आलोक प्रकाश पुतुल

आलोक प्रकाश पुतुल
हमारी बात नहीं मानेंगे तो पछताना पड़ेगा
Posted on 01 Apr, 2011 01:11 PM

मेधा पाटकर से आलोक प्रकाश पुतुल की बातचीत


नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री और सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर का मानना है कि विकास की अवधारणा को ठीक से समझा नहीं जा रहा है, जिससे सामाजिक संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। मेधा पाटकर की राय में सशस्त्र माओवादी आंदोलन के मुद्दे तो सही हैं लेकिन उनका रास्ता सही नहीं है। हालांकि मेधा पाटकर यह मानती हैं कि देश में अहिंसक संघर्ष और संगठन भी अपना काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनके मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है, जिससे इस तरह के आंदोलनों की जगह लगातार कम हो रही है। यहां पेश है, उनसे की गई एक बातचीत।

• देश भर में जब कभी भी विकास की कोई प्रक्रिया शुरू होती है तो चाहे-अनचाहे, जाने-अनजाने उसका विरोध शुरू हो जाता है।

नदिया बिक गई पानी के मोल (दो)
Posted on 05 Feb, 2011 10:20 AM

पानी पर सत्ता के खेल

नदिया बिक गई पानी के मोल (एक)
Posted on 05 Feb, 2011 09:51 AM

पानी का मोल कितना होता है ?