प्रभात

प्रभात
पानी की बस्ती
Posted on 28 Jul, 2014 12:43 PM
सूखे तालाब में खड़ी थी ग्रीष्म की वनस्पति आक कटैड़ी
फैला था कूड़ा कर्कट
अब सब तैर रहा है पानी पर बरसात के बाद

मेढ़क, सांप, केंकड़े और मछलियां
एक घर की प्रतीक्षा में
रह रहे थे धरती पर इधर-उधर ओनों-कोनों में
जलमुर्गिंयां और बतखें जीवन काट रही थीं
जाने किन राहत शिविर में

अब सबको अपने घर मिल गये हैं
×