डाॅ. मुकेश बोरा

डाॅ. मुकेश बोरा
अपनी बदहाली पर रोता उत्तराखण्ड
Posted on 09 Nov, 2017 03:52 PM

भले ही उत्तर प्रदेश से अलग हुए 17 साल हो गए है परन्तु आज भी देहरादून में बैठी सरकार वही काम कर रही है जो ल

उत्तराखण्ड
सामुदायिक प्रयासों से किया कुलगाड़ में नौले को पुनर्जीवित
Posted on 27 Jul, 2017 04:30 PM

गाँव के उत्तर में एक नौला है, जिसे गाँववासी पनेरा नौला कहते हैं। यह पानी के स्रोत के साथ ग्रामीणों के लिये परम्परा एवं संस्कृति का केन्द्र है। यहाँ के निवासियों की मान्यता है कि नौले के जल में विष्णु का निवास स्थान होता है। शादी के बाद दूल्हा और दुल्हन नौले में जाते हैं और अपना मुकुट वहाँ स्थापित करके आते हैं। दुल्हन नौले के पानी को भरकर सभी परिवार वालों को पिलाती है और जब भी गाँव में कोई कथा, शीर्वाचन होता है उसकी सामग्री का विसर्जन भी वही होता है।

कुलगाड़, नैनीताल। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लाक में स्थित है कुलगाड़ गाँव। स्थानीय निवासियों की माने तो, पहाड़ी गधेरे के किनारे छोटे-छोटे खेतों के बीच बसे होने के कारण गाँव का नाम कुलगाड़ पड़ा। यह गाँव छोटा है, जैसे कि लगभग 80 फीसदी उत्तराखण्ड के गाँव हैं, जहाँ केवल 23 परिवार रहते हैं। हल्द्वानी से अल्मोड़ा जाने वाले नेशनल हाइवे नम्बर 87 से कुलगाड़ गाँव दिखता तो पास में है लेकिन कुछ दूर टेढ़े-मेढ़े रास्ते से पैदल चलकर यहाँ पहुँचा जा सकता है।

कुछ साल पहले गाँव के निवासी शहीद मेजर मनोज भण्डारी को श्रद्धांजलि देते हुए गाँव में सड़क पहुँच पाई है, जो अभी कच्ची है। स्थानीय बाजार, सुयालबाड़ी स्थित सड़क से गाँव स्पष्ट दिखाई देता है। जहाँ छोटे-छोटे सीढ़ीनुमा खेतों से ऊपर की ओर बसे गाँव को देखकर पहाड़ी गाँवों को बेहतर समझा जा सकता है।
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