19 मार्च 2011, नई दिल्ली। 'वाक फॉर वाटर' नामक रैली वाटरएड और फोर्स ने निकाली। इंडिया गेट से निकली रैली ने लगभग 5 किमी की दूरी पूरी की। जो इंडिया गेट से जल यात्रा निकली, वह राजपथ से होकर विजय चौक के पास समाप्त हुई। इसे 'वॉक फॉर वॉटर' नाम दिया गया। यह इस बात की प्रतीक थी कि देश में अभी लोगों को खासकर महिलाओं को कई जगहों पर 5 किमी से भी ज्यादा दूरी रोजाना पानी के लिए जाना पड़ता है।
जल है तो कल है का संदेश प्रसारित करने वाली इस रैली में कई संगठनों ने भागीदारी की। एफप्रो के निदेशक एस के जैन, 'हमारी दिल्ली, हमारी यमुना' की रश्मी पालीवाल, किरण मेहरा (निदेशक, यूएनआईसी), डॉ लूर्डेस बैपटिस्टा (कंट्री हैड, वाटरएड), लिविंग गंगा अभियान से डॉ अन्जना पंत, दिल्ली जल बोर्ड के रमेश नेगी सहित कई हस्तियों ने कार्यक्रम में भागीदारी की।
इन लोगों ने शपथ ली कि अगले पांच साल में दिल्ली को पहला ऐसा शहर बनाएंगे, जहां पानी की बिलकुल कमी नहीं होगी। इसको 'ब्लू दिल्ली डेक्लरैशन' नाम दिया गया।
रैली को केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि पानी की स्थिति बेहतर करने के लिए उच्च-मध्यम वर्ग को आगे आने की जरूरत है।
जल है तो कल है का संदेश प्रसारित करने वाली इस रैली में कई संगठनों ने भागीदारी की। एफप्रो के निदेशक एस के जैन, 'हमारी दिल्ली, हमारी यमुना' की रश्मी पालीवाल, किरण मेहरा (निदेशक, यूएनआईसी), डॉ लूर्डेस बैपटिस्टा (कंट्री हैड, वाटरएड), लिविंग गंगा अभियान से डॉ अन्जना पंत, दिल्ली जल बोर्ड के रमेश नेगी सहित कई हस्तियों ने कार्यक्रम में भागीदारी की।
इन लोगों ने शपथ ली कि अगले पांच साल में दिल्ली को पहला ऐसा शहर बनाएंगे, जहां पानी की बिलकुल कमी नहीं होगी। इसको 'ब्लू दिल्ली डेक्लरैशन' नाम दिया गया।
रैली को केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि पानी की स्थिति बेहतर करने के लिए उच्च-मध्यम वर्ग को आगे आने की जरूरत है।
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