जाबिर हुसेन

जाबिर हुसेन
बिहार सरकार, जल संसाधन विभाग
Posted on 22 Mar, 2015 03:39 PM
थीम पेपर, 02 अप्रैल 2003
नदियों को जोड़कर अतिरेक जल वाली नदी घाटी से जल की कमी वाली नदी घाटी में जल के अन्तरण की योजना तथा बिहार पर इसके प्रभाव
प्रस्तावना
कैसे मुमकिन है
Posted on 17 Feb, 2015 01:08 PM
कैसे मुमकिन है कि
मेघ इकबारगी छट जाएं
या इकदम से
टूट कर बरस जाएं
मूसलाधार बारिश का पानी
सैलाब में
तब्दील हो जाये

और थोड़े-से
पुख्ता मकानों को छोड़कर
गाँव के बेशतर
कमजोर नीव के ढाँचे
जमींदोज हो जाएं
फसलें मुर्झा जाएं

और
रेतीली जमीन पर
पसरी आबादियां
मौत की नींद सो जाएं
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