प्रेमविजय पाटिल

प्रेमविजय पाटिल
50 साल से सैकड़ों एकड़ क्षेत्र में पाट पद्धति से हो रही है सिंचाई
Posted on 06 Mar, 2017 12:21 PM

धार। डही से 7 किमी दूर ग्राम करजवानी में 50 साल से पाट पद्धति द्वारा सौ एकड़ से अधिक क्षेत्र में बिना विद्युत पम्प से सिंचाई आज भी हो रही है। ग्राम कातरखेड़ा, छाछकुआँ, दसाणा, पन्हाल में भी कई गरीब किसान पाट पद्धति से वर्षों से बिना बिजली के सिंचाई कार्य करते आ रहे हैं। इसमें बिजली आने-जाने या बिजली नहीं होने का कोई झंझट नहीं है।
पाट पद्धति सिंचाई के लिये बनाई गई नाली
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ करने को सक्षम हम आखिरी पीढ़ी हैं
हम जलवायु परिवर्तन के दंश को महसूस करने वाली पहली पीढ़ी हैं, और हम निश्चित रूप से आखिरी पीढ़ी हैं जो अब इसके बारे में कुछ कर सकते हैं। हमें ग्रह की रक्षा करने और उसे अगली पीढ़ी को सौंपने कोमिशन के रूप में लेना चाहिए।
Posted on 10 Aug, 2023 01:02 PM

जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ करने को सक्षम हम आखिरी पीढ़ी हैं,फोटो क्रेडिट-Wikipedia
कोयला-आधारित स्‍टील निर्माण क्षमता बढ़ी, इसकी कीमत पर्यावरण को चुकाना होंगी 
इतिहास में ऐसा पहली बार है जब भारत कोयला आधारित स्‍टील उत्‍पादन क्षमता के विस्‍तार के मामले में चीन को पछाड़कर शीर्ष पर पहुंच गया है। भारत में कोयला आधारित ‘ब्‍लास्‍ट फर्नेस-बेसिक ऑक्‍सीजन फर्नेस’ क्षमता का 40 प्रतिशत हिस्‍सा विकास के दौर से गुजर रहा है, जबकि चीन में यही 39 फीसद है।हालांकि हाल के वर्षों में कोयला आधारित इस्पात निर्माण का कुछ भाग उत्पादन के स्वच्छ स्‍वरूपों को दे दिया गया है मगर यह बदलाव बहुत धीमी गति से हो रहा है।
Posted on 20 Jul, 2023 02:44 PM

ग्‍लोबल एनर्जी मॉनिटर (Global Energy Monitor) की ताजा रिपोर्ट यह कहती है कि दुनिया में स्‍टील उत्‍पादन के लिए ‘ब्‍लास्‍ट फर्नेस- बेसिक ऑक्‍सीजन फर्नेस’ पद्धति का इस्‍तेमाल करने वाली कोयला आधारित उत्‍पादन क्षमता वर्ष 2021 के 350 एमटीपीए के मुकाबले 2022 में बढ़कर 380 एमटीपीए हो गयी है। यह ऐसे वक्‍त हुआ है जब लंबी अवधि के डीकार्बनाइजेशन लक्ष्‍यों को हासिल करने के लिए दुनिया की कुल उत्‍पादन क्षमता

कोयला-आधारित स्‍टील निर्माण क्षमता बढ़ी,क्रेडिट फोटो:- Wikepdia
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