दिनेश कुमार महतो

दिनेश कुमार महतो
जीविकोपार्जन का महत्वपूर्ण घटक है जलछाजन (वाटरशेड) कार्यक्रम
Posted on 02 Aug, 2014 12:17 PM
जलछाजन प्रबंधन कार्यक्रम में जीविकोपार्जन एक महत्वपूर्ण घटक है। जलछाजन क्षेत्र में महिलाओं, किसानों, कारीगरों के स्वयं-सहायता समूह निर्माण करने होते हैं। स्वयं-सहायता समूह के द्वारा आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लक्ष्य को हासिल करने का सफल प्रयास किया जाता है। स्वयं-सहायता समूहों सदस्यों को आय सृजक गतिविधियों से जोड़ कर उनका आर्थिक विकास किया जाता है। ताकि उनकी आमदनी में इजाफा हो, वे अपने जीवन स्तर को सुधार कर बेहतर जीवन जी सकें। केंद्र सरकार के भूमि संसाधन विभाग द्वारा प्रायोजित समेकित जलछाजन प्रबंधन कार्यक्रम का क्रियान्वयन प्रत्येक राज्य के हरेक जिले में किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जल, जंगल, जमीन जन एवं जानवर के विकास एवं संवर्धन के साथ-साथ टिकाऊ जीविकोपार्जन एवं खेती का विकास करना है। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में राज्य स्तरीय नोडल एजेंसी बनायी गयी है।

हमारे राज्य झारखंड में झारखंड राज्य जलछाजन मिशन के माध्यम से राज्य के सभी जिलों में एक जलछाजन प्रकोष्ठ -सह-आकड़ा संग्रहण केंद्र बनाया गया है।
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