यकसर खेती यकसर मार


यकसर खेती यकसर मार।
घाघ कहैं ये सदहूँ हार।।


भावार्थ- जो किसान अकेले खेती करता है और अकेले ही मारपीट करता है, घाघ कहते हैं वह सदैव हारता है।

Path Alias

/articles/yakasara-khaetai-yakasara-maara

Post By: tridmin
×