण की तुलना में 108 मिलियन घनमीटर भूजल अधिक निकाला जा रहा है।
1984 में औसत 10 मीटर गहराई पर पानी उपलब्ध था जो अब 75 मीटर तक हो गया है।
पंचायत समिति फागी की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 09:49 AMपंचायत समिति, फागी (जिला जयपुर) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2004 में भूजल की मात्रा जयपुर जिले में 8890 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 5582 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति कोटपूतली की भूजल स्थिति
Posted on 03 Nov, 2015 04:08 PMपंचायत समिति, कोटपूतली (जिला जयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2004 में भूजल की मात्रा जयपुर जिले में 8890 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 5586 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।