दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार स्मॉग टावर लगाने पर विचार कर रही है। शुक्रवार को प्रदूषण मामले पर सुनवाई के दौरान अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एएनएस नादकर्णी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अधिकारी और विशेषज्ञ इसकी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। इस विचार-विमर्श में शामिल आइआइटी बांबे के एक प्रोफेसर ने अदालत को इसके तकनीकी और अन्य पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि चीन में स्मॉग टावर लगाया जा चुका है। इस पर जस्टिस अरुण मिश्र और दीपक गुप्ता की पीठ ने पूछा कि आप दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीक का इस्तेमाल क्यों नहीं करते? आप उच्च श्रेणी के उपकरणों का इस्तेमाल कीजिए।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण कम करने के सिलसिले में उठाए गए कदमों की जानकारी प्राप्त करने के लिए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के मुख्य सचिवों को 25 नवंबर को तलब किया है। पीठ ने कहा कि वायु प्रदूषण कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए और दिल्ली में प्रदूषण वाले 13 मुख्य स्थानों को प्रदूषकों से मुक्त किया जाना चाहिए।
अदालत ने कहा कि ऐसी खबरें मिल रही हैं कि डीजल वाहनों में केरोसिन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह एक गंभीर बात है। इसके तीखे धुएं से फेफड़े का कैंसर तक हो सकता है। अदालत ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को निर्देश दिया कि वह औचक निरीक्षण करे और केरोसिन से वाहन चलाने वाले ड्राइवर और उसके मालिक के साथ संबंधित निगम या विभाग को भी जिम्मेदार मानकर कार्रवाई करे।
अदालत के तीखे सवाल
- पराली जलनी कम हुई, फिर भी प्रदूषण कम क्यों नहीं हो रहा?
- दिल्ली सरकार से कोर्ट ने पूछा, दुपहिया और तिपहिया वाहनों को ऑड इवेन स्कीम से छूट क्यों दी?
- यह भी पूछा कि क्या इस स्कीम से राजधानी को कोई लाभ हुआ?
दिल्ली-एनसीआर में चौथे दिन भी हेल्थ इमरजेंसी
दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुला प्रदूषण का जहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार चौथे दिन भी हेल्थ इमरजेंसी के हालात रहे। शुक्रवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स पांच अंकों की मामूली कमी के साथ 458 रहा। शुक्रवार को भी गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां एयर इंडेक्स 471 दर्ज किया गया। हवा में प्रदूषक कणों की मौजूदगी अभी भी पांच गुना ज्यादा है। शाम के पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 की मात्र 526 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 कणों की मात्र 379 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। हालांकि पंजाब में एयर इंडेक्स में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन हरियाणा में स्थिति खतरनाक बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), सफर और स्काईमेट के अनुसार शनिवार को स्थिति में मामूली सुधार आएगा। रविवार से तेज हवा चलने पर कुछ राहत मिलेगी। हालांकि प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्थिति में 400 के नीचे रहने का अनुमान है।दिल्ली आ रहीं दो उड़ानें डायवर्ट : स्मॉग की वजह से आइजीआइ एयरपोर्ट पर शुक्रवार को कम दृश्यता के कारण दिल्ली आ रही दो उड़ानों को डायवर्ट कर उन्हें लखनऊ और जयपुर एयरपोर्ट पर उतारा गया। कुछ उड़ानों के संचालन में भी देरी हुई।लोग सांस कैसे ले रहे हैं
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के मद्देनजर पूछा कि लोग यहां सांस कैसे ले रहे हैं? अदालत ने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण के मारे बुरा हाल है। वायु गुणवत्ता सूचकांक कमरे के अंदर छह सौ से ज्यादा है। कमरे के बाहर तो और खराब हालत है। ऐसे में लोग सांस कैसे ले रहे हैं? अधिकारियों को प्रदूषण कम करने के लिए प्रभावी उपाय करने की जरूरत है। हम दिल्ली को स्वच्छ क्यों नहीं कर सकते? हमेशा हरा-भरा और हमेशा स्वच्छ?
एयर क्वालिटी इंडेक्स
गाजियाबाद | 471 |
नोएडा | 469 |
गुरुग्राम | 460 |
दिल्ली | 458 |
फरीदाबाद | 450 |
पलवल | 448 |
ग्रेटर नोएडा | 443 |
(स्त्रोत : केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड)
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