अनिल पुष्कर कवीन्द्र

अनिल पुष्कर कवीन्द्र
पानी
Posted on 06 Sep, 2012 12:59 PM
पानी पर लिखी ये कवितायें नर्मदा जल सत्याग्रह के जन-संघर्ष को समर्पित हैं और पानीदार होने का दिखावा करने वाली इस असंवेदनशील व्यवस्था के विरोध में एक बयान है। इस सत्याग्रह ने पानी को एक संघर्ष के प्रतीक में बदल दिया है...।

पानी –I


कहते हैं
जब कुछ नहीं था
पानी था।

और जब
नहीं बचेगा कुछ भी

तब
पानी रहेगा।
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