डॉ. शरद कुमार जैन
डॉ. शरद कुमार जैन
जल प्रबंधन में कल्पित जल के सिद्धांत की भूमिका व महत्व
Posted on 15 May, 2012 03:49 PMकल्पित जल (Virtual Water) किसी उत्पाद या विशिष्ट सेवा के लिए आवश्यक जल की मात्रा है। खाद्यान्न, सब्जी, मांस, डेयरी उत्पादों, इस्पात, पैट्रोल, कागज इत्यादि के उत्पादन हेतु जल की आवश्यकता होती है। यह जल कल्पित है, क्योंकि प्रत्यक्षतः यह उत्पादों में विधमान नहीं रहता है। उदाहरणार्थ भारतवर्ष में एक किग्रा गेहूं के उत्पादन के लिए 1654 लीटर एवं एक किग्रा मक्का के उत्पादन हेतु 1937 लीटर जल की आवश्यकता होभारतवर्ष की प्रमुख नदियों के पौराणिक नाम - एक अध्ययन
Posted on 15 May, 2012 12:52 PMजल मानव जीवन के लिए अमूल्य है तथा जल के बिना जीवन की परिकल्पना भी सम्भव नहीं है। जल का प्रमुख स्रोत होने के कारण नदियों के तट पर विभिन्न संस्कृतियां एवं जन-जीवन विकसित हुए हैं। विश्व की अधिकांश नदियों को उनकी स्थिति, व्यवहार, जल के रंग-रुप एवं पौराणिक किवदंतियों के आधार पर अपने मूल नामों के साथ अन्य पौराणिक एवं वैकल्पिक नामों से भी जाना जाता है। प्रस्तुत प्रपत्र में विश्व की प्रमुख नदियों के साथ-सजल संसाधन के इष्टतम उपयोग में प्रबंधन की भूमिका- एक विषय विशेष अध्ययन
Posted on 24 Jan, 2012 04:57 PMजलाशयों की संरक्षण मांगों को उत्तम प्रकार से तभी संतुष्ट किया जा सकता है जब जलाशय मानसून के मौ