डॉ. दिनेश मिश्र
डॉ. दिनेश मिश्र
कोसी की छाड़न धाराएं
Posted on 10 Apr, 2012 05:56 PMकोसी की छाड़न धाराओं के बारे में चर्चा दूसरी जगहों पर मिलती है अतः हम यहाँ उसके विस्तार में नहीं जाना चाहेगें और केवल इन धाराओं के बहाव के रास्तों के बारे में थोड़ी सी जानकारी लेंगे (चित्र 1.3)।परमान या पनार धार-
कोसी की बदलती धाराएं
Posted on 07 Apr, 2012 12:01 PMकोसी क्षेत्र का अंग्रेजों द्वारा पहला नक्शा मेजर जेम्स रेनेल नाम के एक सर्वेयर ने सन् 1779 में
कोसी नदी
Posted on 07 Apr, 2012 10:30 AMकोसी नदी हिमालय पर्वतमाला में प्रायः 7000 मीटर की ऊँचाई से अपनी यात्रा शुरू करती है जिसका ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र नेपाल तथा तिब्बत में पड़ता है। दुनिया का सबसे ऊँचा शिखर माउन्ट एवरेस्ट तथा कंचनजंघा जैसी पर्वतमालाएं कोसी के जलग्रहण क्षेत्र में आती हैं। नेपाल में इसे सप्तकोसी के नाम से जानते हैं जो कि सात नदियों इन्द्रावती, सुनकोसी या भोट कोसी, तांबा कोसी, लिक्षुजहाँ मृत्यु ने साधना की
Posted on 07 Apr, 2012 09:43 AMमहाभारत में एक अन्य कहानी आई है। सृष्टि में पहले मृत्यु नहीं थी, सभी प्राणी सिर्फ जिन्दा रहते थे। कुछ समय तक तो सब ठीक चला मगर बाद में ब्रह्मा को लगा कि जब कोई मरेगा ही नहीं तब तो भारी अव्यवस्था फैल जायेगी। तब पृथ्वी के भार को हल्का करने के लिए ब्रह्मा के तेज से मत्यु की उत्पत्ति होती है जिसे ब्रह्मा सारे प्राणियों के संहार के लिए नियुक्त करते हैं। लाल और पीले रंग की यह नारी जो कि तपाये हुये सोनेशक्ति रूपा कौशिकी
Posted on 06 Apr, 2012 02:02 PMकौशिकी की उत्पत्ति की एक दूसरी कथा मार्कण्डेय पुराण में मिलती है। शुम्भ और निशुम्भ नाम के दो असुर भाई थे जिन्होंने घोर तपस्या करके देवताओं का राज्य हथिया लिया और उनको प्रताड़ित करना शुरू किया और उनका सब कुछ छीनकर उन्हें राज्य से निकाल दिया। यह सब देवता राज्य विहीन होकर हिमालय जाते हैं और माँ भगवती की स्तुति करते हैं। उनकी आराधना से प्रसन्न होकर पार्वती देवताओं से उनके आने का कारण पूछती हैं। उसी समदरवाजों पर काले पानी की दस्तक
Posted on 10 Feb, 2012 09:26 AMजल-निकासी वाली योजना की अपनी समस्याएं हैं, उस रास्ते से जाने वाला पानी प्रदूषित ही होगा और वह
औराई आन्दोलन के राजनैतिक पैंतरे
Posted on 08 Feb, 2012 11:25 AMमैंने यह रिपोर्ट देखी नहीं है मगर यह तय है कि इस रिपोर्ट के आने के बाद ही मुआवजे की रिकवरी की