अलीगढ़। जिले में तालाबों की स्थिति काफी दयनीय है। अधिकतर नए तालाबों में पानी ही नहीं है। तमाम तालाब ऐसी जगह हैं, जहां गांव का पानी जा ही नहीं पाता है और वाटर रीचार्जिग का सिस्टम फेल है। इन तालाबों में पानी भरने के दिए गए आदेश भी हवा में उड़ गए। जिले में 4456 तालाब हैं, इनमें से सिर्फ 17 तालाबों में पानी है।
तालाबों-पोखरों में जलस्तर सही रखने के लिए जिला प्रशासन ने सिंचाई विभाग को जिम्मेदारी सौंपी थी। निर्देश में कहा गया था कि पानी भरने के लिए सरकारी नलकूपों के साथ ही निजी नलकूपों का भी सहारा लिया जाए।
दरअसल आदर्श जलाशय और नरेगा से खोदे गए अधिकतर तालाब मानक के अनुसार नहीं हैं। शासन का मकसद है कि गांव का गंदा पानी तालाब में आए, मगर अधिकतर तालाब ऐसी जगह खोदे गए हैं, जहां गांव का पानी आ ही नहीं सकता। उधर, सिंचाई विभाग के अफसर भी शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
शासन के यह भी निर्देश हैं कि पशुओं के पानी पीने वाली हौदों की सफाई होती रहे। ताकि उनमें जलजनित रोग न पैदा हों, मगर शहर की हौदों की सफाई नहीं हो रही है। पशु हौद में भरे गंदे पानी को ही पी रहे हैं। कलक्ट्रेट के पास की हौद ईट और मिट्टी से पट गई है। कलक्ट्रेट में आला अफसरों के कार्यालय होने के बावजूद किसी का ध्यान टूटी पड़ी इस हौद पर नहीं गया है। डीमए के. राममोहन राव कहते हैं कि तालाबों में पानी भरने की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को दी गई है। इसपर गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है।
जिले में तालाबों की स्थिति
तहसील संख्या
कोल 721
अतरौली 2093
खैर 431
गभाना 416
इगलास 795
--------------
कुल योग 4456
तालाबों-पोखरों में जलस्तर सही रखने के लिए जिला प्रशासन ने सिंचाई विभाग को जिम्मेदारी सौंपी थी। निर्देश में कहा गया था कि पानी भरने के लिए सरकारी नलकूपों के साथ ही निजी नलकूपों का भी सहारा लिया जाए।
दरअसल आदर्श जलाशय और नरेगा से खोदे गए अधिकतर तालाब मानक के अनुसार नहीं हैं। शासन का मकसद है कि गांव का गंदा पानी तालाब में आए, मगर अधिकतर तालाब ऐसी जगह खोदे गए हैं, जहां गांव का पानी आ ही नहीं सकता। उधर, सिंचाई विभाग के अफसर भी शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
शासन के यह भी निर्देश हैं कि पशुओं के पानी पीने वाली हौदों की सफाई होती रहे। ताकि उनमें जलजनित रोग न पैदा हों, मगर शहर की हौदों की सफाई नहीं हो रही है। पशु हौद में भरे गंदे पानी को ही पी रहे हैं। कलक्ट्रेट के पास की हौद ईट और मिट्टी से पट गई है। कलक्ट्रेट में आला अफसरों के कार्यालय होने के बावजूद किसी का ध्यान टूटी पड़ी इस हौद पर नहीं गया है। डीमए के. राममोहन राव कहते हैं कि तालाबों में पानी भरने की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को दी गई है। इसपर गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है।
जिले में तालाबों की स्थिति
तहसील संख्या
कोल 721
अतरौली 2093
खैर 431
गभाना 416
इगलास 795
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