सावन घोड़ी भादौं गाय। माघ मास जो भैंस बिआय।।
कहैं घाघ यह साँची बात। आप मरै कि मालिकै खाय।।
भावार्थ- घाघ कहते हैं कि यदि घोड़ी सावन में और गाय भादों में और भैंस माघ के महीने में बच्चा देती है तो या तो वह स्वयं मर जायेगी या अपने मालिक को खा जायेगी।
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