जन्तर मन्तर पर यमुना भक्तों की हुँकार
श्री मान मन्दिर, श्री पुष्टिमार्ग एवं भारतीय किसान यूनियन (भानू) के संयुक्त गठबंधन में चलाये जा रहे यमुना मुक्तिकरण अभियान द्वारा आगामी 15 मार्च को कोसीकलाँ से दिल्ली को जाने वाली यमुना मुक्तिकरण पदयात्रा की तैयारियाँ तेजी की जा रही है। पदयात्रा से पहले आज 22 फरवरी 2015 को केन्द्र सरकार को सन्देश देने के लिए एक संकल्प सभा का आयोजन दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर किया गया। इसके साथ ही सरकार को चेतवानी दी गई कि सरकार यमुना में पानी छोड़े और इसके लिए जरूरत पड़े तो अध्यादेश का भी मदद ले सकती है। आन्दोलनकारियों का बड़ा प्रदर्शन आने वाले 15 मार्च को कोशिकलां से दिल्ली के जन्तर-मन्तर तक होगा।
इस सन्देश को सरकार के कानों तक पहुँचाने के लिये यमुना मुक्तिकरण अभियान द्वारा दिल्ली जन्तर-मन्तर पर यमुना संकल्प सभा आयोजित की गई जिसमें यमुना भक्तों ने हुँकार भरी की अब ब्रजवासियों और यमुना के भक्तों के सब्र का बांध टूट चुका है। ब्रज से 40 बसों और 30-40 वाहनों के द्वारा यमुना भक्तों का काफिला दिल्ली के लिये रवाना हुआ। इसके साथ ही हरियाणा और दिल्ली के हजारों पुष्टिमार्गिय वैष्णव भी यमुना संकल्प सभा में भाग लेने पहुँचे। जन्तर मन्तर पर एकत्रित हजारों की संख्या में ब्रजवासी, पुष्टिमार्ग और यमुना भक्तों ने यह साफ कर दिया इस बार यमुना भक्त बिना यमुना जल लिये पीछे नहीं हटेगें।
इस अटल संकल्प के साथ जन्तर-मन्तर पर हुई सभा में यमुना भक्तों ने सरकार को अपनी हुँकार सुनाई। यमुना मुक्तिकरण अभियान के राष्ट्रीय संरक्षक गोकुल के पुष्टिमार्गिय आचार्य श्री पंकज बाबा महाराज की अध्यक्षता में जन्तर-मन्तर पर जन सभा आहूत की गई जिसमें मंच संचालन सुशील गोस्वामी एवं अभियान के तकनीकी सलाहकार रवि मोंगा द्वारा किया गया।
जय यमुना मैया, इस बार यमुना की धार, यमुना लाओ ब्रज बचाओ आदि नारों से अभियान के कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली को गुंजायमान कर दिया।
अभियान के राष्ट्रीय संरक्षक पुष्टिमार्गिय आचार्य श्री पंकज बाबा ने कहा कि धर्म, आस्था, और जीवन की दृष्टि से यमुना हम सभी के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। विश्व में सर्वाधिक महत्व ब्रज में है और आज वहीं यमुना का एक बूंद भी जल नहीं है। यह भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ होने के साथ-साथ यमुना किनारे बसने वाले करोड़ो लोगों के जीवन को भी खतरे में डालना है। माननीय प्रधानमंत्री जी को स्वयं यमुना की समस्या को संज्ञान में लेते हुये सभी वैष्णवों की माँग मानते हुये यमुना मुक्त करनी चाहिये।
यमुना मुक्तिकरण अभियान के राष्ट्रीय संयोजक राधाकान्त शास्त्री एवं अभियान के युवा शाखा के राष्ट्रीय संयोजक अनुभव तैलंग ने कहा कि मथुरा की चुनावी सभा में मोदी जी ने यमुना को अविरल निर्मल बनाने का वादा कर ब्रजवासियों का हृदय जीत लिया था। परन्तु मोदी सरकार के 10 महीने बीतने के बाद भी यमुना का कोई कार्य नहीं हुआ। जिससे ब्रजवासियों और यमुना भक्तों को निराशा हुई है। आज का दिन चेतावनी दिवस है और हम सरकार को सतर्क करना चाहते हैं कि यमुना भक्तों की माँग को प्राथमिकता देते हुये यमुना जी को अविरल निर्मल बनाये। वरना 15 मार्च को यमुना भक्त मर जायेंगे मिट जायेंगे पर पीछे नहीं हटेंगे।
यमुना मुक्तिकरण अभियान के तकनीकी सलाहकार रवि मोंगा ने बताया कि यमुना समस्या को हल करने के लिये माननीय प्रधानमंत्री जी को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के अन्तर्गत सिर्फ एक हस्ताक्षर करना है और यमुना की समस्या को हल किया जा सकता है फिर साधु-सन्तों, ब्रजवासियों और यमुना भक्तों को परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
अभियान के राष्ट्रीय महासचिव हरेश ठेनुआ एवं राष्ट्रीय संस्कृति सचिव रमेश कृष्ण महाराज ने कहा कि बीते वर्ष भी यमुना भक्तों का सैलाब ब्रज से दिल्ली की ओर आया था परन्तु उस समय की सरकार द्वारा यमुना भक्तों के साथ छलावा किया गया। उस सरकार का जो हश्र हुआ उससे सभी वाक़िफ़ हैं यदि वर्तमान सरकार भी यमुना भक्तों के साथ न्याय नहीं करेगी तो इस सरकार और पुरानी सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? इसलिये समय रहते सरकार यमुना को मुक्त कर उसको अविरल और निर्मल बनाने के लिये कदम उठाये।
भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज सिंह, दुष्यन्त सिंह, शिवनारायण परिहार ने कहा कि वर्तमान सरकार से सभी को बड़ी उम्मीदें थी पर जैसे-जैसे सरकार के महीने बीतते जा रहे हैं सरकार द्वारा सभी की उम्मीदों पर पानी फेरने का कार्य किया जा रहा है। यमुना जी के जल से करोड़ो किसान उसके तटवर्ती इलाकों में सिंचाई करते है परन्तु उसी यमुना की जल धारा को मध्य में ही बाधित कर दिया गया है। सरकार से सभी को आशा थी कि वह यमुना को अविरल निर्मल बनाने के लिये कार्य करेंगी परन्तु सरकार द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। इस बार 15 मार्च को भारतीय किसान यूनियन (भानू), यमुना मुक्तिकरण अभियान एवं पुष्टिमार्ग के वैष्णव लाखों की संख्या में दिल्ली की ओर आयेगे और इस बार की लड़ाई आर-पार की होने वाली है। यदि समय रहते सरकार ने यमुना जी की समस्या को हल नहीं किया तो किसान उग्र आन्दोलन करने पर भी मजबूर हो सकते हैं।
यमुना मुक्तिकरण अभियान दिल्ली प्रदेश के संयोजक राजीव भाटिया ने कहा कि यमुना जी का मुद्दा केवल ब्रज क्षेत्र का ही नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र का मुद्दा है यमुना जी में आज बजीराबाद बांध से आगे सिर्फ दिल्ली के नालों का मल-मूत्र बह रहा है जो आगे जाकर मथुरा-वृन्दावन में यमुना तल पर बहता है जिसको लोग आस्था और भक्ति भाव के साथ पूजते हैं। सरकार उन सभी भक्तों के साथ धोखा कर रही है जो आस्था के साथ उसका पान और स्नान कर अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। यमुना जैसी धार्मिक पवित्र नदी का सतत् प्रवाह बना रहना परम आवश्यक है। और इन्ही माँगो को लेकर यमुना मुक्तिकरण अभियान आन्दोलन कर रहा है। समय रहते सरकार यमुना समस्या को हल करें वरना आन्देालन इस बार निर्णायक होगा।
अभियान के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कुँवर नरेन्द्र सिंह, शिव कुमार दीक्षित, संजय गौतम आदि ने भी यमुना मुक्ति को लेकर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर अभियान कार्यकारी मथुरा जिला अध्यक्ष पंकज चतुर्वेदी, विक्रम सिंह यादव, कन्हैया लाल, विजय, श्याम, पप्पू, महेन्द्र आदि हिन्दू सभा, बजरंग दल, गौ रक्षा मंच, आदि के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
सम्पर्क सूत्र: राधाकान्त शास्त्री, राष्ट्रीय संयोजक- 9927338666, सुनील सिंह, राष्ट्रीय सहसंयोजक-9927194000, रवि मोंग, तकनीकी सलाहकार- 9811101236
श्री मान मन्दिर, श्री पुष्टिमार्ग एवं भारतीय किसान यूनियन (भानू) के संयुक्त गठबंधन में चलाये जा रहे यमुना मुक्तिकरण अभियान द्वारा आगामी 15 मार्च को कोसीकलाँ से दिल्ली को जाने वाली यमुना मुक्तिकरण पदयात्रा की तैयारियाँ तेजी की जा रही है। पदयात्रा से पहले आज 22 फरवरी 2015 को केन्द्र सरकार को सन्देश देने के लिए एक संकल्प सभा का आयोजन दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर किया गया। इसके साथ ही सरकार को चेतवानी दी गई कि सरकार यमुना में पानी छोड़े और इसके लिए जरूरत पड़े तो अध्यादेश का भी मदद ले सकती है। आन्दोलनकारियों का बड़ा प्रदर्शन आने वाले 15 मार्च को कोशिकलां से दिल्ली के जन्तर-मन्तर तक होगा।
इस सन्देश को सरकार के कानों तक पहुँचाने के लिये यमुना मुक्तिकरण अभियान द्वारा दिल्ली जन्तर-मन्तर पर यमुना संकल्प सभा आयोजित की गई जिसमें यमुना भक्तों ने हुँकार भरी की अब ब्रजवासियों और यमुना के भक्तों के सब्र का बांध टूट चुका है। ब्रज से 40 बसों और 30-40 वाहनों के द्वारा यमुना भक्तों का काफिला दिल्ली के लिये रवाना हुआ। इसके साथ ही हरियाणा और दिल्ली के हजारों पुष्टिमार्गिय वैष्णव भी यमुना संकल्प सभा में भाग लेने पहुँचे। जन्तर मन्तर पर एकत्रित हजारों की संख्या में ब्रजवासी, पुष्टिमार्ग और यमुना भक्तों ने यह साफ कर दिया इस बार यमुना भक्त बिना यमुना जल लिये पीछे नहीं हटेगें।
इस अटल संकल्प के साथ जन्तर-मन्तर पर हुई सभा में यमुना भक्तों ने सरकार को अपनी हुँकार सुनाई। यमुना मुक्तिकरण अभियान के राष्ट्रीय संरक्षक गोकुल के पुष्टिमार्गिय आचार्य श्री पंकज बाबा महाराज की अध्यक्षता में जन्तर-मन्तर पर जन सभा आहूत की गई जिसमें मंच संचालन सुशील गोस्वामी एवं अभियान के तकनीकी सलाहकार रवि मोंगा द्वारा किया गया।
जय यमुना मैया, इस बार यमुना की धार, यमुना लाओ ब्रज बचाओ आदि नारों से अभियान के कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली को गुंजायमान कर दिया।
अभियान के राष्ट्रीय संरक्षक पुष्टिमार्गिय आचार्य श्री पंकज बाबा ने कहा कि धर्म, आस्था, और जीवन की दृष्टि से यमुना हम सभी के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। विश्व में सर्वाधिक महत्व ब्रज में है और आज वहीं यमुना का एक बूंद भी जल नहीं है। यह भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ होने के साथ-साथ यमुना किनारे बसने वाले करोड़ो लोगों के जीवन को भी खतरे में डालना है। माननीय प्रधानमंत्री जी को स्वयं यमुना की समस्या को संज्ञान में लेते हुये सभी वैष्णवों की माँग मानते हुये यमुना मुक्त करनी चाहिये।
यमुना मुक्तिकरण अभियान के राष्ट्रीय संयोजक राधाकान्त शास्त्री एवं अभियान के युवा शाखा के राष्ट्रीय संयोजक अनुभव तैलंग ने कहा कि मथुरा की चुनावी सभा में मोदी जी ने यमुना को अविरल निर्मल बनाने का वादा कर ब्रजवासियों का हृदय जीत लिया था। परन्तु मोदी सरकार के 10 महीने बीतने के बाद भी यमुना का कोई कार्य नहीं हुआ। जिससे ब्रजवासियों और यमुना भक्तों को निराशा हुई है। आज का दिन चेतावनी दिवस है और हम सरकार को सतर्क करना चाहते हैं कि यमुना भक्तों की माँग को प्राथमिकता देते हुये यमुना जी को अविरल निर्मल बनाये। वरना 15 मार्च को यमुना भक्त मर जायेंगे मिट जायेंगे पर पीछे नहीं हटेंगे।
यमुना मुक्तिकरण अभियान के तकनीकी सलाहकार रवि मोंगा ने बताया कि यमुना समस्या को हल करने के लिये माननीय प्रधानमंत्री जी को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के अन्तर्गत सिर्फ एक हस्ताक्षर करना है और यमुना की समस्या को हल किया जा सकता है फिर साधु-सन्तों, ब्रजवासियों और यमुना भक्तों को परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
अभियान के राष्ट्रीय महासचिव हरेश ठेनुआ एवं राष्ट्रीय संस्कृति सचिव रमेश कृष्ण महाराज ने कहा कि बीते वर्ष भी यमुना भक्तों का सैलाब ब्रज से दिल्ली की ओर आया था परन्तु उस समय की सरकार द्वारा यमुना भक्तों के साथ छलावा किया गया। उस सरकार का जो हश्र हुआ उससे सभी वाक़िफ़ हैं यदि वर्तमान सरकार भी यमुना भक्तों के साथ न्याय नहीं करेगी तो इस सरकार और पुरानी सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? इसलिये समय रहते सरकार यमुना को मुक्त कर उसको अविरल और निर्मल बनाने के लिये कदम उठाये।
भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज सिंह, दुष्यन्त सिंह, शिवनारायण परिहार ने कहा कि वर्तमान सरकार से सभी को बड़ी उम्मीदें थी पर जैसे-जैसे सरकार के महीने बीतते जा रहे हैं सरकार द्वारा सभी की उम्मीदों पर पानी फेरने का कार्य किया जा रहा है। यमुना जी के जल से करोड़ो किसान उसके तटवर्ती इलाकों में सिंचाई करते है परन्तु उसी यमुना की जल धारा को मध्य में ही बाधित कर दिया गया है। सरकार से सभी को आशा थी कि वह यमुना को अविरल निर्मल बनाने के लिये कार्य करेंगी परन्तु सरकार द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। इस बार 15 मार्च को भारतीय किसान यूनियन (भानू), यमुना मुक्तिकरण अभियान एवं पुष्टिमार्ग के वैष्णव लाखों की संख्या में दिल्ली की ओर आयेगे और इस बार की लड़ाई आर-पार की होने वाली है। यदि समय रहते सरकार ने यमुना जी की समस्या को हल नहीं किया तो किसान उग्र आन्दोलन करने पर भी मजबूर हो सकते हैं।
यमुना मुक्तिकरण अभियान दिल्ली प्रदेश के संयोजक राजीव भाटिया ने कहा कि यमुना जी का मुद्दा केवल ब्रज क्षेत्र का ही नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र का मुद्दा है यमुना जी में आज बजीराबाद बांध से आगे सिर्फ दिल्ली के नालों का मल-मूत्र बह रहा है जो आगे जाकर मथुरा-वृन्दावन में यमुना तल पर बहता है जिसको लोग आस्था और भक्ति भाव के साथ पूजते हैं। सरकार उन सभी भक्तों के साथ धोखा कर रही है जो आस्था के साथ उसका पान और स्नान कर अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। यमुना जैसी धार्मिक पवित्र नदी का सतत् प्रवाह बना रहना परम आवश्यक है। और इन्ही माँगो को लेकर यमुना मुक्तिकरण अभियान आन्दोलन कर रहा है। समय रहते सरकार यमुना समस्या को हल करें वरना आन्देालन इस बार निर्णायक होगा।
अभियान के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कुँवर नरेन्द्र सिंह, शिव कुमार दीक्षित, संजय गौतम आदि ने भी यमुना मुक्ति को लेकर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर अभियान कार्यकारी मथुरा जिला अध्यक्ष पंकज चतुर्वेदी, विक्रम सिंह यादव, कन्हैया लाल, विजय, श्याम, पप्पू, महेन्द्र आदि हिन्दू सभा, बजरंग दल, गौ रक्षा मंच, आदि के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
सम्पर्क सूत्र: राधाकान्त शास्त्री, राष्ट्रीय संयोजक- 9927338666, सुनील सिंह, राष्ट्रीय सहसंयोजक-9927194000, रवि मोंग, तकनीकी सलाहकार- 9811101236
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