जागरण याहू/ Mar 03,09
जल बोर्ड की एक ताजा बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने खुद आगे बढ़कर यमुना को साफ-सुथरा बनाने में दिलचस्पी ली। सच तो यह है कि यमुना आज सिर्फ मैली ही नहीं है, बल्कि अत्यधिक प्रदूषण से उसका पानी जहरीला हो गया है। इसका सबसे बड़ा कारण उसमें गिरने वाला दिल्ली के सीवर का गंदा पानी, किनारों पर बसी झुग्गी-झोपड़ियोंमें रहने वालों द्वारा फेंका जाने वाला कचरा और छोटे-बड़े कारखानों का रसायनयुक्त दूषित जल है। जल बोर्ड की ताजा योजना के अनुसार यमुना में गंदे पानी गिराने वाले तीन महत्वपूर्ण ड्रेनों पर इंटरसेप्टर लगाए जाएंगे। 685 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना को अगले वर्ष तक पूरा करने का लक्ष्य है।
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